मेरठ में भी सपा के टिकट को लेकर घमासान, अतुल प्रधान के बाद योगेश वर्मा ने किया बड़ा दावा
UP Lok Sabha Election: चर्चा फैल गई कि अतुल प्रधान का टिकट काटकर योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। सुनीता वर्मा गुरुवार को नामांकन करने वाली हैं।
UP Lok Sabha Election: इस बार के लोकसभा चुनाव में कई क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी के टिकट को लेकर खींचतान की स्थिति दिखी है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कई लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी बदलने का ऐलान कर चुके हैं। अब मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर भी सपा के टिकट को लेकर रामपुर और मुरादाबाद जैसी घमासान की स्थिति दिख रही है। मेरठ में सपा नेतृत्व की ओर से भानु प्रताप सिंह का टिकट काटकर अतुल प्रधान को टिकट दिया गया था और अतुल प्रधान ने बुधवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
अतुल प्रधान के नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्व विधायक योगेश वर्मा और उनके समर्थक भी सक्रिय हो गए। फिर सपाइयों के बीच यह चर्चा फैल गई कि अतुल प्रधान का टिकट काटकर योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। सुनीता वर्मा गुरुवार को नामांकन दाखिल करने वाली हैं। हालांकि इस मुद्दे पर अभी सपा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है।
टिकट कटने की चर्चाओं के बीच अतुल प्रधान सक्रिय
मेरठ लोकसभा क्षेत्र में पहले समाजवादी पार्टी की ओर से भानु प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित किया गया था। उनकी उम्मीदवारी को लेकर सपा के कई नेताओं की ओर से नाराजगी जताई गई थी। पार्टी में चल रही इस खींचतान के बाद सपा नेतृत्व की ओर से अतुल प्रधान को प्रत्याशी घोषित किया गया। नामांकन के बाद टिकट कटने की चर्चाओं के बीच अतुल प्रधान लखनऊ पहुंच गए और उन्होंने सपा नेतृत्व से संपर्क साधा।
अतुल प्रधान की ओर से दावा किया गया है कि मेरठ से वही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हैं। हालांकि सपा की ओर से अभी तक इस बाबत कोई बयान नहीं जारी किया गया है। पार्टी का कोई पदाधिकारी इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं है। अतुल प्रधान का कहना है कि मेरे अलावा किसी को पार्टी का सिंबल आवंटित नहीं किया गया है। मैंने नामांकन दाखिल कर दिया है और अब विधिवत चुनाव प्रचार शुरू किया जाएगा।
योगेश वर्मा ने किया बड़ा दावा
दूसरी ओर पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने पार्टी हाईकमान की ओर से अपने पक्ष में फैसला किया जाने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट का पूरा समीकरण रखा है और तमाम तर्कों के साथ अपनी दावेदारी जताई है।
सारे समीकरण को समझने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मेरे दावे पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति के बाद ही मेरी पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनने पर सहमति बनी है और पार्टी का सिंबल भी आवंटित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुनीता वर्मा गुरुवार को नामांकन दाखिल करेंगी।
कई क्षेत्रों में घमासान की स्थिति
इस बार के लोकसभा चुनाव में सपा मुखिया अखिलेश यादव कई लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी बदल चुके हैं। मुरादाबाद में तो पार्टी प्रत्याशी को लेकर घमासान की स्थिति दिखी थी। पहले एसटी हसन को पार्टी उम्मीदवार घोषित किया गया था और उनके नामांकन के बाद रुचि वीरा को पार्टी उम्मीदवार बना दिया गया।
अब पता चला है कि आखिरी लम्हों में एक बार फिर पार्टी नेतृत्व ने एसटी हसन को ही पार्टी का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था मगर तब तक टाइम बीत चुका था। इसलिए वे पार्टी के उम्मीदवार नहीं बन सके। रामपुर में भी सपा के टिकट को लेकर खूब खींचतान हुई थी। बागपत में भी बुधवार को पार्टी प्रत्याशी बदल दिया गया। बागपत में अब मनोज चौधरी की जगह अमरपाल शर्मा को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया गया है।