Loksabha Election 2024: ओडिशा में नवीन पटनायक का विधानसभा चुनाव में ही दिखता है जादू, लोकसभा में रहता है मोदी लहर
Loksabha Election 2024: ओडिशा में बीजू जनता दल का पिछले ढ़ाई दशक से कब्जा है। 2014 के मोदी लहर को भी शिकस्त देने वाले नवीन पटनायक 2000 से यहां के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हैं।
Loksabha Election 2024 : ओडिशा में हर बार की तरह लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होगा। इसके लिए सियासी मुहरे सजाए जा रहे हैं। ओडिशा में बीजू जनता दल का पिछले ढ़ाई दशक से कब्जा है। 2014 के मोदी लहर को भी शिकस्त देने वाले नवीन पटनायक 2000 से यहां के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हैं। शायद यही कारण है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और आइडियल चीफ मिनिस्टर समेत 7 पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। 147 विधानसभा सीटों वाले ओडिशा राज्य में 2019 में हुए चुनाव में 112 सीटों पर बीजू जनता दल को जीत मिली थी। जबकि भाजपा 23 और कांग्रेस 9 सीटों पर ही सिमट गई थी। वहीं 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 1 सीट पर सफलता मिली थी। इसके अलावा एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जीत दर्ज की थी।
विधानसभा चुनाव 2014
अगर 2014 विधानसभा चुनाव की बात करें तो जिस मोदी लहर में पुराने सियासी पेड़ धराशायी हो गए थे, उस दौरान नवीन पटनायक ने अपने कूर्सी को हिलने नहीं दिया था। उस चुनाव में बीजू जनता दल को 117 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि कांग्रेस 16 और भाजपा 10 सीटों पर ही सिमट गए थे। वहीं दो निर्दलीय और समता क्रांति दल व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को एक-एक सीट पर संतोष करना पड़ा था।
विधानसभा चुनाव 2009
वहीं 2009 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजू जनता दल ने अधिकारी रूप से किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं किया था। लेकिन लेफ्ट फ्रंट और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सहयोग से सरकार चलाया था। इस चुनाव में बीजू जनता दल ने 103 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि कांग्रेस 27 और भाजपा 6 सीटों पर जीत दर्ज कराने में कामयाब हुई थी। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 4 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 1 सीट पर सफलता मिली थी। बता दें कि इस चुनाव में 6 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की थी।
लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को मिलीं कितनी सीटें
ओडिशा के 21 लोकसभा सीटों पर 2019 में हुए चुनाव में भाजपा ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि बीजू जनता दल को 12 सीटों पर सफलता मिली थी। वहीं कांग्रेस को 1 सीट पर संतोष करना पड़ा था। मोदी लहर के दौरान 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजू जनता दल को 20 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जबकि भाजपा को महज 1 सीट पर संतोष करना पड़ा था।
लोकसभा चुनाव 2009
अगर 2009 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो कंधमाल दंगे के बाद नवीन पटनायक ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़कर तीसरे मोर्चा के साथ आ गए थे। उस समय भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही थी। इस चुनाव में बीजू जनता दल ने 14 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस को 6 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 1 सीट पर सफलता मिली थी।
बता दें कि 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद ओडिशा में भाजपा के वोट प्रतिशत में इजाफा देखने को मिला है। भाजपा को 2014 के चुनाव में 21.50 प्रतिशत वोट मिले थे वहीं 2019 में 38.4 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस का 12.2 प्रतिशत वोट कम हुए हैं।