Lok Sabha Election: खालिस्तानी अमृतपाल ने भरा पर्चा, अब मांग रहा जमानत
Lok Sabha Election: असम की जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन किया हुआ है। अब चुनाव लड़ने के लिए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से जमानत मांगी है।
Lok Sabha Election: सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा है कि कट्टरपंथी अलगाववादी अमृतपाल सिंह ने अब चुनाव लड़ने के लिए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से जमानत मांगी है। बता दें कि असम की जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन किया हुआ है।
10 मई को सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल को जमानत का विरोध करते हुए सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया (एसजी) तुषार मेहता अमृतपाल का जिक्र किया और अदालत से इस तरह का आदेश पारित नहीं करने का आग्रह किया है। मेहता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दिए जाने पर आपत्ति जताई और अदालत से कहा कि ऐसा आदेश गलत मिसाल कायम कर सकता है।
अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक अंतरिम जमानत
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने मेहता से ऐसे मामलों में समानताएं नहीं बनाने को कहा। कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल से कहा कि ऐसे मामले में एक समान फॉर्मूला नहीं है। इसके बाद शीर्ष अदालत ने चुनाव प्रचार के लिए अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक अंतरिम जमानत देने की कार्रवाई की।
अलगाववादी अमृत पाल सिंह को सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत 23 अप्रैल 2023 से हिरासत में लिया गया है। उसके बारे में कहा जाता है कि वह लोकसभा चुनाव में पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। सिंह फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की हिरासत में असम की जेल में हैं।
अमृतपाल ने डिब्रूगढ़ जेल से अपना नामांकन पत्र किया दाखिल
31 वर्षीय अमृतपाल ने 9 मई को डिब्रूगढ़ जेल में अपना नामांकन पत्र भरा। उसके कागजात उसके चाचा ने तरनतारन में दाखिल किये थे। उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, 'वारिस पंजाब दे' संगठन के स्वयंभू प्रमुख के पास अमृतसर की एसबीआई शाखा में एक खाते में 1,000 रुपये हैं। इसके अलावा सिंह के पास कोई चल या अचल संपत्ति नहीं है।