Lok Sabha Election 2024: हरदोई लोकसभा में इस पार्टी को मिल सकती है जीत, मिश्रिख लोकसभा पर होगा इस पार्टी का क़ब्ज़ा

Lok Sabha Election 2024: इस बार के चुनाव में जनता का मन पढ़ने में नेता विफल साबित हुए हैं। इस बार लोकसभा चुनाव किस करवट जाएगा इसका कोई भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-06-01 14:49 IST

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: हरदोई में 13 मई को लोकसभा का चुनाव हुआ था जिसका परिणाम अब 4 जून को आना है। हरदोई की दो लोकसभा सीट पर चुनाव हुआ था। चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने अपनी जीत को लेकर पूरा दमखम दिखाया साथ ही इन पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने भी चुनाव प्रचार प्रचार में कोई भी कोर कसर बाकी नहीं रखी। हरदोई मे भाजपा नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हरदोई में दो जनसभाओं को संबोधित किया।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरदोई के सांडी और संडीला में जनसभा को संबोधित किया था वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मायावती ने माधवगंज में जनसभा को संबोधित किया था।2024 का लोकसभा चुनाव कई मायनों में खास है। एक और जहां भारतीय जनता पार्टी अपने सहयोगी दल के साथ मैदान में है वही इस बार सपा कांग्रेस आम आदमी पार्टी समेत अन्य कई पार्टीया गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं।

इस बार के चुनाव में जनता का मन पढ़ने में नेता विफल साबित हुए हैं। इस बार लोकसभा चुनाव किस करवट जाएगा इसका कोई भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। एक और जहां भारतीय जनता पार्टी 400 पार का नारा देकर मैदान में उतरी है वहीं इंडिया गठबंधन भी भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ को रोकने के लिए भरपूर प्रयास कर रहा है। हरदोई में इस बार लोकसभा चुनाव काफी शांति से संपन्न हुआ। आलम यह था चुनाव में ना ही ज्यादा शोर शराबा दिखा और ना ही राजनेताओं की कोई ज्यादा दिलचस्पी।हालाँकि इन सबके बीच दोनों राजनीतिक दल के नेता द्वारा जनता के मन को पढ़ने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन नेता भी अचंभित हैं की जनता ने इस बार अपने मुंह से कुछ नहीं बोल रही है।

यह बाते डाल सकती है असर

हरदोई जनपद में दो लोकसभा सीट है हरदोई और मिश्रिख। हरदोई लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत है वहीं कांग्रेस समाजवादी पार्टी के गठबंधन से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा है। बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी इस बार हरदोई में लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारा है। बहुजन समाजवादी पार्टी ने हरदोई से भीमराव अंबेडकर को अपना प्रत्याशी बनाया। इसके साथ ही हरदोई में कई निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में है। हरदोई के राजनीतिक समीकरण की बात की जाए तो हरदोई में कहां जाता है कि हरदोई के काद्यावर नेता नरेश अग्रवाल जिस पार्टी में होते हैं उसकी जीत लगभग तय मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि नरेश अग्रवाल अगर मन से किसी को जिताने में लग जाए तो उसकी जीत सुनिश्चित है।

हरदोई की जनता नरेश अग्रवाल के आवाहन पर मतदान करती हैं हालांकि अबकी बार लोकसभा चुनाव में नरेश अग्रवाल भाजपा में है और भाजपा के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत को जीताने के लिए नरेश अग्रवाल द्वारा कई जनसभाओं को भी संबोधित किया गया है।हरदोई से अगर जीत की बात की जाए तो काफी कड़ा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उषा वर्मा में है।भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसद जयप्रकाश रावत को भरोसा जताते हुए उन्हें 2024 का फिर से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है। इस बार जयप्रकाश रावत को टिकट देना भारतीय जनता पार्टी को महंगा पड़ सकता है वहीं समाजवादी पार्टी ने अपनी विधानसभा प्रत्याशी व पूर्व सांसद उषा वर्मा पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया। हालांकि समाजवादी पार्टी में अंदरूनी फुट का फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिल सकता है।

न्यूज़ ट्रैक द्वारा किए गए सर्वे से लगता है कि इस बार हरदोई में काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। 4 जून को होने वाली मतगणना को लेकर लोगों के निगाहें टिकी है। सर्वे में लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत को नापसंद तो किया है। लोगों को ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार जयप्रकाश रावत को टिकट देकर गलती ही है।लोगों का कहना है पार्टी को टिकट पूर्व सांसद अंशुल वर्मा को देना चाहिए था। लोगों ने कहा कि 5 वर्षों में संसद में कोई कार्य नहीं किया यहां तक के चुनाव में सांसद द्वारा शहर में कहीं वोट तक नहीं मांगा है हालांकि इन सब बातों के बीच सर्वे में लोगों ने यह भी कहा कि वह सांसद जयप्रकाश को नहीं बल्कि हरदोई के क़द्दावर नेता नरेश अग्रवाल व प्रदेश में आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल के आवाहन पर वोट करते हैं।

उन्हें पार्टी और प्रत्याशी से कोई मतलब नहीं हैं वहीं समाजवादी पार्टी को लेकर लोगों ने कहा कि इस बार हरदोई में परिवर्तन होना चाहिए लोगों का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी ने दिन पर दिन महंगाई की है महंगाई ने व्यापारियों से लेकर आम जन की कमर तोड़ कर रख दी है। जनपद के लोगों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में तानाशाही बढ़ी है इसलिए बदलाव जरूरी है। हालांकि सर्वे में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत की जीत होती नजर आ रही है। अनुमान है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जय प्रकाश रावत पिछली बार के मुकाबले काफी कम मतों से जीत हासिल कर सकते हैं।

इस बार का मुकाबला 15 से 25000 मतो के बीच का रहने वाला है।हरदोई की दूसरी लोकसभा सीट मिश्रिख की बात की जाए तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी के अशोक रावत और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी संगीता राजवंशी के बीच काफ़ी कड़ा मुकाबला है। मिश्रिख लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी संगीता राजवंशी की जीत होती नजर आ रही है। सर्वे में निकल कर सामने आया है कि लोगों ने यहां भी भारतीय जनता पार्टी के सांसद को दोबारा टिकट दिया जाने पर नाराजगी व्यक्ति की है साथ ही इस क्षेत्र में आरक्षण का मुद्दा काफी हावी रहा। मिश्रिख क्षेत्र मैं दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक वोट अधिक है। ऐसे में मिश्रिख लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी संगीता राजवंशी की जीत होती नजर आ रही है। हालांकि 4 जून को यह स्पष्ट हो सकेगा की जनता ने किसको अपना समर्थन देकर दिल्ली की कुर्सी पर काबिज किया है।

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