Lok Sabha Election: चुनाव प्रचार में PM मोदी की अगुवाई में BJP हावी, इंडिया गठबंधन पिछड़ा

Lok Sabha Election 2024: एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा बुलंद करने में जुटे हुए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-04-08 03:15 GMT

Lok Sabha Election 2024   (photo: social media )

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन काफी पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है और ऐसे में प्रचार के लिए अब 10 दिन से भी काम का समय बाकी रह गया है मगर अभी तक इंडिया गठबंधन की ओर से कोई बड़ी रैली नहीं की जा सकी है। रामलीला मैदान में पिछले दिनों हुई विपक्ष की रैली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विरोध जताने के लिए की गई थी। चुनाव अभियान के सिलसिले में अभी तक कोई बड़ी रैली नहीं हुई है। अब पहले चरण के मतदान के बाद रांची में 21 अप्रैल को इंडिया गठबंधन की रैली आयोजित करने की तैयारी है। यह रैली भी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में आयोजित की जा रही है।

दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा ने आक्रामक चुनाव अभियान छेड़ दिया है। पीएम मोदी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी विभिन्न राज्यों में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य नेता विभिन्न इलाकों का दौरा करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में प्रचार अभियान में भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए विपक्षी दलों के गठबंधन पर हावी होता दिख रहा है।

पीएम मोदी का आक्रामक अभियान

एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा बुलंद करने में जुटे हुए हैं। एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपने मजबूत कंधों पर प्रचार अभियान का जिम्मा संभाल लिया है। वे न केवल भाजपा बल्कि सहयोगी दलों के प्रत्याशियों के चुनाव क्षेत्र में भी पहुंच रहे हैं। उन्होंने हाल में जमुई में एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित किया था जहां से लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास पासवान की पार्टी के उम्मीदवार और चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती चुनाव मैदान में उतरे हुए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को सहारनपुर में रैली के अलावा गाजियाबाद में रोड शो भी किया। रविवार को उन्होंने बिहार के नवादा में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद मध्य प्रदेश में रोड शो और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन में कई-कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं। वे एक दिन में तीन-तीन सभाओं या रोड शो में हिस्सा ले रहे हैं जिससे एनडीए का चुनाव प्रचार अभियान मोमेंटम पकड़ चुका है।


मोदी के मंच पर एकजुट दिख रहा एनडीए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों में एक विशेष बात यह भी नजर आ रही है कि इसके जरिए एनडीए अपनी एकजुटता दिखाने में कामयाब हो रहा है। बिहार में जमुई और नवादा की जनसभाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा एनडीए गठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेता चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी भी मंच पर मौजूद थे।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की रैलियों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी भी रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे। इन रैलियों के जरिए एनडीए अपनी ताकत दिखाने में कामयाब हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के अन्य शीर्ष नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जगत प्रकाश नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हिमंत बिस्वा सरमा, शिवराज सिंह चौहान, भजनलाल शर्मा और मोहन यादव भी जोरदार प्रचार अभियान में जुट गए हैं। विभिन्न राज्यों में भाजपा के प्रचार अभियान में सोची समझी रणनीति दिख रही है।


प्रचार में पिछड़ा इंडिया गठबंधन

दूसरी ओर इंडिया गठबंधन प्रचार के मामले में काफी पिछड़ता हुआ दिख रहा है। चुनाव से पहले हुई इंडिया गठबंधन की बैठकों में साझा रैलियों पर चर्चा की गई थी मगर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद अभी तक एक भी साझा चुनावी रैली नहीं हो सकी है।

पिछले दिनों दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई विपक्ष की रैली के दौरान तमाम दिग्गज नेताओं का जमावड़ा जरूर लगा था मगर इस रैली का मकसद चुनाव से ज्यादा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विरोध जताना था।

अब 21 अप्रैल को झारखंड की राजधानी रांची में इंडिया ब्लॉक की रैली का आयोजन किया गया है। इस रैली के जरिए विपक्ष झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में अपनी आवाज बुलंद करेगा।


कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी ज्यादा सक्रिय नहीं

कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी अभी तक रैलियों में ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रहा है। वायनाड में राहुल गांधी के नामांकन दाखिले के दिन राहुल और प्रियंका ने रोड शो जरूर किया था मगर दोनों ने अभी तक पीएम मोदी की तरह आक्रामक अभियान नहीं छेड़ा है।

पीएम मोदी की ओर से विपक्ष पर दनादन गोले दागे जा रहे हैं मगर विपक्ष की ओर से इन गोलों का मजबूत जवाब नहीं दिया जा रहा है। राहुल गांधी सोमवार को मध्य प्रदेश में चुनावी सभाओं के जरिए अपने अभियान की शुरुआत करने वाले हैं।


प्रचार में योगी आगे,मायावती-अखिलेश पिछड़े

लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश को सबसे बड़ा रण क्षेत्र माना जाता है क्योंकि यहां पर लोकसभा की 80 सीटें है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली के तत्काल बाद विभिन्न जिलों का तूफानी दौरा शुरू कर दिया था जबकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती अभी तक सक्रिय नहीं दिख रही हैं।

अखिलेश यादव अभी तक विधिवत अपने चुनाव अभियान की शुरुआत नहीं कर सके हैं जबकि मायावती की रणनीति को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। मायावती ने अभी तक एक भी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया है।


बिहार में तेजस्वी ने संभाला मोर्चा

बिहार में बीमार होने के कारण राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव तो सक्रिय नहीं दिख रहे हैं मगर उनके बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जरूर चुनावी सभाओं के जरिए विपक्षी महागठबंधन की संभावनाओं को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। कुल मिलाकर ठंडे प्रचार अभियान के कारण विपक्ष लगातार पिछड़ता हुआ दिख रहा है।

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