मुल्ला, मदरसा और माफिया की दीदी बन गईं ममता, शाह का TMC पर वार, मतुआ को मिला बड़ा आश्वासन

Amit Shah: बीते मंगलवार को बंगाल की उत्तर 24 परगना के बोनगांव में चुनावी रैली में अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ टीएमसी सुप्रीमो मां, माटी, मानुष" के वादे के साथ सरकार पर आ थीं।

Report :  Viren Singh
Update:2024-05-15 10:35 IST

Amit Shah (सोशल मीडिया) 

Amit Shah: देश में लोकसभा चुनाव-2024 की वजह से सियारी पारा चरम पर चढ़ा हुआ है। राजनीतिक पार्टियों के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए अपने अपने गुणा गणित के हिसाब वोटों को साधने में लगी हुई हैं। भाजपा ने इस बार 400 पार का लक्ष्य रखा है। बंगाल में भी अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए भाजपा के बड़े नेता देशभर में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार करते हुए विरोधियों पर जमकर निशाना साध रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने चुनावी सभा के जरिए पश्चिम बंगाल में हिन्दू मतदाताओं को साधते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कड़ा प्रहार किया।

इमामों को मासिक वेतन, पुजारियों को फूटी कौड़ी नहीं

बीते मंगलवार को बंगाल की उत्तर 24 परगना के बोनगांव में चुनावी रैली में अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ टीएमसी सुप्रीमो मां, माटी, मानुष" के वादे के साथ सरकार पर आ थीं, लेकिन अब वो "मुल्ला, मदरसा और माफिया" को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार ने इमामों को मासिक मानदेय दिया, लेकिन पुजारियों और मंदिरों के संरक्षकों को एक पैसा भी नहीं दिया। सूबे में इमामों को तो मानदेय दिया जाता रहा लेकिन पुजारियों और मंदिरों के रखवालों को कुछ नहीं मिलता है।

मुहर्रम ने कोई रोक नहीं, हिन्दू जुलूस पर बाधाएं

शाह ने कहा, ममता के राज में ताजिया (मुहर्रम पर मुस्लिम शोक मनाने वालों का जुलूस) में कोई बाधा नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस निकालने में नियमित बाधाएं हैं। राम लला की 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए सीएम पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि औपचारिक निमंत्रण मिलने के बावजूद, वह एक को खुश करने के लिए (राम मंदिर में) उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुईं, क्योंकि डर है कि कुछ वोट बैंक न खिसक जाए।

सीएए पर ममता कर रहीं गुमराह

मुख्यमंत्री पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय कानून पर लोगों को 'गुमराह' कर रही हैं, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अप्रवासी अल्पसंख्यकों को शरण और स्थायी निवास देना है। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस कानून का उद्देश्य किसी को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ टीएमसी सीएए के विरोध में उतरते हुए घुसपैठियों को भारतीय नागरिक बनाने की कोशिश कर रही है, जिसका उद्देश्य बांग्लादेश से आए मटुआ सहित उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को स्थायी निवास देना है।

मतुआ समुदाय को गृह मंत्री से मिला बड़ा आश्वासन

शाह ने यहां पर आश्वासन अगर भाजपा बंगाल में सत्ता में आती है तो उत्तर 24 परगना में बोंगांव और अन्य जगहों पर रहने वाले मतुआ समुदाय सीएए के तहत अधिकारों का लाभ उठा सकेंगे, सीएम ममता को चेतावनी देते हुए कि 'घोटालों' में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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