Election 2024: पूरे देश की निगाहें आज काशी पर, PM मोदी की बड़ी जीत BJP के लिए नाक का सवाल, भीषण गर्मी में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की चुनौती

Election 2024: प्रधानमंत्री मोदी इस लोकसभा सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं जहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से हो रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-06-01 02:49 GMT

PM Modi (photo: social media )

Lok Sabha Election 2024: भीषण गर्मी के बीच आज सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग है। यूं तो आज देश की 57 और उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है मगर देश-दुनिया की निगाहें वाराणसी संसदीय सीट पर ही लगी हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी के कारण वाराणसी को देश की सबसे हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी इस लोकसभा सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं जहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से हो रहा है। वैसे बसपा ने भी यहां पर अतहर जमाल लारी को चुनाव मैदान में उतारा है मगर वे चुनावी दौड़ में पिछड़े हुए नजर आ रहे हैं। तन झुलसने वाली भीषण गर्मी के बीच आज मतदान प्रतिशत को लेकर भी तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं। जानकारों का मानना है कि आसमान से बरसते अंगारों के बीच मतदान प्रतिशत बढ़ाना आसान साबित नहीं होगा।

जीत का मार्जिन बढ़ाने के लिए खूब मशक्कत

भाजपा के नेता इस लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री मोदी की जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं मगर असली लड़ाई प्रधानमंत्री मोदी की जीत का मार्जिन बढ़ाने की है। 2014 में इस सीट पर पहली जीत के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की जीत का मार्जिन काफी बढ़ गया था और इस बार के लोकसभा चुनाव में 10 लाख पार का नारा देते हुए इस मार्जिन को और बढ़ाने के लिए काफी मशक्कत की गई है।

भाजपा के दिग्गज के चेहरों के साथ ही जमीनी स्तर पर काम करने वाले पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के जीत का मार्जिन बढ़ाने के लिए भीषण गर्मी में खूब पसीना बहाया है। आज भाजपा नेताओं की ओर से की गई मेहनत का परीक्षण होना है जबकि इसका असली नतीजा 4 जून को घोषित किया जाएगा।


जबर्दस्त रोड शो के बाद पीएम ने किया था नामांकन

वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है। यह इस बात से भी साबित होता है कि चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में भी पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने के लिए नहीं पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी देश के अन्य हिस्सों में ही चुनाव प्रचार में जुटे रहे। प्रधानमंत्री मोदी नामांकन दाखिल करने के लिए 13 मई वाराणसी पहुंचे थे और इसी दिन उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के गेट पर स्थित मालवीय प्रतिमा से काशी विश्वनाथ धाम तक जबर्दस्त रोड शो किया था। प्रधानमंत्री मोदी के इस रोड शो में काशी की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा था।

काशी में देश के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले लोग काफी संख्या में रहते हैं और यही कारण था कि इस रोड शो के दौरान मिनी इंडिया का स्वरूप दिखा था। इस रोड शो के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी संसदीय सीट पर अपना नामांकन दाखिल किया था। पीएम मोदी के नामांकन दाखिल करने के मौके पर भाजपा के सभी दिग्गज नेता और कई राज्यों के मुख्यमंत्री वाराणसी में मौजूद थे। एनडीए में शामिल सहयोगी दलों के सभी नेता भी इस मौके पर वाराणसी पहुंचे थे।


नारी संवाद में उमड़ा महिलाओं का हुजूम

वाराणसी में अपने रोड शो में काफी संख्या में महिलाओं को देखने के बाद प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति से संवाद की इच्छा जताई थी। प्रधानमंत्री कि इस इच्छा के बाद 21 मई को वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में करीब 25,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया था। उल्लेखनीय बात यह है कि इस आयोजन की पूरी जिम्मेदारी भाजपा महिला मोर्चा और भाजपा से जुड़ी अन्य महिलाओं के कंधों पर ही थी।

प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम भी काफी कामयाब हुआ था और इसके जरिए आधी आबादी को साधने में मदद मिली थी। 21 मई के इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में भी अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार करने के लिए नहीं पहुंचे। इसे काशी के मतदाताओं के प्रति प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे के रूप में देखा जा रहा है।


2019 में बढ़ गया था जीत का मार्जिन

प्रधानमंत्री मोदी जब 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार चुनाव लड़ने के लिए काशी आए थे तो उनके खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने ताल ठोकी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस चुनाव में केजरीवाल को 3,71,784 मतों के भारी अंतर से हराया था जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे।

2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के जीत का मार्जिन काफी बढ़ गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सपा प्रत्याशी शालिनी यादव को 4,79,505 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अजय राय को तीसरा स्थान मिला था।


इस बार सबसे बड़ी जीत दिलाने का टारगेट

2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी को सबसे बड़ी जीत दिलाने का लक्ष्य तय कर रखा है। अभी तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम दर्ज है। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात की नवसारी सीट से 6 लाख 89 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।

अब सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री मोदी के नाम दर्ज कराने की तैयारी है और इसीलिए भाजपा की ओर से खूब मेहनत की गई है। गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी और पार्टी के तमाम अन्य कद्दावर नेताओं ने वाराणसी में कई सभाओं को संबोधित किया। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा के तमाम विधायकों, पूर्व विधायकों, पार्षदों और संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने गांव-गांव और गली-गली की खाक छानी है।


इंडिया गठबंधन का कड़ी चुनौती देने का दावा

दूसरी ओर इंडिया गठबंधन के नेताओं की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को कड़ी चुनौती देने का दावा किया जा रहा है। पार्टी के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी संसदीय सीट से प्रत्याशी अजय राय लंबे समय से वाराणसी में ही डेरा डाले हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के उम्मीदवारी के कारण वे वाराणसी में इतना बुरी तरह फंस गए कि प्रदेश के अन्य लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के लिए भी नहीं जा सके।

अजय राय के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सपा सांसद डिंपल यादव के साथ बड़ा रोड शो किया था। इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ एक बड़ी संयुक्त जनसभा भी की थी। इंडिया गठबंधन ने भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्रचार में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है मगर पीएम मोदी जैसे कद्दावर नेता को चुनौती देना अजय राय के लिए मुश्किल माना जा रहा है।

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