Lok Sabha Election 2024: पीलीभीत में शुरू हुआ मतदान, EVM में कैद होगी किस्मत

Pilibhit News: पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर बीते 40 सालों से गांधी परिवार का कब्जा रहा है। सन 1989 से मेनका गांधी व वरुण गांधी लगातार इस सीट से सांसद रहे है।

Report :  Pranjal Gupata
Update:2024-04-19 07:44 IST

Pilibhit Lok Sabha Election 2024  (photo: social media )

Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत जनपद में पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर आज यानी 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान शुरू हो गया है। जिसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। वही पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट है।

जनपद में 1924 मतदेय स्थल, 1242 मतदान केंद्र, क्रिटीकल 516 मतदेय स्थल, 1674 पोलिंग पार्टियां रवाना हुई थी। 153 पोलिंग पार्टियां रिजर्व रखी गई है। जनपद में कुल 18 लाख 31 हजार 699 मतदाता है।

गांधी परिवार का रहा इस सीट पर कब्जा

आपको बता दे कि पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर बीते 40 सालों से गांधी परिवार का कब्जा रहा है।सन 1989 से मेनका गांधी व वरुण गांधी लगातार इस सीट से सांसद रहे है। यहां तक कि पीलीभीत को गांधी परिवार के नाम से ही देश विदेशों में जाना जाता है। हालांकि पीलीभीत बाँसुरी नगरी, टाइगर रिजर्व, मिनी पंजाब, चावल उधोग, के नाम से भी जानी जाती है।

क्या है जातिगत समीकरण

पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर कुल मतदाता 18 लाख के आसपास है। जातिगत समीकरणों के हिसाब से आपको बताए तो कुर्मी समाज तकरीबन दो लाख के आसपास है। वही मुस्लिम समुदाय के लोग तकरीबन साढ़े 4 लाख है। लोध किसान 4 लाख से अधिक हैं।  ब्राह्मण समाज की बात करे तो 1 लाख 75 हजार के आसपास हैं। सिख समाज के लोग तकरीबन एक लाख से अधिक है। बही दलित समाज 4 लाख है। दलित पासी एक लाख लगभग, बंगाली समाज एक से सवा लाख के आसपास है।

सपा ने उतारा है कुर्मी समाज का बड़ा नेता

आपको बता दे कि पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में इस बार सपा ने कुर्मी समाज के एक बड़े नेता भगवत सरन गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा है। जिसके बाद से ही भाजपा प्रत्याशी की नींदे उड़ी हुई है।

पीएम से लेकर सीएम सहित कई बड़े दिग्गज नेताओं को झोंकनी पड़ी ताकत

आपको बता दे कि पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर यूपी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।

जिसके बाद से ही इस सीट पर पीएम से लेकर सीएम सहित कई दिग्गज नेताओं को अपनी ताकत झोंकनी पड़ गई। इसकी खास बजह यह है कि क्योंकि यह सीट मेनका वरुण की परंपरागत सीट रही रही है। लगातार इस सीट पर मेनका वरुण सांसद चुने जाते रहे है। मेनका वरुण पीलीभीत को अपनी मातृभूमि मानते है। लेकिन इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने वरुण का टिकट काटकर जितिन को अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद से ही यह सीट हॉट सीट में शामिल हो गई। लगातार यह सीट भाजपा के खाते में ही रही है।

वही सूत्रों की माने तो इस बार इस सीट पर भले वरुण गांधी चुनाव न लड़ रहे हों, उनकी जगह पर जितिन प्रसाद चुनाव मैदान में है लेकिन फिर भी यह चुनाव वरुण और मोदी के बीच का चुनाव माना जा रहा है।

BJP के इस सीट से दावेदार भी सीट को अंदर खाने से हराने में है जुटे

आपको बता दे कि पहले से ही वरुण गांधी के पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट से टिकट कटने के कयास लगाए जा रहे थे। जिसके बाद से ही इस सीट पर भाजपा के मौजूदा राज्यमंत्री सहित कई दिग्गज नेताओं व विधायको ने अपनी दावेदारी ठोकी थी। लेकिन जब भाजपा ने टिकट घोषित किया तो एक बाहरी को अपना उम्मीदवार बनाया। जिसके बाद से ही बीजेपी खेमे में अंदर खाने से ही विरोध शुरू हो गया।

सपा के पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा जोकि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल हुए थे, उन्होंने विरोध किया । इसके बाद सूत्रों की माने तो भाजपा राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार, जो कि गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्यमंत्री है, अंदर खाने से सपा के क़द्दावर नेता एवं प्रत्याशी भगवत सरन गंगवार के प्रति साफ्ट दिखते है।

इसकी खास बजह यह भी मानी जा रही है कि कुर्मी समाज का बड़ा चेहरा है भगवत सरन गंगवार और राज्यमंत्री भी कुर्मी समाज से ही आते है।

हालांकि चुनाव प्रचार बंद होने के 2 दिन पूर्व संजय सिंह गंगवार राज्यमंत्री ने पांचो विधानसभाओं के ग्राम प्रधान, वीडीसी मेम्वर और तमाम कुर्मी समाज के लोगों को संजय रॉयल्स पार्क में इकट्ठा कर एक विशाल जनसभा की। भोज कराया । साथ ही शक्ति प्रदर्शन किया था।

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