Lok Sabha Election 2024: लोकसभा का रण, मुजफ्फरनगर का सियासी समीकरण
Muzaffarnagar News: भाजपा का सबसे बड़ा वोट बैंक जाट, ओबीसी और सवर्ण है। भाजपा ने जाट समाज के ही संजीव बालियान को टिकट दिया है।
Muzaffarnagar News: मुज्जफरनगर लोकसभा सीट
जिला मुजफ्फरनगर
मतदाता - 17 लाख
विधानसभा क्षेत्र - बुढ़ाना, चरथावल, मुज़फ़्फ़रनगर, खतौली, सरधना
जातीय समीकरण
- मुजफ्फरनगर सीट पर सबसे बड़ी संख्या मुसलमानों की है, जो करीब 5.75 लाख हैं। इसके बाद दलित 2.25 लाख हैं। फिर, जाट 2.10 लाख, कश्यप 1 लाख, सैनी 1.10 लाख हैं।
इस चुनाव में प्रमुख प्रत्याशी
संजीव बालियान - भाजपा
हरेन्द्र मलिक - सपा
दारा सिंह प्रजापति - बसपा
- मुज़फ़्फ़रनगर लोकसभा सीट पर पिछड़ा और अति पिछड़ा वोट सबसे महत्वपूर्ण होता है, जो कि हमेशा साइलेंट रहता है। मुज़फ़्फ़रनगर में मुख्य लड़ाई संजीव बालियान और समाजवादी पार्टी के हरेन्द्र मलिक के बीच है। समीकरण के लिहाज़ से देखें तो भाजपा के संजीव बालियान की राह आसान है लेकिन चुनौती अंदरूनी गुटबाज़ी है। भाजपा का सबसे बड़ा वोट बैंक जाट, ओबीसी और सवर्ण है। भाजपा ने जाट समाज के ही संजीव बालियान को टिकट दिया है।
- पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक भी जाट समाज से ही हैं। समाजवादी पार्टी का यहाँ पर मुख्य वोट बैंक अल्पसंख्यक है लेकिन सपा जाट, क्षत्रिय, त्यागी और अन्य पिछड़ा वर्ग के थोड़े-थोड़े वोट पाने की रणनीति पर काम कर रही है।
- बीएसपी ने दारा प्रजापति को टिकट दिया है, जिनके समाज का लगभग 50 हज़ार वोट है। बसपा का मूल वोट आधार एससी वर्ग है, जो कि लगभग 2.25 लाख के आसपास है।
पिछले चुनाव
- मुज़फ़्फ़रनगर सीट की लड़ाई हमेशा दिलचस्प होती रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान ने ज़बरदस्त संघर्ष के बाद रालोद के तत्कालीन अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को चुनाव हरा दिया था, जबकि चौधरी अजित सिंह सपा और बसपा गठबंधन में चुनाव लड़ रहे थे। अजित सिंह को 5,67,254 वोट मिले थे जबकि बालियान को 5,73,780 वोट मिले। 2014 में भी भाजपा के संजीव बालियान चुनाव जीते थे।
क्या हैं मुद्दे-मसले
- मुजफ़्फ़रनगर मुख्यतः किसान बेल्ट है, खेती-किसानी ही यहाँ का सबसे बड़ा मुद्दा है। क़ानून व्यवस्था भी यहाँ सबसे बड़े मुद्दों में से एक है।
पिछला विधानसभा चुनाव
- 2022 के विधानसभा चुनाव में मुज़फ़्फ़रनगर की 5 विधानसभा सीटों में से 2 भाजपा, 2 सपा और 1 रालोद जीती थी। हालाँकि खतौली विधानसभा उपचुनाव में सपा और रालोद गठबंधन से रालोद उम्मीदवार मदन भैय्या चुनाव जीत गए थे।