Lok Sabha Election 2024: गाजियाबाद से खाता खोलने को बेताब कांग्रेस, डॉली शर्मा पर लगा सकती है दांव
Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लडेंगे। गाजियाबाद लोकसभा से कांग्रेस पार्टी के लिए काफी अहम मानी जा रही है।
Lok Sabha Election 2024: इंडिया गठबंधन के तहत गाजियाबाद लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने प्रदेश में मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। सपा ने गाजियाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला लिया है। देश की राजधानी से सटी गाजियाबाद लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। गाजियाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के रिटायर्ड जनरल वीके सिंह सांसद हैं। 26 अप्रैल को यहां मतदान होना है।
डॉली शर्मा पर दांव लगा सकती है कांग्रेस
आगामी लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लडेंगे। गाजियाबाद लोकसभा से कांग्रेस पार्टी के लिए काफी अहम मानी जा रही है। कांग्रेस की ओर से पिछले लोकसभा चुनावों में प्रत्याशी रहीं डॉली शर्मा एक बार फिर मैदान में उतारी जा सकती हैं। प्रियंका गांधी की करीबी माने जाने वाली डॉली पर पार्टी दांव लगा सकती है। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से कई अन्य नेता भी टिकट के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। पूर्व सांसद सुरेंद्र गोयल के बेटे और यूपी कांग्रेस के महासचिव सुशांत गोयल, सेवानिवृत्त शिक्षक एसडी कौशिक और मेयर का चुनाव लड़ चुकी पुष्पा रावत भी टिकट के लिए रेस में शामिल हैं।
भाजपा का गढ़ रही है सीट
गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है। यहां 2014 चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे फिल्म अभिनेता राज बब्बर को करीब साढ़े पांच लाख वोट से हार का सामना करना पड़ा। उन्हें राजनाथ सिंह ने हराया था। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में करीब 70 फीसदी हिंदू और 25 फीसदी मुस्लिम आबादी हैं। मुस्लिम और दलित मतदाता यहां निर्णायक की भूमिका अदा करते हैं। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और यादव वोटर भी यहां बड़ी संख्या में हैं।
कांग्रेस का खाता खुलना अभी बाकी
गाजियाबाद लोकसभा सीट 2009 के आम चुनावों में अस्तित्व में आई। इसके पहले हापुड़ लोकसभा के रूप में इसे जाना जाता था। जब से सीट बनी है, तब से यहां तीन चुनाव हुए हैं। सभी में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं। कांग्रेस का खाता खुलना अभी बाकी है। 2009 लोकसभा चुनावों में भाजपा की ओर से दिग्गज नेता राजनाथ सिंह मैदान में थे। उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने रिटायर्ड जनरल वीके सिंह को मैदान में उतारा। वह भी बड़े अंतर से दोनों चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।