Lok Sabha Election:भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस का साथ, हमने कोई शादी थोड़ी की है, केजरीवाल का बड़ा बयान
Lok Sabha Election: यह गठबंधन स्थायी नहीं है। उन्होंने कहा हमारी कोई मैरिज नहीं हुई है। हम केवल देश बचाने के लिए 4 जून तक एक साथ आए हैं
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव अब अपने आखिरी चरण की ओर बढ़ चला है। अब एक जून को सातवें और आखिरी चरण के मतदान के बाद हर किसी को 4 जून को घोषित होने वाले नतीजे का बेसब्री से इंतजार है। चुनाव नतीजे की घोषणा से पूर्व आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इस बार दिल्ली में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का बड़ा दावा किया है।
एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह गठबंधन स्थायी नहीं है। उन्होंने कहा हमारी कोई मैरिज नहीं हुई है। हम केवल देश बचाने के लिए 4 जून तक एक साथ आए हैं। फिलहाल हमारा लक्ष्य भाजपा को हराना है और हमने इसी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रखा है। केजरीवाल के बयान से साफ हो गया है कि इंडिया गठबंधन की आगे की राह आसान नहीं है।
कांग्रेस के साथ लव या अरेंज मैरिज नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि आप और कांग्रेस दोनों पार्टियों सिर्फ भाजपा को हराने के लिए एक साथ आई हैं। दोनों दलों का गठबंधन हमेशा के लिए नहीं है। मौजूदा समय में हमारा लक्ष्य सिर्फ बीजेपी को हराना और तानाशाही और गुंडागर्दी का माहौल खत्म करना है।कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि हमने कोई शादी थोड़ी की है। हमने न तो लव मैरिज की है और न अरेंज मैरिज की है। हमने तो सिर्फ भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने के लिए हाथ मिलाया है।
इसलिए पंजाब में नहीं हुआ कांग्रेस से गठबंधन
इस बार के लोकसभा चुनाव में पंजाब में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो सका है और दोनों दल एक-दूसरे को चुनौती देने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इस बाबत सवाल पूछे जाने पर केजरीवाल का कहना था कि जहां भाजपा को हराने के लिए हमारे बीच एकजुटता जरूरी थी, वहां हमने गठबंधन किया है। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी कोई ताकत नहीं है और उसका कोई सियासी वजूद नहीं है। इसलिए पंजाब में आप और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं हुआ।उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश के संविधान और जनतंत्र को बचाना जरूरी है और इसीलिए हमने हाथ मिलाया है। जनता हमारे गठबंधन को पसंद कर रही है। अब आगे क्या करना है,इसके बारे में 4 जून को चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद फैसला लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पद से नहीं देंगे इस्तीफा
दिल्ली के शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल इन दोनों अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं मगर उन्हें 2 जून को सरेंडर करना है। केजरीवाल ने कहा कि वे किसी भी सूरत में डरने वाले नहीं हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का उनका कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा जेल जाना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि देश का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।वे जब चाहे मुझे जेल में डाल सकते हैं मगर मैं उनकी तानाशाही से डरने वाला नहीं हूं। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से जुड़े प्रकरण पर केजरीवाल ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह मामला कोर्ट में है। इसलिए इस पर कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। इसमें एक पक्ष उनका है तो दूसरा पक्ष विभव कुमार का है। ऐसे में दोनों पक्षों को देखते हुए इस मामले में अदालत को फैसला सुनाना है।
योगी आदित्यनाथ को हटाने का बयान दोहराया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अपने पुराने बयान को दोहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा के जीत हासिल करने की स्थिति में योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत हासिल करने में कामयाब हुए तो वे योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक कॅरियर खत्म कर देंगे।भाजपा को इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। केजरीवाल इससे पूर्व भी यह बयान दे चुके हैं कि पीएम मोदी के बाद गृह मंत्री अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा और योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा। हालांकि योगी आदित्यनाथ भी केजरीवाल के इस बयान को लेकर केजरीवाल पर पलटवार कर चुके हैं।