Lok Sabha Election: ज्यादा बच्चे वालों को बांट देंगे आपकी संपत्ति… PM मोदी ने खेला बड़ा कार्ड, सियासी घमासान तेज

Lok Sabha Election 2024: पीएम मोदी के इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस में ठन गई है। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-04-22 11:40 IST

PM Modi (photo: social media )

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान की चुनावी सभाओं में ऐसा भाषण दिया,जिस पर सियासी घमासान तेज हो गया है। पीएम मोदी ने रविवार को राजस्थान में कहा कि कांग्रेस यदि सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और ज्यादा बच्चे वाले लोगों में बांट देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि वह माताओं और बहनों के सोने का हिसाब करेगी। उसके बारे में जानकारी लेने के बाद उस संपत्ति को वितरित कर देगी।

पीएम मोदी के इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस में ठन गई है। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री झूठ का सहारा लेकर चुनाव को मुद्दों से भटकाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि पहले चरण के मतदान में निराशा हाथ लगने के बाद पीएम मोदी के झूठ का स्तर इतना गिर गया है मगर भारत भटकने वाला नहीं है। एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी की बस इतनी ही गारंटी रही है कि मुसलमान को गालियां दो और वोट बटोरो।

सियासी जानकारों का मानना है कि पहले चरण में 102 सीटों पर हुए मतदान के बाद पीएम मोदी ने बड़ा सियासी कार्ड खेल दिया है। राजस्थान में उनके इस भाषण के बाद विपक्ष भी सतर्क हो गया है क्योंकि माना जा रहा है कि उनके इस बयान का ध्रुवीकरण के रूप में बड़ा चुनावी असर दिख सकता है।

ध्यान भटकाने की पीएम मोदी की चाल

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि पीएम मोदी के बौखलाहट भरे भाषण से साफ हो गया है कि पहले चरण में इंडिया गठबंधन जीत रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने जो बातें कही हैं,वह हेट स्पीच होने के साथ ही ध्यान भटकाने की एक सोची समझी चाल है। प्रधानमंत्री मोदी ने वही किया,जो उन्हें संघ से संस्कारों में मिला है। सत्ता के लिए झूठ बोलना, बातों का अनर्गल संदर्भ बनाकर विरोधियों पर झूठे आरोप मढ़ना, यह संघ और भाजपा के ट्रेनिंग की खासियत रही है।

उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता अब झूठ के झांसे में नहीं आने वाली है। हमारा घोषणा पत्र हर एक भारतीय के लिए है। सबके लिए बराबरी और न्याय की बात करने वाला है। देश के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने पद की गरिमा को इतना नहीं गिराया,जितना मोदी जी ने गिराया है।


मुसलमानों को गाली देना मोदी की गारंटी

प्रधानमंत्री के बयान पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मोदी ने आज मुसलमानों को घुसपैठिया और कई बच्चों वाले लोग कहा। 2002 से आज तक, मोदी की एकमात्र गारंटी मुसलमानों को गाली देना और वोट प्राप्त करना रही है।

अगर कोई देश की संपत्ति के बारे में बात कर रहा है, तो उसे पता होना चाहिए कि मोदी के शासन में भारत की संपत्ति पर पहला अधिकार उनके अमीर दोस्तों का हो गया है। एक फीसदी भारतीयों के पास देश की 40% संपत्ति है। आम हिंदुओं को मुसलमानों से डराया जाता है जबकि उनकी संपत्ति का इस्तेमाल दूसरों को अमीर बनाने के लिए किया जा रहा है।


चुनाव आयोग दर्ज करे शिकायत

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने लोगों से अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से दिए गए इस भाषण के लिए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की जानी चाहिए। सच्चाई तो यह कि चुनाव आयोग विपक्ष की अनदेखी करता रहा है जबकि भाजपा को खुली छूट देता रहा है। देश में चुनाव के दौरान चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के प्रति जवाबदेह नहीं है मगर वह देश के लोगों के प्रति जवाबदेह है।

पीएम मोदी के भाषण पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के क्रांतिकारी घोषणापत्र के लिए अपार समर्थन के रुझान सामने आने लगे हैं। देश अब अपने मुद्दों पर वोट करेगा, अपने रोजगार, अपने परिवार और अपने भविष्य के लिए वोट करेगा। भारत का ध्यान नहीं भटकाया जाएगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने भी प्रधानमंत्री पर मुद्दों से भागने और झूठ बोलने का बड़ा आरोप लगाया है।


पीएम के इस बयान पर सियासी घमासान

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को राजस्थान के जालौर-सिरोही और बांसवाड़ा की चुनावी सभाओं में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की संपत्ति का पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब हा कि ये संपत्ति जमा कर किसे बांटेंगे? जिनके अधिक बच्चे हैं। ये संपत्ति उनको बाटेंगे, क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों को दिया जाएगा? क्या आपको ये मंजूर है?

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह शहरी नक्सली मानसिकता वाले लोग माताओं और बहनों का मंगलसूत्र भी नहीं छोडेंगे। यह उस स्तर तक जा सकते हैं। कांग्रेस का घोषणा पत्र माओवादी सोच को धरती पर उतारने की उनकी कोशिश है। मेरी माताओं और बहनों की जिंदगी में सोना सिर्फ दिखाने के लिए नहीं होता है। यह उनके स्वाभिमान से जुड़ा हुआ मुद्दा है और उनका मंगलसूत्र सोने की कीमत से जुड़ा हुआ मुद्दा नहीं है। तुम उसे भी छीनने की बात कर रहे हो?


पीएम के बयान का पड़ेगा बड़ा असर

प्रधानमंत्री के इस बयान से साफ हो गया है कि दूसरे चरण के मतदान से पहले अब देश का चुनाव प्रचार तीखे दौर में पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी पिच पर ऐसी बल्लेबाजी शुरू कर दी है जिसका आने वाले मतदान पर बड़ा असर पड़ सकता है। प्रधानमंत्री के बयान के बाद विपक्षी नेताओं को ध्रुवीकरण की आशंका का डर भी सताने लगा है और यही कारण है कि पीएम मोदी का बयान आने के तुरंत बाद विपक्षी नेता उनका काउंटर करने में जुट गए।

सियासी जानकारों का मानना है कि दूसरे दौर के मतदान से पहले प्रधानमंत्री मोदी खुलकर बैटिंग करने लगे हैं। प्रधानमंत्री ने ऐसा सियासी कार्ड चल दिया है जिसका बड़ा असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद भाजपा हिंदुत्ववादी चेहरा माने जाने वाले फायरब्रांड नेता भी अब इस लाइन पर अपने हमले तेज कर सकते हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में योगी आदित्यनाथ और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे नेता इस मुद्दे को लेकर सियासी माहौल को और गरमा सकते हैं।

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