Lok Sabha Polls Phase 2: दूसरे चरण में कल 88 लोकसभा क्षेत्रों में होगी वोटिंग, देश की इन हॉट सीटों पर टिकीं सबकी निगाहें
Lok Sabha Polls Phase 2: पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था। उत्तर प्रदेश में पहले चरण में आठ सीटों पर मतदान हुआ था और कल भी आठ सीटों पर मतदान का काम पूरा हो जाएगा।
Lok Sabha Polls Phase 2: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कल 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान होने वाला है। इन सीटों पर बुधवार की शाम को ही चुनावी शोर थम चुका है और मतदान की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था। उत्तर प्रदेश में पहले चरण में आठ सीटों पर मतदान हुआ था और कल भी आठ सीटों पर मतदान का काम पूरा हो जाएगा।
दूसरे चरण की 88 सीटों में पिछले चुनाव में एनडीए ने 61 सीटों पर जीत हासिल की थी। यूपीए को 24 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि तीन सीट अन्य के खाते में गई थी। दूसरे चरण में कई लोकसभा सीटों पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई है क्योंकि इन सीटों पर दिग्गज उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है।
दूसरे चरण में दो कैबिनेट मंत्रियों और चार राज्य मंत्रियों की किस्मत का फैसला होना है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बॉलीवुड एक्ट्रेस हेमा मालिनी, रामायण के राम अरुण गोविल, भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या, कांग्रेस नेता शशि थरूर, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पप्पू यादव और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला भी कल ही होने वाला है। दूसरे चरण की हॉट सीटों का ब्योरा इस प्रकार है।
वायनाड
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 में जीत हासिल करने के बाद दूसरी बार वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। केरल में एलडीएफ ने उनके खिलाफ भाकपा की एनी राजा को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। राहुल गांधी की उम्मीदवारी के कारण इस लोकसभा सीट पर देश-दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं। कांग्रेस के लिए यह लोकसभा सीट प्रतिष्ठा की जंग मानी जा रही है।
तिरुवनंतपुरम
केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस के चर्चित नेता शशि थरूर कड़े मुकाबले में फंसे हुए हैं। भाजपा ने इस सीट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को चुनाव मैदान में उतार दिया है। दो दिग्गज नेताओं के बीच हो रही इस भिड़ंत के कारण तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट मौजूदा चुनाव की हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। एलडीएफ की ओर से सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और पूर्व सांसद के.रविंद्रन को चुनावी अखाड़े में उतारा गया है। थरूर ने इस लोकसभा सीट पर पिछले तीन चुनावों में लगातार जीत हासिल की है और अब वे चौथी जीत हासिल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
मेरठ
मेरठ लोकसभा सीट पर भाजपा ने इस बार बहुचर्चित सीरियल रामायण के राम यानी अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने लगातार दो बार इस सीट पर जीत हासिल करने वाले राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काटकर इस बार अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है। सपा ने इस लोकसभा क्षेत्र में तीन बार अपना प्रत्याशी बदला और आखिर में मेरठ की पूर्व मेयर सुनीता वर्मा का नाम फाइनल किया। बसपा ने देवव्रत त्यागी को चुनाव मैदान में उतारकर भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है। इस सीट पर भी कड़ा मुकाबला माना जा रहा है।
पूर्णिया
पूर्णिया लोकसभा सीट पर भी देशभर की निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे पप्पू यादव ने राजद और जदयू उम्मीदवारों को मुश्किल में डाल दिया है। कांग्रेस की ओर से इस सीट पर दावेदारी की गई थी मगर राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने इस सीट पर पप्पू यादव की राह रोकने के लिए अपनी पार्टी का सिंबल बीमा भारती को दे दिया था। अब यह सीट राजद के लिए प्रतिष्ठा की जंग बन गई है। जदयू ने इस सीट पर लगातार दो बार जीत हासिल करने वाले संतोष कुशवाहा को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर त्रिकोणात्मक मुकाबले की उम्मीद है।
बेंगलुरु रूरल सीट
इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के छोटे भाई डीके सुरेश को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने इस बार मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सीएन मंजूनाथ को चुनाव मैदान में उतार कर डीके सुरेश को कड़ी चुनौती पेश कर दी है। डॉ मंजूनाथ मशहूर डॉक्टर होने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के मुखिया एचडी देवगौड़ा के दामाद भी हैं। ऐसे में उन्हें भाजपा के साथ ही जद (एस) कार्यकर्ताओं का भी पूरा समर्थन मिल रहा है। कर्नाटक में इस बार भाजपा और जद (एस) गठबंधन कर रखा है।
मथुरा
मथुरा लोकसभा सीट पर कल बॉलीवुड एक्ट्रेस हेमा मालिनी की किस्मत का फैसला होने वाला है। 2014 और 2019 में जीत हासिल करने के बाद वे हैट्रिक लगाने के लिए इस लोकसभा सीट पर मैदान में उतरी हैं। उन्हें चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने इस सीट पर मुकेश धनगर को चुनाव मैदान में उतारा है। बसपा ने सेवानिवृत्त आईआरएस अधिकारी सुरेश सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।
जोधपुर
जोधपुर लोकसभा सीट पर भी दूसरे चरण में कल मतदान होने वाला है। भाजपा ने इस लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस की ओर से करण सिंह उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।
कोटा
लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला इस बार कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाले ओम बिरला के लिए इस बार सियासी राह आसान नहीं मानी जा रही है। कोटा लोकसभा क्षेत्र में उन्हें अपने ही पुराने साथी और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे प्रह्लाद गुंजल से कड़ी चुनौती मिल रही है। पिछले करीब ढाई दशक से कोई भी लोकसभा का स्पीकर दोबारा सदन में नहीं पहुंचा है और ऐसे में ओम बिरला के सामने इस मिथक को तोड़ने की भी बड़ी चुनौती है।
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि कांग्रेस ने इस सीट पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मौजूदा सांसद संतोष पांडेय को टिकट दिया है। दोनों प्रत्याशियों के बीच इस बार कड़ा मुकाबला हो रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भूपेश बघेल के लिए राजनांदगांव में जीत का झंडा फहराना आसान नहीं है।
गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भाजपा ने अपने सांसद और पेशे से डॉक्टर महेश शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। महेश शर्मा दो बार इस सीट पर चुनाव जीत चुके हैं और इस बार वे हैट्रिक लगाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। सपा ने इस सीट पर डॉक्टर महेंद्र नागर को अपना प्रत्याशी बनाया है। बसपा मुखिया मायावती ने अपने गृह क्षेत्र की इस लोकसभा सीट पर पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सोलंकी पर दांव खेला है।
मांड्या
कर्नाटक की मांड्या लोकसभा सीट पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला भी कल ही होने वाला है। जनता दल (एस) के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे कुमारस्वामी को कांग्रेस के वेंकटरमड़े गौड़ा से कड़ी चुनौती मिल रही है। 2019 में इस सीट पर कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को हार का सामना करना पड़ा था। यही कारण है कि कुमारस्वामी इस बार हिसाब बराबर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
बाड़मेर
बाड़मेर लोकसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला हो रहा है। इस सीट पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को कांग्रेस के उम्मीद राम बेनीवाल कड़ी चुनौती दे रहे हैं। कैलाश चौधरी इस लोकसभा सीट पर 2019 में जीत हासिल करके पहली बार सांसद बने थे। निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने भी इस सीट पर पूरी ताकत लगा रखी है। ऐसे में वे भी काफी वोट काटने की स्थिति में दिख रहे हैं। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पिछले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।