Lok Sabha Election 2024: काशी में आज तक नहीं जीती सपा-बसपा, पीएम के सामने कांग्रेस इन पर लगा सकती है दांव
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस की ओर से पिछले दो लोकसभा चुनावों में मौजूदा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ही प्रत्याशी रहे हैं।
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पूरे देश की सबसे ज्यादा चर्चित सीटों में से एक है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन के तहत यह लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई है। कांग्रेस की ओर से पिछले दो लोकसभा चुनावों में मौजूदा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ही प्रत्याशी रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद हैं।
कांग्रेस इन नेताओं पर लगा सकती है दांव
इंडिया गठबंधन के मुताबिक वाराणसी लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी को दी गई है। समाजवादी पार्टी ने इस सीट से सुरेंद्र सिंह पटेल को प्रत्याशी घोषित कर दिया था।लेकिन गठबंधन समीकरण तय हो जाने के बाद सपा ने प्रत्याशी वापिस लेने का निर्णय लिया। कांग्रेस की ओर से इस लोकसभा सीट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय उम्मीदवार हो सकते हैं। इस लोकसभा सीट से पूर्व कांग्रेस सांसद राजेश कुमार मिश्र और यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजीव सिंह भी टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
क्या है यहां का जातिगत समीकरण
वाराणसी लोकसभा सीट कुर्मी बाहुल्य मानी जाती है। यहां करीब दो लाख से अधिक कुर्मी वोटर हैं। वाराणसी के सेवापुरी और रोहनिया इलाके में बड़ी संख्या में कुर्मी वोटर हैं। लोकसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और भूमिहार करीब दो लाख की संख्या में हैं। यहां तीन लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर हैं। यादव और अनुसूचित जाति के एक लाख वोटर और दो लाख वैश्य जाति के वोट इस लोकसभा में हैं।
पीएम मोदी का गढ़ है यह सीट
2014 लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सीट से लड़ने का फैसला किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इन आम चुनावों में प्रधानमंत्री के सामने चुनती पेश कर रहे थे। लेकिन वे भी कोई बड़ा प्रभाव नहीं छोड़ पाए। उन्हें लोकसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद से आज तक यह सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत भाग्यशाली साबित हुई है। पीएम मोदी इस लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
बीस साल पहले जीती थी कांग्रेस
वाराणसी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ने आखिरी बार 2004 में जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने राजेश कुमार मिश्र को प्रत्याशी बनाया था। 2014 के आम चुनावों में इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में भी असफल रहे थे। 1984 लोकसभा चुनावों के बाद से इस सीट पर सिर्फ राजेश कुमार मिश्र ने 2004 आम चुनावों में जीत हासिल की।
सपा-बसपा का नहीं खुला खाता
लोकसभा सीट के गठन से आज तक इस सीट पर कोई भी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार जीत नहीं दर्ज कर सका है। इस लोकसभा सीट पर 17 लोकसभा चुनाव हुए हैं। जिसमें भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने सात-सात बार जीत हासिल की हैं। जबकि भारतीय लोकदल, जनता दल और कम्युनिस्ट पार्टी ने यह लोकसभा सीट एक एक बार जीती है। बसपा और सपा का इस लोकसभा क्षेत्र से खाता खुलना अभी भी बाकी है। वाराणसी लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीट हैं।