Loksabha Chunav 2024: जौनपुर लोकसभा सीट बीजेपी ने कृपाशंकर सिंह को बनाया उम्मीदवार, जानें यहां का समीकरण
Loksabha Election 2024 Jaunpur Seats : जौनपुर लोकसभा सीट पर भाजपा ने कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। जबकि इंडिया गठबंधन और बसपा अपना जातीय समीकरण का प्लान तैयार करने में जुटे हुए हैं।
Loksabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों के ऐलान से पहले यूपी का जौनपुर लोकसभा सीट चर्चा का विषय बना हुआ है। इस लोकसभा सीट पर भाजपा ने कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर इंडिया गठबंधन और बसपा अपना-अपना जातीय समीकरण का प्लान तैयार करने में जुटे हुए हैं। वहीं पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी यहां से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन अपहरण, रंगदारी मांगने, धमकाने व आपराधिक साजिश रचने के मामले में जौनपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने उनको सात साल की सजा सुनाई है। सात साल की सजा के कारण वो अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। उनकी ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर सजा से राहत के लिए अपील की गई है। फिलहाल, लोकसभा सभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा के संयुक्त प्रत्याशी रहे श्याम सिंह यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के कृष्ण प्रताप सिंह को 80,936 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी। श्याम सिंह यादव को 5,21,128 और कृष्ण प्रताप सिंह को 4,40,192 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के देव व्रत मिश्रा को 27,185 वोट मिला था।
जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का निर्वाचन संख्या 73 है। इसमें वर्तमान में 6 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इस लोकसभा क्षेत्र का गठन जौनपुर जिले के बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मलहनी और मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर किया गया है। यह लोकसभा क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया था। यहां कुल 18,67,976 मतदाता हैं। जिनमें से 8,76,825 पुरुष और 9,91,056 महिला मतदाता हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 10,40,652 यानी कि 55.71 प्रतिशत मतदान हुआ था।
धनंजय सिंह मल्हनी विधानसभा सीट से तीन बार चुनाव में किस्मत आजमा चुकें हैं। लेकिन उनको सफलता हाथ नहीं लगी है।
जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास
जौनपुर लोकसभा सीट पर कांगेस के बीरबल सिंह पहली बार सांसद चुने गए थे। लेकिन भारतीय जनसंघ पार्टी के ब्रह्मजीत सिंह ने 1962 में जीत हासिल कर सबसे पहले यहां कांग्रेस के विजय रथ को रोक दिया था। कांग्रेस के उम्मीद्वार राजदेव सिंह ने 1963 में हुए लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज कर 1967 व 1971 में लगातार तीन बार जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। यही इकलौते ऐसे सांसद रहे जिन्होंने इस सीट पर तीन बार लगातार जीत का परचम लहराया था। इमरजेंसी के बाद वर्ष 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी से राजा यादवेंद्र दत्त दुबे ने कांग्रेस के राजदेव सिंह को 99,872 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी। फिर 1980 के चुनाव में भारतीय लोकदल से डा. एयू आजमी (ने ) कांग्रेस के राजदेव सिंह को 2,763 वोटों से रहाकर विजयी हुए थे।
पहली बार 1998 में सपा और 2009 में बसपा को मिली सफलता
बता दें कि इस सीट पर 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पारस नाथ यादव ने भाजपा के राज केशर सिंह को 13,426 वोटों से हराकर पहली बार साइकिल दौड़ाई थी। लेकिन 1999 में हुए चुनाव में भाजपा के स्वामी चिन्मयानंद ने सपा के पारस नाथ यादव को 8,635 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। तब अटल बिहारी बाजपेयी के सरकार में स्वामी चिन्मयानंद मंत्री बने थे। वहीं लोकसभा चुनाव 2009 में बसपा से बाहुबली धनंजय सिंह ने सपा के पारस नाथ यादव को 80,351 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी। बसपा को इस सीट पर 2009 में पहली बार जीत मिली थी।
पारस नाथ यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार साइकिल दौड़ाई।
जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का जातीय समीकरण
जौनपुर में अन्य जातियों की तुलना में ब्राह्मण और क्षत्रिय जातियों की संख्या अधिक है। यही कारण है कि इस सीट पर अधिकतर सांसद क्षत्रिय रहे हैं। यहां ब्राह्मणों की संख्या 2,43,810 है। जबकि क्षत्रिय की संख्या 1, 91,184 हैं। वहीं मुस्लिमों की संख्या 2,21,254 और 2,25,110 संख्या यादवों की है। बता दें कि अनुसूचित एवं अन्य जाति के लोगों की संख्या 2,31,970 है।
यहां जानें भाजपा उम्मीद्वार कृपाशंकर सिंह के बारे में
जौनपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीद्वार कृपाशंकर सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी से की थी। वे महाराष्ट्र में कांग्रेस की विलास राव देशमुख सरकार में गृह राजमंत्री भी रह चुके हैं। कृपाशंकर सिंह मूलरूप से जौनपुर के तेजीबाजार के सहोदरपुर निवासी हैं। वह पहली बार 1971 में मुंबई गए। वहां उन्होंने 1972 से 1975 तक रूसेल फार्मा में लैब असिस्टेंट के रूप में काम किया। इसके बाद 1975-1989 तक रोच फार्मा में काम किया। उन्होंने अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत 1977 से यूथ कांग्रेस, सेवादल और कांग्रेस से की। वे पहली बार मुंबई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। इसके बाद कांग्रेस के राज्य महासचिव बने। 1994 से 1999 तक एमएलसी रह चुके हैं। पहली बार 1999 में महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सांता क्रूज वाकोला सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में जीत दर्ज की। उनकी लोकप्रियता और संगठन में पकड़ को देखते हुए उन्हें विलास राव देशमुख सरकार ने गृह राज्य मंत्री बनाया। इसके बाद इसी सीट से ये लगातार दो बार 2004 से 2014 तक विधायक रहे। लेकिन विधानसभा चुनाव 2018 में हार गए। इन्होंने 2008 से 2012 तक मुंबई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभाई। 10 सितंबर 2019 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 7 जुलाई 2021 को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी ने इन्हें 4 अगस्त 2021 को महाराष्ट्र का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था।
जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से अब तक चुने गए सांसद
- कांग्रेस से बीरबल सिंह 1952 और 1957 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भारतीय जनसंघ पार्टी से ब्रह्मजीत सिंह 1962 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- कांग्रेस से राजदेव सिंह 1963, 1967 और 1971 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता दल से राजा यादवेंद्र दत्त दुबे 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता दल से डा. एयू आजमी 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- कांग्रेस से कमला प्रसाद सिंह 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से राजा यादवेंद्र दत्त दुबे 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता दल से अर्जुन सिंह यादव 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से राज केशर सिंह 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- सपा से पारस नाथ यादव 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से स्वामी चिन्मयानंद 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- सपा से पारस नाथ यादव 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- बसपा से धनंजय सिंह 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से कृष्ण प्रताप सिंह 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- बसपा से श्याम सिंह यादव 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।