Lok Sabha Election: मुस्लिम मतदाताओं की सपा प्रत्याशी से बगावत, बिगड़ गया समीकरण
Lok Sabha Election: एक सपा कार्यकर्ता से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उसने सपा को वोट न देने की बात कह कर वहां मौजूद लोगों को चौंका दिया।
Lok Sabha Election: चुनावी महासमर में पार्टियां मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। ऐसे में जुबानी हमले और पुराने वीडियो का भी सहारा लिया जा रहा है। ऐसे में अगर किसी प्रत्याशी या पार्टी की दुखती रग पर हाथ रख दिया जाए तो उसका चुनावी खेल बिगड़ने में देर नहीं लगेगी। ऐसा ही मामला पीलीभीत में प्रकाश में आया है। जनपद में एक प्रेस वार्ता के दौरान सपा प्रत्याशी भगवत शरण गंगवार असहज नजर आए।
सपा प्रत्याशी भगवत शरण गंगवार
मीडिया के सवाल के जबाब पर उनके साथ कांग्रेस की लोकसभा ऑब्जर्वर इतिहास को न दोहराने की गुहार लगाने लगी और बीजेपी पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाने लगीं। लेकिन, जो मतदाता कल तक भगवत शरण गंगवार के साथ घूम रहे थे। बाबरी मस्जिद में उनका नाम आने की जानकारी होने के बाद वह लोग भी अब कन्नी काटने लगे है। एक सपा कार्यकर्ता से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उसने सपा को वोट न देने की बात कह कर वहां मौजूद लोगों को चौंका दिया। उसने कहा मेरे लिए धर्म पहले है और पार्टी बाद में अगर बाबरी मस्जिद का विध्वंस करने में इनका हाथ है तो निश्चित रूप से यह गलत है और इनको वोट नहीं दिया जाएगा।
हालांकि, मीडिया द्वारा बाबरी मस्जिद मामले में सवाल करने वाले पत्रकारों को तोते की संज्ञा दे दी गई। तोतों को उनके हाकिमों ने जिस सवाल का रट्टा लगा कर भेजा है वही सवाल करेंगे, विकास के मुद्दों की कोई बात नही करेगा। मुख्य मुद्दों से हटकर ही बात करेंगे। हालांकि भाजपा हो या सपा सब एक दूसरे तंज कसने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं। लगातार हो रहे जुबानी हमले में जनता अब तक अपना मन नही बना पा रही कि आखिर किसको अपना अगला सांसद चुना जाए।
फिलहाल 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है। कुछ ही समय शेष बचा है अब देखना यह कि कौन इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में कौन बाजी मारता है और किसके सिर सांसदी का ताज सजेगा। किसकी मुरली की तान से जीत के सुर निकलते है।