Loksabha Election 2024: ...तो इसलिए चुनाव चिन्ह की सूची से गायब हुआ बुलडोजर, जानिए वजह
Election Commission: आयोग ने इस सूची से उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुके बुलडोजर चिन्ह को बाहर कर दिया है। इसके साथ ही चुनाव चिन्ह की सूची में मोबाइल चिन्ह को भी हटा दिया गया है।
Chunav Ayog 2024: चुनाव आयोग (Election Commission) ने लोकसभा चुनाव-2024 के चुनाव चिन्ह की सूची जारी कर दी है। आयोग ने इस सूची से उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुके बुलडोजर चिन्ह को बाहर कर दिया है। इसके साथ ही चुनाव चिन्ह की सूची में मोबाइल चिन्ह को भी हटा दिया गया है। जबकि सूची में आयोग ने ‘रोड रोलर’ को शामिल कर लिया है। अब राजनीति पार्टियों में बुलडोजर फिर से चर्चा का विषय बन गया है।
चुनाव चिन्ह की सूची से हटा बुलडोजर
दरअसल, निर्दलीय प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह में एक बुलडोजर और रोड रोलर भी शामिल था। जब चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव-2024 में निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए 190 चुनाव चिन्हों की सूची जारी की, तो उसमें बुलडोजर चिन्ह को बाहर कर दिया। चुनाव चिन्हों की सूची से बुलडोजर गायब हो गया लेकिन रोड रोलर को जगह मिल गई। वहीं मोबाइल चिन्ह भी इस सूची से बाहर हो गया है। चुनाव आयोग ने बुलडोजर को सूची से हटाने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन राजनीतिक इसे भाजपा से जुड़ा हुआ चिन्ह होने की बात कह रहे हैं।
विशेष दल की पहचान है ‘बुलडोजर’
उत्तर प्रदेश में बुलडोजर योगी सरकार की कार्यशैली की पहचान बन चुका है। इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता। आज कुछ स्थानों पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ‘बुलडोजर बाबा’ के नाम से भी जाने जाते हैं। ऐसे में राजनीतिक यह कहने से पीछे नहीं हट रहे हैं कि चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह सूची से बुलडोजर को इसलिए हटाया है, जिससे भाजपा की वोट पर सेंध ना लगे।
चुनाव चिन्ह की सूची में सब्जी-चप्पल
चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह की सूची में रोज रोलर के अलावा चप्पल, जूते, सब्जी, फल, बच्चों के खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, महिलाओं के श्रंगार की सामग्री तक को जगह दी है। सूची में सब्जियों में हरी मिर्च, फूलगोभी, अदरक, कटहल, भिंडी, मटर, शिमला मिर्च को शामिल किया है। जबकि फलों में सेब, अंगूर, तरबूज, नारियल, फलों की टोकरी, शामिल हैं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स में अखरोट, मूंगफली को रख गया है। यहीं नहीं सूची में बेकरी के आइटम में शामिल हैं जैसे- डबल रोटी, केक, आईस्क्रीम। बच्चों के खिलौने और स्कूल संबंधित सामग्री भी चुनाव चिन्ह की सूची में दी गई हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय व रजिस्टर पार्टियों के चुनाव चिन्ह पहले से ही निर्धारित होते हैं, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह आयोग निर्धारित करता है। चुनाव आयोग द्वारा सूची में दिए गए चिन्हों को ही निर्दलीय प्रत्याशी अपना चुनाव चिन्ह घोषित कर सकते हैं।