Lok Sabha Election 2024: खड़गे ही नहीं,अमित शाह और जेपी नड्डा के हेलीकॉप्टर की भी हुई तलाशी,चुनाव आयोग का जवाब
Lok Sabha Election 2024: बिहार में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी को लेकर कांग्रेस हमलावर है
LOK Sabha Election 2024:बिहार में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी को लेकर कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग पर विपक्ष को निशाना बनाए जाने का बड़ा आरोप लगाया गया था। इस बीच बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे नियमित प्रक्रिया बताया गया है।चुनाव आयोग ने कहा कि विपक्ष को निशाना बनाए जाने के आरोपों में कोई दम नहीं है क्योंकि इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के हेलीकॉप्टरों की भी तलाशी ली गई थी।
समस्तीपुर में हुई थी खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गा चुनाव प्रचार के सिलसिले में शनिवार को बिहार के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान समस्तीपुर में अधिकारियों की ओर से उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई थी। इस तलाशी पर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने तीखा विरोध जताया था।कांग्रेस का कहना था कि भाजपा के नेता लगातार हेलीकॉप्टरों और विमानों से विभिन्न राज्यों का दौरा करने में जुटे हुए हैं मगर उनकी कभी तलाशी नहीं ली गई। खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी से साफ हो गया है कि आयोग की ओर से पक्षपात पूर्ण तरीके से काम किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस बाबत चुनाव आयोग से जवाब भी मांगा था।
आयोग ने दिया कांग्रेस के आरोपों का जवाब
अब बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से इस बाबत स्पष्टीकरण जारी करते हुए कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया गया है। आयोग ने कहा कि यह आरोप लगाना पूरी तरह निराधार है कि सिर्फ एक ही राष्ट्रीय नेता के हेलीकॉप्टर की जांच पड़ताल की गई। इस बाबत सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में खड़गे का नाम तो नहीं लिया गया है मगर उनकी ओर स्पष्ट तौर पर इशारा जरूर किया गया है।आयोग ने कहा कि इससे पहले पिछले महीने बिहार दौरे पर पहुंचने के समय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के हेलीकॉप्टरों की भी जांच पड़ताल की गई थी। बिहार के सीईओ ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो की ओर से निर्धारित एसओपी के अनुसार चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टरों की जांच की जाती है। इसी के तहत अमित शाह और नड्डा के हेलीकॉप्टरों की भी जांच की गई थी। इसलिए सिर्फ एक राष्ट्रीय नेता के हेलीकॉप्टर की जांच का आरोप पूरी तरह निराधार है।
कांग्रेस ने तलाशी पर खड़े किए थे सवाल
खड़गे के हेलीकॉप्टर की जांच के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई थी। बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग के अधिकारी विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहे हैं, जबकि भाजपा के नेताओं को खुलेआम घूमने की अनुमति दी गई है। उन्होंने खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इस वीडियो में एक हेलीकॉप्टर के चारों ओर पुलिसकर्मी और अन्य अधिकारी खड़े हुए दिखे थे।उन्होंने चुनाव आयोग से इस बाबत सवाल भी पूछा था। उनका कहना था कि आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या कांग्रेस नेताओं के हेलीकॉप्टरों की इस तरह जांच रेगुलर है? क्या एनडीए के नेताओं के हेलीकॉप्टरों की भी इसी तरह जांच की जा रही है? उनका कहना था कि चुनाव आयोग को इस बाबत अपने रिकॉर्ड सार्वजनिक करने चाहिए। उनकी ओर से सवाल उठाए जाने के बाद अब बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है।