UP Lok Sabha Election: जौनपुर में मायावती का बड़ा सियासी दांव,धनंजय की पत्नी श्रीकला को बसपा का टिकट
Lok Sabha Election 2024: बसपा ने जौनपुर लोकसभा सीट से बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को टिकट दिया है।
Jaunpur Lok Sabha Seat: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पूर्वांचल की महत्वपूर्ण जौनपुर लोकसभा सीट पर पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को चुनाव मैदान में उतार दिया है। मौजूदा समय में धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं और उन्हें चुनाव मैदान में उतारे जाने से जौनपुर का मुकाबला रोचक और त्रिकोणीय हो गया है।
अपहरण के मामले में सात साल की सजा सुनाए जाने के बाद धनंजय सिंह इन दिनों जेल में बंद हैं और उन्होंने इस सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील कर रखी है। हाईकोर्ट में जल्द ही इस मामले की सुनवाई होने वाली है मगर उससे पहले बसपा मुखिया मायावती ने बड़ा सियासी खेल कर दिया है। जौनपुर में भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कृपा शंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि समाजवादी पार्टी ने रविवार को पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट देने का ऐलान किया था।
धनंजय ने कर लिया पत्नी के टिकट का जुगाड़
जौनपुर लोकसभा सीट पर सपा और भाजपा की ओर से पत्ते खोले जाने के बाद बसपा प्रत्याशी पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं। पहले इस सीट पर बाहुबली नेता धनंजय सिंह खुद चुनाव मैदान में उतरने वाले थे मगर अपहरण के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद उनके अरमानों पर पानी फिर गया था। समर्थक उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिलने का इंतजार कर रहे थे मगर अभी तक इस मामले में हाईकोर्ट की ओर से सजा पर रोक लगाने का कदम नहीं उठाया गया है। पहले ही यह बात तय मानी जा रही थी कि अगर इस बार धनंजय सिंह चुनाव नहीं लड़ सके तो वे अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी या किसी अन्य करीबी को चुनाव मैदान में उतार सकते हैं। अब जेल में रहते हुए उन्होंने अपनी पत्नी श्रीकला के लिए बसपा का टिकट हासिल कर लिया है।
जौनपुर में धनंजय की मजबूत पकड़
जौनपुर की सियासत में धनंजय सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं और उनकी इस इलाके पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। अपने दम पर वे इस क्षेत्र से सांसद और विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। माना जा रहा है कि उनकी पत्नी के चुनाव मैदान में उतरने के कारण अब जौनपुर लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणात्मक मुकाबला होगा। रंगदारी और अपहरण के मामले में जेल बजे जाने के बाद श्रीकला रेड्डी ने अपने पति धनंजय सिंह से जेल में मुलाकात की थी और इस मुलाकात के बाद उन्होंने समर्थकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने जौनपुर के लोगों से यह भी कहा था कि उन्हें अपने नेता धनंजय सिंह के साथ सहानुभूति रखनी चाहिए। उनके इस बयान से साफ हो गया था कि वे धनंजय सिंह की को मिली सजा को सहानुभूति में तब्दील करने की कोशिश में जुट गई हैं। श्रीकला रेड्डी मौजूदा समय में जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं और उनका ताल्लुक दक्षिण भारत के एक बड़े राजनीतिक और व्यापारिक घराने से है। माना जा रहा है कि वे भाजपा और सपा प्रत्याशियों के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ेंगी।
सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को दिया है टिकट
जौनपुर में सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। मायावती सरकार में प्रभावशाली मंत्री रह चुके बाबू सिंह कुशवाहा को एनआरएचएम घोटाले में जेल जाना पड़ा था। इस घोटाले में घिरने के बाद उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ बगावत कर दी थी। इसके बाद उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। बाद में कुशवाहा ने जन अधिकार पार्टी का भी गठन किया था। उनकी पत्नी सुकन्या कुशवाहा ने 2014 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गाजीपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को जौनपुर से प्रत्याशी बनाकर भाजपा को चुनौती देने की कोशिश की है।
जौनपुर की सियासी जंग हुई रोचक
भाजपा ने जौनपुर में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। कृपाशंकर सिंह मूल रूप से जौनपुर के ही रहने वाले हैं। उन्होंने लंबे समय तक महाराष्ट्र में कांग्रेस की सियासत की है और इस दौरान वे प्रदेश के गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। बाद में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी और अब पार्टी ने उन्हें जौनपुर के सियासी अखाड़े में उतार दिया है। जौनपुर में अब भाजपा, सपा और बसपा तीनों ने मजबूत उम्मीदवार उतार दिए हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि अब जौनपुर लोकसभा सीट की जंग काफी रोचक हो गई है। मायावती ने बड़ा सियासी दांव चलते हुए भाजपा और सपा दोनों दलों को कड़ी चुनौती देने की कोशिश की है और अब सबकी निगाहें इस लोकसभा क्षेत्र पर लग गई हैं।