Lok Sabha Election: हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका,सांसद ने इस्तीफा देकर थामा कांग्रेस का हाथ
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Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे और हिसार से भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा से इस्तीफा देते हुए बृजेंद्र सिंह ने कहा कि कई मुद्दों पर उनकी पार्टी से असहमति रही है। उन्होंने कहा कि किसानों का मुद्दा रहा हो या फिर महिला पहलवानों का मुद्दा, कई कारण ऐसे थे कि बीजेपी के साथ आगे नहीं चल सकता था। इस कारण मैंने भाजपा से इस्तीफा देने का फैसला किया। माना जा रहा है कि पार्टी की ओर से उन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान सियासी जंग में उतर जा सकता है। भाजपा सांसद के पिता बीरेंद्र सिंह हरियाणा के दिग्गज नेता रहे हैं और उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती रही है।
खड़गे के आवास पर कांग्रेस में हुए शामिल
भाजपा से इस्तीफा देते हुए बृजेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जगत प्रकाश नड्डा के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के इन शीर्ष को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने सांसद के रूप में मुझे सेवा करने का मौका दिया। भाजपा से इस्तीफा देने का ऐलान करने के बाद बृजेंद्र सिंह ने अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मुलाकात की और कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
जानकार सूत्रों का कहना है कि पिछले कई माह से दोनों पिता-पुत्र कांग्रेस के संपर्क में थे। बीरेंद्र सिंह और बृजेंद्र सिंह दोनों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लंच में भी हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं दोनों ने सार्वजनिक मंचों से सोनिया गांधी और राजीव गांधी की जमकर तारीफ भी की है। इसके बाद से ही बृजेंद्र सिंह के पहले बदलने की चर्चाएं सुनी जा रही थीं।
आईएएस की नौकरी छोड़कर बने सांसद
बृजेंद्र सिंह ने आईएएस की नौकरी छोड़कर 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरने का फैसला किया था। भाजपा की ओर से टिकट दिए जाने के बाद उन्होंने हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। उनकी जीत का मार्जिन 3,14,068 वोटों का था। उन्होंने जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला और उस समय कांग्रेस में रहे भव्य बिश्नोई को हराकर यह जीत हासिल की थी।
बृजेंद्र सिंह के पिता वीरेंद्र सिंह को हरियाणा का दिग्गज नेता माना जाता रहा है और वे पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उन्होंने पांच बार उचाना विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव जीता और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। 2022 तक वे राज्यसभा के सदस्य रहे। वे हिसार लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। हरियाणा में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती रही है।
हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका
हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने इन सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। हरियाणा में इस बार कांग्रेस और आप ने गठबंधन कर लिया है और दोनों दल भाजपा को मजबूत चुनौती देने की कोशिश में जुटे हुए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बृजेंद्र सिंह का इस्तीफा भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि अब कांग्रेस की ओर से उन्हें लोकसभा की सियासी जंग में उतर जा सकता है।
कांग्रेस नेता ने किया फैसले का स्वागत
कांग्रेस महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह जी के बेटे,भाजपा से हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा को छोड़कर, हम सबकी प्रेरणास्त्रोत आदरणीया श्रीमती सोनिया गांधी, हमारे शीर्ष नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं राहुल गांधी के विचारों में आस्था जताते हुए, आज कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
कांग्रेस नेता ने लिखा कि आज का दिन मेरे लिए हर्ष से भरा हुआ है क्योंकि चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार से हमारा रिश्ता पीढ़ियों का है। वे आज फिर से कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं। मैं बृजेंद्र सिंह का हार्दिक स्वागत करती हूं एवं आशा करती हूं कि जल्द ही चौधरी बीरेंद्र सिंह भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे एवं न्याय की लड़ाई में हमारा साथ देंगै। अब बीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रेमलता के भी जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।