चुनाव की बातें: केरल में "ट्वेंटी 20" का खेल
Kerala Lok Sabha Election 2024: किटेक्स ग्रुप ने मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के विकल्प के रूप में "ट्वेंटी 20" नाम से एक राजनीतिक दल खड़ा किया है।
Kerala Lok Sabha Election 2024: कोच्चि। केरल में एक अनोखा प्रयोग देखने को मिल रहा है। 2015 में चुनावी राजनीति में कदम रखने वाले अन्ना-किटेक्स ग्रुप की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) शाखा, "ट्वेंटी 20" भारतीय लोकतंत्र में कॉर्पोरेट एंट्री का एक नया अध्याय लिख रही है।
किटेक्स ग्रुप ने मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के विकल्प के रूप में "ट्वेंटी 20" नाम से एक राजनीतिक दल खड़ा किया है। अन्ना किटेक्स ग्रुप (Anna Kitex Group) एक गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी है - जिसे फोर्ब्स एशिया की 200 सर्वश्रेष्ठ अंडर ए बिलियन डॉलर कंपनियों में स्थान दिया गया है। किटेक्स गारमेंट्स ने ट्वेंटी20 द्वारा शुरू की गई विकास और कल्याण योजनाओं के लिए अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड का वितरण किया है।
2015 के ग्राम पंचायत चुनावों में "ट्वेंटी 20" ने ग्राम परिषद की 19 में से 17 सीटें जीतीं और 69 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को कोई सफलता नहीं मिली थी।
2024 लोकसभा चुनाव में ट्वेंटी 20
ट्वेंटी 20 ने इस बार दो लोकसभा क्षेत्रों, एर्नाकुलम और चलाकुडी पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है। ये दोनों सीटें अभी कांग्रेस के पास हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि लोकसभा चुनावों में पार्टी की उपस्थिति को नकारा नहीं जा सकता, क्योंकि इसमें मतदाताओं को लुभाने की होड़ में लगे तीनों मोर्चों का खेल बिगाड़ने की क्षमता है।
राजनीतिक मौजूदगी
फिलवक्त ट्वेंटी 20 चार स्थानीय निकायों, किज़क्कमबलम, मझुवन्नूर, कुन्नाथुनाड और ऐकारनाड को नियंत्रित करता है। ये सभी चालकुडी एलएस निर्वाचन क्षेत्र के कुन्नाथुनाड विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आते हैं। 2021 के विधानसभा चुनावों में, इसके उम्मीदवार ने कुन्नथुनाड में 42,701 वोट या 27.56 फीसदी वोट शेयर हासिल किए, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस के वीपी सजींद्रन की हार हुई। कुल मिलाकर, ट्वेंटी-20 ने विधानसभा चुनावों में आठ उम्मीदवार उतारे और उन्हें कुल 1.45 लाख वोट मिले।
जानकारों और विश्लेषकों के अनुसार, 2024 के चुनावों में ट्वेंटी 20 की प्रासंगिकता है। मतदाता ऐसे संगठनों को विकल्प मानते हैं। इसके अलावा, ट्वेंटी 20 के पास किज़क्कमबलम और अन्य ग्राम पंचायतों में जन-समर्थक उपायों को लागू करने का एक ट्रैक रिकॉर्ड है। चुनाव परिणाम से ट्वेंटी 20 को अपनी राजनीतिक रणनीतियों पर आत्मनिरीक्षण करने का मौका मिलेगा। जिसमें आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से बाहर निकलने का निर्णय भी शामिल है।