Lok Sabha Election: दूसरे चरण में इंडिया गठबंधन में जबर्दस्त बिखराव, केरल और बंगाल में सहयोगी दलों में हो रही भिड़ंत
Lok Sabha Election 2024: इन सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच भारी टकराव दिख रहा है। गठबंधन में शामिल दलों के प्रत्याशी ही एक-दूसरे को चुनौती देने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
Lok Sabha Election 2024: दूसरे चरण की लोकसभा सीटों पर विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में जबर्दस्त बिखराव दिख रहा है। दूसरे चरण में केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है जबकि पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों पर मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं। इन सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच भारी टकराव दिख रहा है। गठबंधन में शामिल दलों के प्रत्याशी ही एक-दूसरे को चुनौती देने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
वैसे आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल महाराष्ट्र के राजनीतिक दल राष्ट्रीय समाज पक्ष ने भी कुछ सीटों पर एनडीए में शामिल दलों के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं मगर इंडिया गठबंधन में यह स्थिति ज्यादा गंभीर दिख रही है।
केरल में दिख रहा जबर्दस्त टकराव
केरल की सभी लोकसभा सीटों का फैसला दूसरे चरण में होना है। केरल में कांग्रेस और उसके स्थानीय सहयोगी दलों ने यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट बना रखा है जबकि दूसरी ओर वामदलों ने मिलकर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट बना रखा है। केरल की स्थानीय सियासत में खींचतान के चलते इन दोनों फ्रंटो के बीच सीटों को लेकर कोई तालमेल नहीं हो सका। राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर यूडीएफ और एलडीएफ के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है।
केरल में चुनाव प्रचार के दौरान भी इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने एक-दूसरे पर तीखा हमला बोला था। वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की किस्मत का फैसला होना है और इस लोकसभा क्षेत्र में राहुल को एलडीएफ की ओर से उतार गई उम्मीदवार एनी राजा से कड़ी चुनौती मिल रही है। चुनाव प्रचार के दौरान जहां एक ओर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला था वहीं दूसरी ओर राहुल और प्रियंका ने भी लेफ्ट को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी।
बंगाल में भी आपस में भिड़े सहयोगी दल
इसी तरह पश्चिम बंगाल की तीन लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण में मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत नहीं बन सकी थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो यहां तक कर दिया था कि पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन का कोई मतलब नहीं है।
ऐसे में बंगाल की तमाम लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन में आपस में ही टकराव दिख रहा है। वामदलों और कांग्रेस की ओर से टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखे हमले किए जा रहे हैं। दूसरे चरण की तीनों सीटों पर इंडिया गठबंधन के सदस्य एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं।
एनडीए में भी दिख रही खींचतान
दूसरी ओर यदि बात की जाए एनडीए की तो इंडिया में शामिल महाराष्ट्र की स्थानीय पार्टी राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपीएस) ने बिहार की किशनगंज लोकसभा सीट पर जदयू प्रत्याशी मास्टर मुजाहिद के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतार दिया है। इसी तरह मध्य प्रदेश की टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतार रखा है मगर यहां भी इस पार्टी की ओर से प्रत्याशी उतारे जाने से खींचतान की स्थिति दिख रही है।
वैसे एनडीए की अपेक्षा ज्यादा गंभीर स्थिति इंडिया गठबंधन में ही दिख रही है क्योंकि गठबंधन में शामिल दल केरल और पश्चिम बंगाल में ताकतवर स्थिति में है। दोनों ही राज्यों में भाजपा इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के इस टकराव का फायदा उठाने की कोशिश में जुटी हुई है।