Lok Sabha Election: खुद जीरो होकर बसपा ने 16 सीटों पर बदल दिया फैसला

Lok Sabha Election: नतीजों के आंकड़ों में एक सच्चाई ये भी छिपी हुई है कि उत्तर प्रदेश में बसपा के फैसले से भाजपा को अपनी साख बचाने में किस तरह मदद मिली। बसपा एक भी सीट नहीं जीत पाई, लेकिन पार्टी 9.39 प्रतिशत वोट हासिल करने में सफल रही।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2024-06-06 12:51 GMT

खुद जीरो होकर बसपा ने 16 सीटों पर बदल दिया फैसला: Photo- Newstrack

Lok Sabha Election 2024: जब मायावती ने एनडीए तथा इंडिया अलायन्स में शामिल हुए बिना अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि उनकी बहुजन समाज पार्टी राज्य में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। और यही हुआ भी। लेकिन नतीजों के आंकड़ों में एक सच्चाई ये भी छिपी हुई है कि उत्तर प्रदेश में बसपा के फैसले से भाजपा को अपनी साख बचाने में किस तरह मदद मिली। बसपा एक भी सीट नहीं जीत पाई, लेकिन पार्टी 9.39 प्रतिशत वोट हासिल करने में सफल रही। बसपा ने 16 सीटों में जितने वोट हासिल किए उससे इंडिया अलायन्स से जीत छिन कर एनडीए के खाते में चली गई। इनमें 14 सीटें भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और राष्ट्रीय लोक दल की जीती एक-एक सीट शामिल है।

पश्चिमी यूपी में बदल गया समीकरण

भाजपा के ये अधिकांश निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी यूपी में हैं, जिनमें अलीगढ़, अमरोहा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर सीकरी, शाहजहांपुर और मेरठ शामिल हैं।

  • अलीगढ़ में भाजपा ने सपा को 15,647 वोटों से हराया, जबकि बसपा का वोट शेयर 1.23 लाख रहा।
  • अमरोहा में भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ 28,670 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि बसपा को 1.64 लाख वोट मिले।
  • फर्रुखाबाद में बसपा को 45,390 वोट मिले, जबकि सपा के साथ करीबी मुकाबले में भाजपा को महज 2,678 वोटों से जीत मिली।
  • फतेहपुर सीकरी में भाजपा ने कांग्रेस को 43,405 वोटों से हराया, जबकि बसपा का वोट शेयर 1.2 लाख वोट रहा।
  • शाहजहांपुर में बसपा को 91,710 वोट मिले, जबकि भाजपा की जीत का अंतर 55,379 वोट रहा।
  • मेरठ में भाजपा ने सपा को महज 10,585 वोटों से हराया, जबकि मायावती की पार्टी का वोट शेयर 87,025 वोट रहा।
  • बिजनौर में भाजपा की सहयोगी रालोद ने सपा को 37,508 वोटों से हराया, जबकि बसपा का वोट शेयर 2.18 लाख वोट रहा। अवध क्षेत्र का हाल

अवध में मिसरिख, उन्नाव, हरदोई और अकबरपुर - में बसपा का वोट शेयर भाजपा के जीत के अंतर से अधिक रहा।

  • मिसरिख में मायावती की पार्टी को 1.11 लाख वोट मिले, जबकि भाजपा की जीत का अंतर सपा के खिलाफ 33,406 वोट था।
  • उन्नाव में भाजपा ने सपा को 55,379 वोटों से हराया, जबकि बसपा को 72,527 वोट मिले।
  • हरदोई में बसपा ने 1.22 लाख वोट जीते, जबकि भाजपा को सपा के ऊपर 27,856 वोट मिले।
  • अकबरपुर में भाजपा ने सपा के खिलाफ 44,345 वोट हासिल किए, जबकि बसपा को 73,140 वोट मिले।

पूर्वांचल

पूर्वांचल क्षेत्र में भाजपा की सीटों - बांसगांव, फूलपुर, भदोही और देवरिया में भी यही रुझान देखने को मिला।

  • बांसगांव में भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ 3,150 वोटों से जीत हासिल कर अपनी साख बचाई, जबकि बसपा को 64,750 वोट मिले।
  • फूलपुर में भी भगवा पार्टी ने सपा के खिलाफ 4,332 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि बसपा को 82,586 वोट मिले।
  • भदोही में टीएमसी दूसरे स्थान पर रही और भाजपा से 44,072 वोटों से हार गई, जबकि बसपा का वोट शेयर 1.55 लाख रहा।
  • देवरिया में बसपा ने कुल 45,564 वोट जीते, जबकि भाजपा ने कांग्रेस को 34,842 वोटों से हराया।
  • मिर्जापुर सीट भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनीलाल) ने जीती, जिसने सपा को 37,810 वोटों से हराया। यहां बसपा को 1.44 लाख वोट मिले।

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