Lok Sabha Election 2024: देवरिया में भाजपा तो महराजगंज में कांग्रेस नहीं मिल रहे ‘चेहरे’, आखिर कौन होगा खेवनहार

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर-बस्ती मंडल में देवरिया छोड़कर सभी आठ सीटों पर अपने वर्तमान सांसदों पर भरोसा जताया है। देवरिया सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

Update: 2024-03-27 03:01 GMT

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग ने गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ लोकसभा सीटों के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है। गोरखपुर मंडल की 6 लोकसभा सीटों पर सातवें चरण में तो बस्ती मंडल की तीन सीटों पर छठवें चरण में वोटिंग होनी है। इन नौ सीटों पर प्रत्याशी घोषणा में भाजपा आगे हैं। भाजपा ने आठ लोकसभा सीटों पर पुराने चेहरों पर दोबारा दांव लगाकर स्थिति साफ कर दी है, लेकिन देवरिया में उसे लंबा मंथन करना पड़ रहा है। इसी तरफ सपा और कांग्रेस गठबंधन भी असमंजस में है। दूसरी तरफ बसपा को अभी तक एक भी प्रत्याशी नहीं मिल सका है।

भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर-बस्ती मंडल में देवरिया छोड़कर सभी आठ सीटों पर अपने वर्तमान सांसदों पर भरोसा जताया है। देवरिया सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। ऐसे में डॉ.रमापति राम त्रिपाठी की जगह दूसरे प्रत्याशी को उतारे जाने की चर्चा है। गोरखपुर से एक बार फिर रवि किशन तो बांसगांव से लगातार चौथी बार कमलेश पासवान को टिकट दिया गया है। महराजगंज में छह बार के सांसद और केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी को एक बार फिर मैदान में उतारा है। डुमरियागंज से जंगदम्बिका पाल को लगातार तीसरी बार टिकट दिया गया है। वहीं कुशीनगर से विजय दूबे पर पार्टी ने एक बार फिर भरोसा जताया है। देवरिया जिले की सलेमपुर सीट से पार्टी ने लगातार तीसरी बार रवीन्द्र कुशवाहा को टिकट दिया है। वहीं बस्ती सीट से पार्टी ने हरीश द्विवेदी पर एक बार फिर भरोसा जताया है। संतकबीर नगर से प्रवीण निषाद एक बार फिर दावेदारी कर रहे हैं।

कांग्रेस-सपा गठबंधन को भी नहीं मिल रहे जिताऊ प्रत्याशी

इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को गोरखपुर व बस्ती मंडल में लोकसभा की छह सीटें मिली हैं। इनमें गोरखपुर सदर से टीवी अभिनेत्री काजल निषाद और बस्ती से कद्दावर राम प्रसाद चौधरी को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया। पार्टी को अभी भी कुशीनगर, डुमरियागंज, संतकबीर नगर और सलेमपुर लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित करना है। वहीं कांग्रेस के हिस्से में महराजगंज, देवरिया और बांसगांव लोकसभा सीट है। कांग्रेस में बांसगांव में बसपा सरकार में मंत्री रहे सदल प्रसाद पर दांव लगाया है तो देवरिया में अखिलेश सिंह कांग्रेस के खेवनहार बने हुए हैं। सुप्रिया श्रीनेत की कर्मभूमि महराजगंज में कांग्रेस को खेवनहार नहीं मिल रहे हैं। कभी फरेंदा से विधायक वीरेन्द्र चौधरी का नाम आगे होता है तो कभी अमरमणि त्रिपाठी के किसी परिवार के नाम पर चर्चाएं होने लगती हैं। 

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