Lok Sabha Election 2024: देवीपाटन मंडल में BSP खराब कर सकती है BJP उम्मीदवारों का गणित, समझें समीकरण
Lok Sabha Election 2024: भाजपा और इंडिया गठबंधन के टिकट वितरण को लेकर दावेदार व समर्थक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में टिकट वितरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद हो चुका है। चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी 7 चरणों में चुनाव सम्पन्न होंगे। उधर यूपी की देवी पाटन मंडल की चार लोकसभा सीट पर बीजेपी, इंडिया गठबंधन, बसपा समेत अन्य ने भी अभी सभी सीटों पर पत्ते नहीं खोले है। देश के सबसे बड़े लोकसभा चुनावी महाभारत संग्राम में शह मात का खेल गली मोहल्लों से लेकर कस्बों में चर्चाएं जारी है। लेकिन, लोकसभा चुनाव की सियासत टिकट के इर्द-गिर्द ही घूम रही है। हर किसी की नजरें सियासी सफर तय करने वाले दावेदारों के टिकट पर टिकी हुई हैं। बसपा ने अभी तक देवीपाटन मंडल की किसी भी सीट पर अधिकृत पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं, सपा कांग्रेस गठबंधन व भाजपा भी सभी सीटों पर प्रत्याशी तय नहीं कर सकी हैं।
उम्मीदवारों को टिकट का बेसब्री से इंतजार
भाजपा और इंडिया गठबंधन के टिकट वितरण को लेकर दावेदार व समर्थक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में टिकट वितरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कैसरगंज व बहराइच सुरक्षित से भाजपा का टिकट तय होना है। वहीं, कैसरगंज और श्रावस्ती से सपा-कांग्रेस गठबंधन भी उम्मीदवार नहीं उतार सकी हैं। जबकि बसपा ने अधिकृत रूप से देवीपाटन मंडल की चारों लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार अभी नहीं घोषित किए। हालांकि, श्रावस्ती लोकसभा के वर्तमान सांसद रामसिरोमणि वर्मा अपना प्रचार कर रहे हैं, किन्तु किस दल के उम्मीदवार हैं इस पर चुप्पी साध लेते हैं।
सूत्र की मानें तो बागियों पर सपा-कांग्रेस व बसपा की नजर टिकी है। ऐसे में देवी पाटन मंडल की सियासत उलझी हुई है। श्रावस्ती सपा जिलाध्यक्ष सभाजीत यादव का कहना है कि लोकसभा चुनाव को लेकर पहले भाजपा नाम फाइनल करे, इसके बाद सपा भी प्रत्याशी तय कर देगी। चुनाव के लिए सपा ने तुरुप का पत्ता तैयार कर रखा है। सिर्फ वेट एंड वाच हो रहा है। श्रावस्ती भाजपा जिलाध्यक्ष उदय नाथ त्रिपाठी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर टिकट का फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। पार्टी का प्रत्याशी कमल का फूल है। संगठन पार्टी के प्रत्याशी की मदद करेगा।
वहीं, जिस तरह बसपा ने अभी तक देवीपाटन मंडल के किसी भी सीट पर अधिकृत रूप से अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। उससे दो तरह के संदेश इकट्ठे आ रहे हैं। पहला तो ये है कि बसपा श्रावस्ती लोकसभा पर भाजपा को भी तगड़ा चैलेंज देने की मूड में है। दूसरा ये है कि आखिर क्या कारण है कि बसपा ने अभी तक देवीपाटन मंडल की एक भी सीट पर अधिकृत प्रत्याशी नही घोषित किए। जबकि, श्रावस्ती लोकसभा में उसके अपने पार्टी का सांसद हैं। साथ ही बलरामपुर जनपद की गैसड़ी विधानसभा में हो रहा उपचुनाव जातीय गणित सभी दलों का खराब कर रहा है। जो इंडिया गठबंधन की सबसे अधिक जिताऊ मानी जाने वाली सीटें हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक सीट लाने वाली पार्टी ही देश पर राज करती है। यही कारण है कि सभी पार्टियों का फोकस उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा रहता है। भारतीय जनता पार्टी कुल 80 सीटें जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। समाजवादी पार्टी भी बीजेपी को रोकने के लिए न चाहते हुए भी कांग्रेस से गठबंधन किया है। बीच में ऐसी बातें भी उठीं कि इंडिया गठबंधन बीएसपी प्रमुख को पीएम कैंडिडेट बनाने का ऑफर दे रहा है। पर बीएसपी प्रमुख ने खुद इन बातों का खंडन किया और यह भी कहा कि वो ऐसी बातें उनकी पार्टी को कमजोर करने के लिए की जा रही हैं।
दूसरी ओर टिकट को लेकर हो रही चर्चाओं में कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पार्टी भी मुझे ही पसंद करती है। उन्होंने कहा कि टिकट का दो-तीन दिन में निर्णय हो जाएगा। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के प्रतियाशियों की तीन लिस्ट आ जाने के बावजूद कद्दावर भाजपा नेता बृजभूषण का उसमें नाम नहीं था। इसके बाद बहराइच और कैसरगंज में चर्चा होने लगी कि शायद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कुश्ती विवाद के कारण कट सकता है।
ऐसे में जब टिकट को लेकर मीडिया ने बृजभूषण शरण सिंह से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी कई लोकसभा क्षेत्र के टिकट फाइनल होना बाकी हैं। जैसे बहराइच, कैसरगंज, देवरिया समेत कई सीटें ऐसी हैं, जहां पर पार्टी अभी टिकट की घोषणा नहीं कर पाई है। उन्होंने आगे कहा कि हमको लगता है कि यह सारे भ्रम दो-तीन दिन में समाप्त हो जाएंगे।