Lok Sabha Election 2024: तीसरे राउंड में महाराष्ट्र की 11 सीटें, बारामती पर निगाहें

Lok Sabha Election 2024: बारामती में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का मुकाबला उनकी भाभी सुनेत्रा से है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2024-04-27 09:21 GMT

Lok Sabha Election 2024  (फोटो: सोशल मीडिया )

Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र की 11 लोकसभा सीटों पर 7 मई को तीसरे चरण में होने वाले मतदान में 258 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस राउंड में सबकी निगाहें बारामती पर होंगी, जहां शक्तिशाली शरद पवार परिवार के दो सदस्य एक-दूसरे के सामने हैं।

पुणे जिले के बारामती में सबसे अधिक 38 उम्मीदवार हैं, इसके बाद माधा (32), उस्मानाबाद (31), लातूर (28), हटकनंगले (27), कोल्हापुर (23), सोलापुर (21), सांगली (20), सतारा हैं। (16), रायगढ़ (13) और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग (9) हैं। बारामती में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का मुकाबला उनकी भाभी और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा से है।

दो शाही वंशज भी अलग-अलग सीटों से मैदान में हैं - कोल्हापुर में शाहू छत्रपति कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में और सतारा में उदयनराजे भोसले भाजपा उम्मीदवार के रूप में।

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे सिंधुदुर्ग-रत्ना से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के बागी विशाल पाटिल पार्टी की सहयोगी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) को सीट आवंटित होने के बाद सांगली लोकसभा चुनाव एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ रहे हैं।

मोहम्मद आरिफ नसीम खान का पार्टी कैंपेन कमेटी से इस्तीफा

इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान ने पार्टी की कैंपेन कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लकार्जुन खड़गे को चिट्‌ठी लिखकर इसकी जानकारी दी। नसीम ने कहा- महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर महा विकास अघाड़ी ने एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया। गठबंधन को सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए। मैं लोकसभा चुनाव के बाकी बची सीटों पर पार्टी के लिए प्रचार नहीं करूंगा। मैं कैंपेन कमेटी से इस्तीफा देता हूं। उन्होंने कहा कि पूरे महाराष्ट्र के कई मुस्लिम संगठन, नेता और पार्टी कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे थे कि कांग्रेस अल्पसंख्यक समुदाय से कम से कम एक उम्मीदवार को टिकट देगी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। ये सभी पार्टी नेता और कार्यकर्ता अब उनसे पूछ रहे हैं- कांग्रेस को मुस्लिम वोट चाहिए, उम्मीदवार क्यों नहीं।

Tags:    

Similar News