UP Election 2024: स्वामी प्रसाद मौर्य की मायावती से नहीं बन सकी बात, कुशीनगर सीट को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान
UP Election 2024: प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा की मुखिया मायावती के संपर्क मे थे और उनके बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी मगर मायावती के साथ उनकी बात नहीं बन पाई है।
UP Election 2024: राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुशीनगर लोकसभा सीट को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उनका कहना है कि अपनी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में वे नौ मई को कुशीनगर लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
जानकारों का कहना है कि इस बाबत वे बसपा की मुखिया मायावती के संपर्क मे थे और उनके बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी मगर अब उन्होंने कुशीनगर लोकसभा सीट को लेकर अपने पत्ते खोल दिए हैं। इससे साफ हो गया है कि मायावती के साथ उनकी बात नहीं बन पाई है।
स्वामी प्रसाद का अपने दम पर लड़ने का बड़ा ऐलान
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कुशीनगर लोकसभा सीट को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि लोकसभा क्षेत्र संख्या-65, कुशीनगर से राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी के रूप में दिनांक 09 मई 2024, दिन बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय, रविंद्रनगर धूस, कुशीनगर में नामांकन करूंगा। आप सभी सम्मानित साथी समय- प्रातः 10 बजे, स्थान- शुक्ला मैरेज हॉल, पडरौना (रामकोला रोड पडरौना), जनपद कुशीनगर में आयोजित चुनावी जनसभा में समय से पहुंचने की कृपा करें।
मायावती से नहीं बन सकी बात
इससे पहले सियासी हल्कों में ये चर्चाएं सुनी जा रही थीं कि स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा के संपर्क में है और जल्दी ही बसपा में शामिल हो सकते हैं। यह भी कहा जा रहा था कि यदि वे बसपा में शामिल नहीं हुए तो उनका बसपा के साथ गठबंधन हो सकता है और वे बसपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में कुशीनगर से चुनाव लड़ सकते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य लंबे समय तक बसपा में रहे हैं और उन्हें पार्टी का कद्दावर नेता माना जाता था।
बसपा में रहने के दौरान उन्हें मायावती का काफी करीबी माना जाता था। हालांकि बाद में उन्होंने बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा के राज में पांच साल तक मंत्री रहने के बाद वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। टिछले दिनों उन्होंने सपा से भी इस्तीफा देकर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन किया है। इसी पार्टी के बैनर तले वे 9 मई को कुशीनगर से नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। इससे साफ हो गया है की बहन जी के साथ उनकी बात नहीं बन पाई है। वैसे बसपा को लेकर हाल के दिनों में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कोई बयान नहीं दिया है।
कुशीनगर में स्वामी प्रसाद की राह आसान नहीं
कुशीनगर लोकसभा सीट पर भी पूर्वांचल की अन्य सीटों के साथ सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होने वाला है। आखिरी चरण वाली सीटों के लिए आज से नामांकन का काम शुरू हो गया है। पिछले लोकसभा चुनाव में कुशीनगर सीट पर भाजपा के टिकट पर विजय कुमार दुबे ने जीत हासिल की थी। उन्होंने सपा के प्रत्याशी एनपी कुशवाहा को हराया था। पार्टी ने इस बार भी विजय कुमार दुबे को चुनाव मैदान में उतारा है।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर अजय प्रताप सिंह को टिकट दिया है। कुशीनगर लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें से चार विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी जबकि एक सीट पर भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी का कब्जा है। इस कारण इस लोकसभा क्षेत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य की सियासी राह आसान नहीं मानी जा रही है। उन्हें भाजपा और सपा प्रत्याशियों की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।