संभल में अखिलेश बोले- 'बर्क की सियासी विरासत उनका परिवार ही संभालेगा', कैंडिडेट पर दिया इशारा

Sambhal Lok Sabha seat: संभल में अखिलेश यादव ने कहा, इस बार सबसे बड़ी लड़ाई, संविधान को बचाने की है। संविधान सभी को बराबर का हक और सम्मान देता है।

Written By :  aman
Update: 2024-03-06 13:14 GMT

अखिलेश यादव (Social Media) 

Lok Sabha Election 2024: यूपी की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा? सपा सांसद और घोषित उम्मीदवार डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (Dr. Shafiqur Rahman Burke) के निधन के बाद इस सीट से संभावित चेहरे को लेकर सस्पेंस बुधवार (06 मार्च) को थोड़ी साफ हुई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज संभल दौरे पर रहे। यहां उन्होंने इशारों में संकेत दिया।

संभल में अखिलेश यादव ने जनता को संबोधित करते हुए संभल लोकसभा सीट (Sambhal Lok Sabha seat) पर टिकट डॉ शफीकुर्रहमान बर्क़ के परिवार को ही देने का ऐलान किया।

'बर्क की सियासी विरासत उनका परिवार ही संभालेगा'

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा, पार्टी आपकी (संभल वासियों) भावनाओं को समझती है। डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क की सियासी विरासत को उनका परिवार ही संभालेगा। यूपी के पूर्व सीएम ने कहा, आपलोग चुनाव की तैयारी करो। कोई कमी न रहने पाए।

अखिलेश बोले- इस बार होगा 'संविधान मंथन'

अखिलेश यादव की ओर से दिए गए इशारे के अनुमान लगाया जा रहा है कि, शफीकुर्रहमान बर्क के विधायक पोते जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Burke) को लोकसभा प्रत्याशी बनाया जा सकता है। सपा अध्यक्ष ने ये भी कहा कि, 'सबसे बड़ी लड़ाई इस बार देश में होने जा रही है। वह संविधान को बचाने की है। उन्होंने कहा, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान दिया वह सबको बराबर का हक और सम्मान देता है। इस बार 'संविधान मंथन' होने जा रहा है।'

जानें कौन हैं जियाउर्रहमान बर्क?

आपको बता दें, जियाउर्रहमान बर्क दिवंगत समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के पोते हैं। जियाउर्रहमान मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा (Kundarki Assembly constituency) से विधायक हैं। साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में जियाउर्रहमान बर्क ने बीजेपी कैंडिडेट कमल कुमार को बड़े अंतर से पराजित किया था।

अखिलेश का भरोसा बर्क परिवार पर

अखिलेश यादव के इशारों के बाद अनुमान है कि, आगामी लोकसभा चुनाव में जियाउर्रहमान बर्क सपा के टिकट पर संभल लोकसभा सीट से मैदान में उतर सकते हैं। क्योंकि, उनके दादा शफीकुर्रहमान बर्क के निधन के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बर्क के परिवार को ही इस सीट पर उम्मीदवार बनाएंगे। 

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