Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली सीट, मां की साख बचाने उतरेंगी प्रियंका !
Lok Sabha Elections 2024: रायबरेली लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव में लड़ सकती हैं। कांग्रेस के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की मांग है कि सोनिया गांधी की सीट से अब उनकी बेटी प्रियंका गांधी ही यहां से ताल ठोकें।
Lok Sabha Elections 2024: रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट लंबे समय से कांग्रेस परिवार का गढ़ मानी जाती रही है। यह उत्तर प्रदेश की वह दो सीटें हैं, जिन पर पूरे देश की निगाहें टिकी रहती हैं। इंडिया गठबंधन के तहत रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी को दी गई है। पिछले चुनावों में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस सीट से सांसद चुनी गई थी।
रायबरेली से लड़ सकती हैं प्रियंका
सियासी गलियारों में यह खबर है कि रायबरेली लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव में लड़ सकती हैं। कांग्रेस के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की मांग है कि सोनिया गांधी की सीट से अब उनकी बेटी प्रियंका गांधी ही यहां से ताल ठोकें। इस सीट पर भी कांग्रेस के पास ज्यादा दावेदार नहीं हैं। रायबरेली सदर से कांग्रेस पार्टी की विधायक रहीं अदिति सिंह ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है। इससे रायबरेली में पार्टी की स्थिति पहले से कमजोर मानी जा रही है।
रिकॉर्ड 17 बार जीती कांग्रेस
रायबरेली लोकसभा सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस पार्टी का वर्चस्व रहा है। इस सीट से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों ने 17 बार जीत दर्ज की है। इस सीट पर 1952 से लेकर अब तक भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सिर्फ दो बार ही जीत हासिल कर सके हैं। जबकि एक बार यहां से जनता पार्टी के उम्मीदवार राजनारायण ने इंदिरा गांधी को हराकर सीट पर कब्जा किया था।
जाएंट किलर ने इंदिरा को हराया
अमेठी के साथ रायबरेली लोकसभा सीट को भी कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। यहां से कांग्रेस ने सर्वाधिक चुनाव जीते हैं। लेकिन इन सभी बातों से ज्यादा चर्चा इस सीट पर इंदिरा गांधी के हार की रही है। जनता पार्टी के उम्मीदवार राजनारायण ने वर्ष 1977 के आम चुनावों में इंदिरा गांधी को हराया था। उस समय इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी। इसलिए उनके हार की चर्चा पूरे देश में हुई थी। इसके बाद क्षेत्रीय पत्रकारों ने राजनारायण को 'जाएंट किलर' तक बता दिया था।
क्या है जातिगत समीकरण
रायबरेली लोकसभा सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां दलित मतदाता सबसे अधिक संख्या में हैं। लोकसभा क्षेत्र में करीब 26 प्रतिशत दलित वोटर हैं। 18 फीसदी ब्राह्मण और 11 फीसदी क्षत्रिय मतदाता हैं। 23 प्रतिशत अन्य जातियों के मतदाता हैं।