Lok sabha Election 2024: सपा विधायक अभय सिंह के पिता और पत्नी भाजपा में शामिल
Lok sabha Election 2024: सभी ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
Lok sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच समाजवादी पार्टी के गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह की पत्नी सरिता सिंह और पिता भगवान बख्श सिंह सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। बता दें कि हाल ही में अभय सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ राज्यसभा में मतदान किया था। इसके साथ की दूसरी पार्टी के कई नेता भी भाजपा में शामिल हुए।
इसके अलावा, करुणाकर पांडे, पूर्व सांसद संतोष कुमार सिंह, चौधरी सरदार सिंह, पूर्व विधायक अशोक सिंह, पूर्व विधायक पहलवान सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष सुशीला देवी, नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी, बसपा के वरिष्ठ नेता कुंवर वकील चंद्र भी भाजपा में शामिल हो गए।
लोकसभा चुनाव से पहले से ही नेताओं का एक पार्टी छोड़ दूसरी में जाने का सिलसिला जारी है। सबसे अधिक विपक्षी दल के नेता पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
गोसाईंगंज सीट से विधायक हैं अभय सिंह
सपा विधायक अभय सिंह उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने बसपा से जुड़कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी, लेकिन बाद में सपा जॉइन कर ली थी। अभय सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव में गोसाईंगंज सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर दूसरी बार विधायक बने थे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार आरती तिवारी को करीब 13 हजार वोट से हराया था। इससे पहले 2012 में भी उन्होंने इसी सीट से आरती तिवारी के पति व बाहुबली नेता इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी को हराकर चुनाव जीता था। साल 2017 में उन्हें खब्बू तिवारी से हार का सामना करना पड़ा था।
पूर्व पीएम वीपी सिंह के हैं दूर के रिश्तेदार
24 मई, 1974 को जौनपुर में जन्मे अभय सिंह के पिता का नाम भगवानबख्श सिंह है। अभय सिंह का परिवार खुद को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह का दूर का रिश्तेदार भी बताता है। 1994 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्नातक करने वाले अभय सिंह पेशे से कृषि विशेषज्ञ हैं। अभय सिंह की पत्नी का नाम सरिता सिंह है. उनके 2 बेटियां और 1 बेटा है।
ऐसे बिगड़ी अखिलेश से बात और फिर...
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने के बाद सपा विधायक अभय सिंह वहां दर्शन करने पहुंचे थे। अभय सिंह विधायकों के उस दल में शामिल थे, जो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आमंत्रण पर अयोध्या पहुंचे थे। उस समय सपा अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा था कि सपा उद्घाटन के बाद रामलला के दर्शन करेगी। माना जाता है कि अखिलेश के मना करने पर भी अभय सिंह के राम मंदिर जाने के कारण ही उनके बीच बात बिगड़ी थी और अभय सिंह के बीजेपी से रिश्ते सुधरे थे। अभय सिंह ने इसके बाद ही राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया था। इसके लिए उन्होंने कहा भी था कि यह वोट अंतरात्मा की आवाज पर दिया गया है।
इसके कुछ दिनों बाद ही भाजपा सरकार ने अभय सिंह को वाई कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की थी। अब सोमवार को अभय सिंह के पिता और उनकी पत्नी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। ऐसे में अब ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि देर सबेर अभय सिंह भी भाजपा का दामन थाम लेंगे।