Lok Sabha Election:उम्र को नजर अंदाज कर चुनाव प्रचार में मोदी ने राहुल अखिलेश को पीछे छोड़ा

Lok Sabha Election: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी घोषणा के पहले ही प्रचार प्रसार का काम शुरू कर दिया था, लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद को प्रचार प्रसार में तेजी पकड़ी तो उसके आगे भीषण गर्मी भी नतमस्तक होने को मजबूर दिखी।

Report :  Jyotsna Singh
Update: 2024-06-01 05:36 GMT

Lok Sabha Election

Lok Sabha Election: 18 वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव में इस बार भी सत्ताधारी दलों और विपक्षी नेताओं ने प्रचार प्रसार में अपनी पूरी ताकत झोंकने का काम किया। फिर चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह,राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ हो या फिर विपक्षी दलों की तरफ से राहुल अखिलेश या प्रियंका हों लेकिन इन सबके बीच 73 वर्षीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे अधिक चुनाव प्रचार कर एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि उम्र का उन पर कोई असर नहीं है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी घोषणा के पहले ही प्रचार प्रसार का काम शुरू कर दिया था। लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद को प्रचार प्रसार में तेजी पकड़ी तो उसके आगे भीषण गर्मी भी नतमस्तक होने को मजबूर दिखी।

लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 दिनों के चुनावी अभियान में 206 जनसभाएं व रोडशो किए। यही नहीं, इस दौरान 80 मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों को साक्षात्कार देकर भी नया कीर्तिमान कायम किया। वर्ष 2019 के चुनाव में पीएम ने 11 अप्रैल से 19 मई तक 142 जनसभाओं को संबोधित किया था।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रचार अभियान की शुरुआत अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले ही दक्षिण भारत की पांच दिवसीय यात्रा से शुरू हुई। इस दौरान उन्होंने केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक में कई कार्यक्रमों को संबोधित करने के साथ ही तेलंगाना के मलकाजगिरी में रोडशो भी किया था। प्रधानमंत्री मोदी की अंतिम जनसंभा 30 मई को पंजाब के होशियारपुर में हुई।


वहीं एक और सीनियर नेता तथा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी चुनाव प्रचार के दौरान रैलियों का शतक लगाया। राजनाथ सिंह ने सातों चरणों में 94 जनसभाओं को संबोधित करने के साथ 7 रोड शो भी किए। 30 मई को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन उन्होंने कुशीनगर, रॉबर्ट्सगंज व चंदौली में रैली की।


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने के लिए जबरदस्त मेहनत की। उन्होंने कुल 188 रैलियां व जनसभाएं कीं। इसमें रोडशो व अन्य कार्यक्रम भी शामिल हैं।


कांग्रेस की रैलियों की बात करें तो राहुल गांधी ने कुल 65 रैलियां कीं, जो मोदी के मुकाबले तिहाई भी नहीं हैं।


आदित्यनाथ ने एनडीए के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए देश भर में कुल 204 चुनाव कार्यक्रम किए हैं। इनमें 169 जनसभाएं, 13 रोड शो, 15 प्रबुद्ध सम्मेलन शामिल हैं।


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी आइएनडीआइए उम्मीदवारों को जिताने के लिए खूब पसीना बहाया है। उन्होंने 49 दिनों में 81 चुनावी जनसभाएं की हैं। उन्होंने मैनपुरी, कन्नौज व लखनऊ में रोड शो भी किया है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी व उनकी बहन प्रियंका वाड्रा ने भी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने के लिए खूब मेहनत की।


मुख्यमंत्री ने 61 दिन और नेता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनडीए के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए देश भर में कुल 204 चुनाव कार्यक्रम किए हैं। इनमें 169 जनसभाएं, 13 रोड शो, 15 प्रबुद्ध सम्मेलन शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत 27 मार्च से की थी। कुल 65 दिनों में उन्होंने 61 दिन प्रचार किया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी आइएनडीआइए उम्मीदवारों को जिताने के लिए खूब पसीना बहाया है। उन्होंने 49 दिनों में 81 चुनावी जनसभाएं की हैं। उन्होंने मैनपुरी, कन्नौज व लखनऊ में रोड शो भी किया है।


चुनाव प्रचार में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवम कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने प्रदेश में नौ बड़ी जनसभाएं कीं।कांग्रेस नेता राहुल गांधी व उनकी बहन प्रियंका वाड्रा ने प्रचार प्रसार खूब किया पर वह भाजपा नेताओं से आगे नहीं निकल पाए। उन्होंने लखनऊ में एक सम्मेलन को भी संबोधित किया। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी रायबरेली व अमेठी के चुनाव प्रचार में डटी रहीं.। उन्होंने करीब डेढ़ माह में 108 जनसभाएं की। प्रियंका ने सहारनपुर, फतेहपुर सीकरी, रायबरेली, अमेठी व वाराणसी में रोड शो भी किया।


बसपा प्रमुख मायावती ने 35 जनसभाएं कीं। उन्होंने प्रचार अभियान की शुरुआत 11 अप्रैल को महाराष्ट्र के नागपुर से की थी। उन्होंने 28 जनसभाएं उत्तर प्रदेश व सात जनसभाएं दूसरे राज्यों में की हैं।मायावती ने उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब व उत्तराखंड में भी जनसभाएं की हैं।


वहीं, मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कुल 18 जनसभाएं की हैं। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कुल 150 जनसभाएं व चौपाल आयोजित की।

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