Lok Sabha Election: चुने गए सांसद करेंगे विपक्ष के PM का फैसला, शरद पवार का बड़ा बयान, महाराष्ट्र में 50 फीसदी सीटें जीतने का दावा
Lok Sabha Election 2024: शरद पवार ने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में इस बार भाजपा का प्रदर्शन जीरो रहेगा जबकि यूपी, राजस्थान, एमपी में भी इस बार एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं रहेगी।
Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र के कद्दावर नेता और एनसीपी (शरद) के मुखिया शरद पवार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि चार चरणों के मतदान से साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए को हराना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में इस बार भाजपा का प्रदर्शन जीरो रहेगा जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी इस बार एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं रहेगी।
उन्होंने दावा किया की महाविकास अघाड़ी गठबंधन महाराष्ट्र में 50 फ़ीसदी सीटें जीतने में कामयाब रहेगा। उन्होंने कहा कि जहां तक विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के चेहरे का सवाल है तो चुने गए सांसद ही इसका फैसला करेंगे।
महाराष्ट्र में 50 फीसदी सीटें जीतने का दावा
महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव में इस बार एनडीए और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। शिवसेना और एनसीपी के दो-दो गुटों में बंटने के कारण सियासी तस्वीर काफी उलझी हुई है मगर शरद पवार का दावा है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन राज्य में काफी मजबूती के साथ उभरेगा। उन्होंने राज्य की 50 फ़ीसदी सीटों पर जीत हासिल करने का बड़ा दावा भी किया।
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत के दौरान शरद पवार ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के माहौल को देखते हुए यह बात पूरे भरोसे के साथ कही जा सकती है कि एनडीए गठबंधन को हराना कोई बड़ी बात नहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद जीतने वाले विपक्ष के सांसद प्रधानमंत्री पद का फैसला करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि हम 1977 के लोकसभा चुनाव को याद करें तो चुने गए सांसदों ने ही प्रधानमंत्री के रूप में मोरारजी देसाई का चयन किया था। उस समय नई सरकार के गठन में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
वंशवाद को लेकर आरोपों में कोई दम नहीं
एनसीपी के मुखिया ने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास काफी डगमगा गया है और यही कारण है कि वे महाराष्ट्र पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। इसका कारण यह है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन पूरी मजबूती के साथ एनडीए को चुनौती दे रहा है।
वंशवाद के आरोपी को नकारते हुए उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बन सकता है तो किसी राजनेता का बेटा सियासी मैदान में क्यों नहीं उतर सकता। उन्होंने कहा कि बेटे की सफलता या असफलता उसकी क्षमता और आत्मविश्वास पर निर्भर करती है।
भाजपा की कमजोरी स्थिति उजागर
शरद पवार ने कहा कि माता-पिता के दिखाए रास्ते पर चलना कोई अपराध नहीं माना जा सकता। उन्होंने पीएम मोदी समेत भाजपा नेताओं की ओर से दिए जा रहे 400 पार के नारे पर भी तंज कसा। शरद पवार ने कहा कि मुझे यह नारा दिए जाने का कोई आधार नहीं दिखता।
दक्षिण भारतीय राज्यों में भाजपा की स्थिति शून्य नजर आती है जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी पार्टी अच्छी स्थिति में नहीं है। ऐसे में इस नारे का कोई मतलब नहीं दिखता। ऐसे में भाजपा के बहुमत पाने के दावे पर शक निराधार नहीं है।
डगमगा गया है पीएम मोदी का विश्वास
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के बहुमत पाने पर हमारी कोशिश एक स्थायी सरकार देने की होगी। केंद्रीय एजेंसियों की ओर से की जा रही बेबुनियाद कार्रवाई पर रोक लगाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास पूरी तरह डगमगा गया है और इसीलिए वे धुआंधार रैलियां करने में जुटे हुए हैं।
इससे पहले के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी एक या दो रैलियां को संबोधित किया करते थे मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार रैलियां कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि भाजपा को अपनी कमजोर स्थिति का एहसास हो गया है।