Loksabha 2024: रायबरेली से प्रियंका गांधी का नाम कंफर्म, कांग्रेसी बोले- इंदिरा, सोनिया और अब प्रियंका
Loksabha Chunav 2024: कांग्रेस कार्यकर्ता इस सीट से प्रियंका गांधी के उम्मीदवार बनने को लेकर निश्चिंत हैं। रायबरेली की सीट गांधी परिवार की महिलाओं के नाम ही रही है।
Raebareli Loksabha Seat: उत्तर प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election 2024) की रायबरेली सीट को लेकर जुगलबंदी जारी है। राजनीतिज्ञ का मानना है कि दोनों ही पार्टियों ने रायबरेली सीट से अपना उम्मीदवार चुन लिया है, लेकिन पत्ते खोलने से कतरा रही हैं। न तो भाजपा ने इस सीट से किसी उम्मीदवार का नाम लिया है और ना ही कांग्रेस ने कोई औपचारिक घोषणा की है। अब इस बीच रायबरेली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रियंका गांधी का नाम कंफर्म माना जा रहा है। रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी के नाम की ढोल खुद कांग्रेस कार्यकर्ता पीट रहे हैं।
रायबरेली सीट पर कब खुलेंगे पत्ते
दरअसल, पिछले एक महीने से कांग्रेस में रणनीतिकार रायबरेली सीट से किसे मैदान में उतारा जाए, इसपर मंथन कर रहे हैं। सोनिया गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव नही लड़ने के ऐलान के बाद से ही प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा जारी है। हालांकि अभी तक कांग्रेस के अलकमान की ओर से इसकी कोई घोषणा नहीं की गई है। इससे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस रायबरेली और अमेठी सीट को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है। ये दोनों ही सीट कांग्रेस के गढ़ हैं, इसलिए इन सीटों पर सही उम्मीदवार का चुनाव जरूरी है। कांग्रेस ने इस बात की घोषणा कर दी है कि वायनाड चुनाव के बाद ही रायबरेली और अमेठी सीट का निर्णय लिया जाएगा।
कार्यकर्ताओं ने कंफर्म किया प्रियंका का नाम
उधर, रायबरेली में प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने का ढोल खूब बज रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी का नाम कंफर्म कर दिया है। कांग्रेसी रायबरेली में ब्लॉक से लेकर गांव तक ग्रामीणों के बीच चौपाल लगा रहे हैं। इसके अलावा कार्यकर्ता और पदाधिकारी की बैठकें भी हो रही हैं। रायबरेली में प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की बात से कार्यकर्ताओं में काफी उल्लास है। कांग्रेस कार्यकर्ता इस सीट से प्रियंका गांधी के उम्मीदवार बनने को लेकर निश्चिंत हैं। यहां कार्यकर्ताओं का कहना है कि रायबरेली की सीट गांधी परिवार की महिलाओं के नाम ही रही है। सियासी पन्ने इस बात की गवाही देते हैं कि रायबरेली सीट पर गांधी परिवार से पहले इंदिरा गांधी, फिर सोनिया गांधी और अब प्रियंका गांधी इस विरासत को आगे बढ़ाएंगी।
इंदिरा, सोनिया के बाद प्रियंका गांधी की बारी
गौरतलब है कि आज रायबरेली में प्रियंका गांधी को लेकर वही हालात हैं जो साल 1967 में इंदिरा गांधी और 2004 में सोनिया गांधी के लिए बने थे। वर्ष 1967 में इंदिरा गांधी ने रायबरेली सीट से ही सियासी दुनिया में कदम रखा था। कांग्रेस उम्मीदवार बनकर इंदिरा गांधी ने अपने पहले ही चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार बीसी सेठ को 91,703 वोट से हरा कर बड़ी पटकनी दी थी। वहीं, लोकसभा चुनाव 1971 में रायबरेली सीट से इंदिरा गांधी ने फिर कांग्रेस की बागडोर संभाली थी। इसके बाद इंदिरा गांधी 1977 का चुनाव हार गई थीं और 1980 में फिर चुनाव जीतीं मगर दोहरी सीट पर जीत मिलने की वजह से उन्होंने रायबरेली सीट छोड़ दी थी। फिर यह सीट भाजपा के अरुण नेहरू को मिली थी। तब से लेकर साल 1998 तक भाजपा का इस सीट पर कब्जा था। मगर, साल 1999 में दोबारा कांग्रेस ने यह सीट हासिल कर ली। रायबरेली सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सतीश शर्मा की जीत हुई थी। इसके बाद साल 2004 में इस सीट पर सोनिया गांधी का कब्जा हो गया। साल 2004 में सोनिया गांधी ने पहली बार रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीता था।
प्रियंका के नाम पर भाजपा में हलचल
इसके बाद से ही रायबरेली की सीट कांग्रेस के खाते में ही रही। अब रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ बन चुकी है। इसी समीकरण के तहत ही कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका गांधी का नाम कंफर्म समझ रहे हैं। रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी के नाम की चर्चा की वजह से ही भाजपा इस सीट से अपना उम्मीदवार तय नही कर पा रही है। रायबरेली सीट पर भाजपा कोई दमदार दावेदार ही मैदान में उतारना चाहती है। यहां भाजपा की पूरी कोशिश रहेगी कि इस बार रायबरेली सीट भाजपा के खाते में आए।