Lok Sabha Election:पंजाब और हरियाणा की सियासत में डेरों की भूमिका अहम,सच्चा सौदा के समर्थन से भाजपा को मिली ताकत
Lok Sabha Election: गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा ने हरियाणा में मतदान की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया
Lok Sabha Election2024: पंजाब और हरियाणा की सियासत में लंबे समय से डेरों की भूमिका को अहम माना जाता रहा है। दोनों राज्यों में मतदाताओं का बड़ा वर्ग डेरा गुरुओं से जुड़ा हुआ है और यही कारण है कि डेरा गुरुओं का समर्थन पाने के लिए राजनीतिक दलों में होड़ दिखती रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी इन दोनों राज्यों में डेरा गुरुओं का आशीर्वाद पाने के लिए राजनीतिक दलों की ओर से खूब मशक्कत की गई है।
हरियाणा की लोकसभा सीटों पर छठे चरण में शनिवार को मतदान हो रहा है जबकि पंजाब की सभी लोकसभा सीटों पर आखिरी चरण में एक जून को वोट डाले जाएंगे। गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा ने हरियाणा में मतदान की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। डेरा सच्चा सौदा का असर पंजाब और हरियाणा की सीमा से सटे कई जिलों में माना जाता रहा है और यही कारण है कि डेरा की ओर से किए गए इस ऐलान से भाजपा को बड़ी ताकत मिली है।
पंजाब-हरियाणा में कई डेरों के पास बड़ी ताकत
पंजाब और हरियाणा की सियासत में विभिन्न डेरे समय-समय पर काफी असरदार भूमिका निभाते रहे हैं। हरियाणा का डेरा सच्चा सौदा, अमृतसर का राधा स्वामी सत्संग ब्यास, डेरा नूर महल, जालंधर का निरंकारी डेरा,डेरा सचखंड बल्लां,लुधियाना का डेरा नामधारी और डेरा निरंकारी का अच्छा खासा असर माना जाता रहा है। इन डेरों के अलावा सिख समुदाय से जुड़े कई अन्य डेरे भी काफी प्रभाव वाले माने जाते रहे हैं।यदि पिछले चुनाव को देखा जाए तो समय-समय पर इन डेरों की ओर से अलग-अलग दलों को समर्थन देने का ऐलान किया गया है। पंजाब में 2002 के चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत में डेरों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी गई थी। इसके बाद से ही विभिन्न चुनावों में डेरों की भूमिका काफी चर्चा में रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अकाली दल की ओर से डेरों का समर्थन पाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
डेरा सच्चा सौदा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण
हरियाणा में पिछले कुछ चुनावों के दौरान डेरा सच्चा सौदा ने भाजपा को समर्थन दिया है। हरियाणा में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। हालांकि इधर के वर्षों में डेरा सच्चा सौदा अपने प्रमुख गुरमीत राम रहीम के कारण ज्यादा चर्चाओं में रहा है।राम रहीम को हत्या के दो अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया गया है और इन मामलों में उन्हें 2019 और 2021 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। राम रहीम इन दिनों रोहतक की सुनरिया जेल में 20 साल की सजा काट रहा है। हालांकि बीच-बीच में वह पैरोल पर बाहर भी आता रहा है जिसे लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं।
समर्थन के ऐलान से भाजपा को मिली ताकत
डेरा सच्चा सौदा ने हरियाणा में भाजपा को समर्थन देने का ऐलान पहले ही कर दिया है। डेरा सच्चा सौदा की ओर से 15 सदस्यीय कमेटी को चुनाव ड्यूटी के लिए भी नियुक्त किया गया है। राम रहीम की मुंहबोली बेटी हरप्रीत ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया। डेरा सच्चा सौदा की ओर से किए गए इस ऐलान से भाजपा को हरियाणा में बड़ी ताकत मिली है।भाजपा ने हरियाणा के पिछले चुनाव में सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी और इस बार भी पार्टी ने सभी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। हालांकि कांग्रेस और आप की ओर से भाजपा को कड़ी चुनौती भी मिल रही है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि डेरा सच्चा सौदा का समर्थन भाजपा के लिए कितना फायदेमंद साबित होता है।
पंजाब में दिख रही समर्थन पाने की होड़
पंजाब में आखिरी चरण में एक जून को मतदान होने वाला है। मतदान से पहले विभिन्न दलों के नेता डेरों का चक्कर काट रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने समर्थन और आशीर्वाद के लिए राधा स्वामी डेरा ब्यास से संपर्क किया है। कई प्रत्याशियों ने डेरा ब्यास के प्रमुख गुरदयाल सिंह ढिल्लों से दिल्ली में मुलाकात करके आशीर्वाद लिया है।पंजाब में करीब 32 फ़ीसदी दलित आबादी विभिन्न डेरों से जुड़ी हुई है और इस कारण डेरों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। अब यह देखने वाली बात होगी कि चुनाव से पहले कौन सा दल किस डेरे का समर्थन पाने में कामयाब हो पाता है।