Ghaziabad News: डॉली शर्मा ने भरी हुंकार, कांग्रेस के सामने वजूद बचाने की लड़ाई
Ghaziabad News: बीते एक वर्ष में उन्होंने पारिवारिक झंझावातों का मजबूती से सामना किया है। विगत एक वर्ष में डॉली शर्मा ने कई बड़ी चुनौतियों को एक आयरन लेडी के रूप में फेस किया है।
Ghaziabad News: कांग्रेस ने एक बार फिर से डॉली शर्मा पर भरोसा जताया है। लोकसभा के चुनावी रण में डॉली शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। डॉली शर्मा मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं, लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं और वो भले ही चुनाव हार गई हैं लेकिन भगवा गढ़ में उन्होंने जिस जुझारूपन से और जिन तेवरों के साथ चुनाव लड़ा है वो वास्तव में काबिले तारीफ है। डॉली शर्मा ने चुनावी रण में एक तरह से भगवा गढ़ में सिंहनी दहाड़ के साथ चुनाव लड़ा है। आयरन लेडी की तरह वो रण में आती हैं।
बीते एक वर्ष में उन्होंने पारिवारिक झंझावातों का मजबूती से सामना किया है। विगत एक वर्ष में डॉली शर्मा ने कई बड़ी चुनौतियों को एक आयरन लेडी के रूप में फेस किया है। ये डॉली शर्मा का अंदाज है, तभी तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उन पर भरोसा जताया है। लेकिन इन सबके बाद सबसे बड़ी बात ये है कि डॉली शर्मा चुनावी रण में दहाड़ तो रही हैं लेकिन भाजपा के विशाल वोटों के पहाड़ को वो कैसे पाट पाएंगी। अगर कांग्रेस की संगठन स्थिति को देखें तो यहां विधानसभा चुनाव में उसके सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है।
भाजपा के पास बूथ से लेकर मंडल तक एक पूरी फौज
नदिया पार का इलाका भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां हुए चुनाव में कुल पड़े वैध मतों का 71 प्रतिशत वोट भाजपा को मिला है। चिरंजीवी विहार, गोविंदपुरम, शास्त्री नगर, कवि नगर, राजनगर का इलाका भाजपा का गढ़ कहा जाता है। भाजपा के पास यहां बूथ से लेकर मंडल तक एक पूरी फौज है। ऐसे में डॉली शर्मा के सामने बड़ी चुनौती भाजपा के इस वोटों के पहाड़ को काटने की है। हालांकि ये चुनाव हार या जीत से ज्यादा विपक्ष के उम्मीदवार की मजबूती का भी चेक होगा। उम्मीदवार की चुनाव लड़ने की क्षमता भी देखी जाएगी। यहां कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार पर दांव खेला है और यहां डॉली शर्मा जितने जुझारू तेवरों के साथ चुनाव लड़ेंगी, उन्हें उतना ही माइलेज मिलेगा। ये चुनाव उनके लिए एक बेस भी तैयार करेगा।