BJP के 'अबकी बार 400 पार...' नारे पर छिड़ा विवाद, मैनपुरी के कवि ने चुनाव आयोग को भेजी शिकायत

Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी का नारा 'अबकी बार, 400 पार' खूब गूंज रहा है। रैलियों में इसी नारे से माहौल बनाया जा रहा है। अब इस पर विवाद हुआ है।

Written By :  aman
Update: 2024-03-19 13:02 GMT

प्रधानमंत्री मोदी (Social Media) 

'Abki Baar 400 Paar' Slogan Row: लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) का 'अबकी बार 400 पार' का नारा चहुंओर गूंज रहा है। बीजेपी की रैलियों में इसी नारे से नेता माहौल बना रहे हैं। चुनावी समर में 'हिट' हो चुके इस नारे पर यूपी के मैनपुरी जिले के एक कवि ने अपना अधिकार जताया है। उस कवि का दावा है कि, यह नारा उनकी एक कविता में उद्धृत है, जिसे उन्होंने चार साल पहले फेसबुक पर पोस्ट किया था।

कवि ने उक्त नारे के इस्तेमाल पर आपत्ति जाहिर करते हुए चुनाव आयोग को शिकायत भेजी है। अब देखना होगा कि, इलेक्शन कमीशन इस पर क्या निर्णय लेती है। फिलहाल, बीजेपी की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। 

क्या थी कविता की पंक्तियां?  

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के तहसील भोगांव के गांव कमलपुर निवासी कवि अवध बिहारी मिश्रा (Avadh Bihari Mishra) ने यह शिकायत भेजी है। अपनी कम्प्लेन में उन्होंने कहा है कि, वह कविता लेखन करते हैं। 5 अगस्त, 2019 को उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक कविता पोस्ट की थी। उस कविता के बोल थे- 'बिना बताए करते हो मोदी गड़बड़ हर बार, लेकिन हम गड़बड़ नहीं करेंगे अबकी बार, 370 35 = 405 हुए, हां हुए तो फिर यार, 2024 की संसद में होगी संख्या 400 पार'।


कवि की नाराजगी बीजेपी आईटी सेल से

अवध बिहारी मिश्रा का आरोप है कि, 'बीजेपी आईटी सेल (BJP IT Cell) ने इस कविता को उठाकर अपना नारा बना लिया। आज वही नारा हिट होकर लोगों को पसंद आ रहा है। कवि ने शिकायत दी है कि इस नारे को बनाने में उनके योगदान को अनदेखा किया जा रहा है, जो उचित नहीं है। उन्होंने इलेक्शन कमीशन से मांग की है कि बीजेपी के इस नारे पर पूर्ण प्रतिबंध लगे।'

अब नजर चुनाव आयोग की तरफ है कि, आगामी दिनों में वह क्या फैसला लेती है। वहीं, बीजेपी की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।  

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