Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में यूपी के 13 सीटों पर 55.60 प्रतिशत हुआ मतदान, जानें पूरा अपडेट
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में यूपी के महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज सीटों पर मतदान हुआ।
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में यूपी की 13 सीटों पर सुबह 7.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक 55.60 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज शामिल हैं। सबसे ज्यादा महराजगंज में 60.08 और सबसे कम सलेमपुर में 51.25 प्रतिशत मतदान हुआ। आखिरी चरण इसीलिए भी दिलचस्प था क्योंकि में इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और अनुप्रिया पटेल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित 144 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 2.50 करोड़ मतदाताओं को करना था।
महराजगंज लोकसभा सीट पर 60.08 प्रतिशत हुआ मतदान
महराजगंज लोकसभा सीट पर कुल 60.08 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 64.07 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 8 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 20,32,049 मतदाताओं को करना था। इस सीट से 6 बार के सांसद एवं वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी 9वीं बार भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरे हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से वीरेंद्र चौधरी हैं। वहीं बसपा ने मोहम्मद मौसमे आलम को उम्मीदवार बनाया था। यहां मतदान के लिए 2084 बूथ बनाए गए थे। चुनाव को सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए 7000 पुलिसकर्मी और होमगार्ड्स के जवानों के साथ 17 कम्पनी CPMF और 4 कंपनी PAC लगाई गईं थी। जिले में कुल 216 क्रिटिकल बूथ बनाए गए थे।
गोरखपुर लोकसभा सीट पर 54.69 प्रतिशत हुआ मतदान
गोरखपुर लोकसभा सीट पर कुल 55.69 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 59.79 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 13 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 20,97,202 मतदाताओं को करना था। भाजपा की ओर से रवि किशन दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। जबकि इनको चुनौती देने के लिए सपा की ओर से काजल निषाद चुनावी रण में उतरीं हैं। वहीं बसपा के उम्मीदवार जावेद सिमनानी यहां की लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने की संघर्ष करते रहे। जिले की दोनों लोकसभा सीट गोरखपुर और बांसगांव में मतदान के लिए कुल 2064 मतदान केंद्र और 3678 बूथ बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों पर बूथवार सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। सकुशल मतदान के लिए करीब 20 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इनमें से लगभग 6 हजार पुलिसकर्मी गोरखपुर जनपद के और करीब 14500 जवान दूसरे जिलों से आए थे। इसमें 28 कंपनियां पैरामिलिट्री फोर्स भी शामिल रहीं। जिनकी चुनाव के दिन ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा मतदान केंद्रों के अंदर और बाहर निष्पक्ष मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों की 28 से ज्यादा कंपनियां भी तैनात की गई थी। अर्धसैनिक बलों के जवान मतदान केंद्र और बूथों के साथ ही संवेदनशील इलाकों में भी तैनात किए गए हैं। जिले को 32 जोन और 293 सेक्टर में बांटा गया था। साथ ही कुल 150 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए थे, जहां बाहर से आने वाले पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल के जवानों के ठहरने का इंतजाम किया गया था।
कुशीनगर लोकसभा सीट पर 57.29 प्रतिशत हुआ मतदान
कुशीनगर लोकसभा सीट पर कुल 57.29 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 69.79 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 9 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 18,75,212 मतदाताओं को करना था। भाजपा की ओर से विजय कुमार दुबे दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। जबकि सपा की ओर से अजय प्रताप सिंह उर्फ पिन्टू सैंथवार चुनावी रण में उतरे हैं। वहीं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बसपा ने शुभनारायन चौहान को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्या के आने से कुशीनगर लोकसभा सीट पर सबकी निगाह टिकी हैं। लोकसभा क्षेत्र में 1480 मतदान केंद्र और 2,633 बूथ बनाए गए थे। 98 मतदान केंद्र के 161 बूथ ऐसे हैं जो संवेदनशील हैं। संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। लोकसभा क्षेत्र के 50 प्रतिशत बूथों की वेबकास्टिंग करने का इंतजाम किया गया था। सकुशल और शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए 17 जोनल मजिस्ट्रेट और 217 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। बूथों पर यूपी पुलिस के साथ ही अन्य राज्यों की पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई थी।
देवरिया लोकसभा सीट पर 55.30 प्रतिशत हुआ मतदान
कुशीनगर लोकसभा सीट पर कुल 55.30 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 57.90 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 7 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 18,73,821 मतदाताओं को करना था। यहां से भाजपा की ओर से शशांक मणि त्रिपाठी तो कांग्रेस की ओर से अखिलेश प्रताप सिंह चुनावी मैदान में हैं। जबकि बसपा ने संदेश यादव को उम्मीदवार बनाया है। जिले में दोनों लोकसभा सीट देवरिया और सलेमपुर में कुल 1,575 मतदान केंद्र और 2,514 बूथ बनाए गए थे। क्रिटिकल श्रेणी में 209 मतदान केंद्र के 420 बूथ थे। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पैरा मिलिट्री के जवानों के साथ पुलिस के जवान भी तैनात थे। 1,322 बूथों की वेबकास्टिंग की गई।
बांसगांव लोकसभा सीट पर 51.59 प्रतिशत हुआ मतदान
बांसगांव लोकसभा सीट पर कुल 51.59 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 55.38 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 8 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 18,20,854 मतदाताओं को करना था। भाजपा की ओर कमलेश पासवान तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। जबकि उनको कांग्रेस के सदल प्रसाद से कड़ी चुनौती मिल रही है। वहीं बसपा ने डॉ. रामसमुझ यादव को उम्मीदवार बनाया है। जिले की दोनों लोकसभा सीट गोरखपुर और बांसगांव में मतदान के लिए कुल 2064 मतदान केंद्र और 3678 बूथ बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों पर बूथवार सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। सकुशल मतदान के लिए करीब 20 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इनमें से लगभग 6 हजार पुलिसकर्मी गोरखपुर जनपद के और करीब 14500 जवान दूसरे जिलों से आए थे। इसमें 28 कंपनियां पैरामिलिट्री फोर्स भी शामिल रहीं। जिनकी चुनाव के दिन ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा मतदान केंद्रों के अंदर और बाहर निष्पक्ष मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों की 28 से ज्यादा कंपनियां भी तैनात की गई थी। अर्धसैनिक बलों के जवान मतदान केंद्र और बूथों के साथ ही संवेदनशील इलाकों में भी तैनात किए गए हैं। जिले को 32 जोन और 293 सेक्टर में बांटा गया था। साथ ही कुल 150 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए थे, जहां बाहर से आने वाले पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल के जवानों के ठहरने का इंतजाम किया गया था।
घोसी लोकसभा सीट पर 54.87 प्रतिशत हुआ मतदान
घोसी लोकसभा सीट पर कुल 54.87 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 57.31 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 28 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 20,66,457 मतदाताओं को करना था। यहां एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार अरविंद राजभर और सपा के राजीव कुमार राय के बीच मुख्य लड़ाई है। बसपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरे बालकृष्ण चौहान ने यहां की लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने की भरपूर कोशिश की है। यहां 1124 मतदान केंद्र और 2125 बूथ बनाए गए थे। चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए 8,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनाती की गई थी। घोसी लोकसभा क्षेत्र को 14 जोन और 138 सेक्टर में विभाजित किया गया था। लोकसभा क्षेत्र में 9 वनरेबुल एरिया और 511 संवेदनशील बूथ चिह्नित किए गए थे। यहां पर सुरक्षा के दृष्टिगत सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया था।
सलेमपुर लोकसभा सीट पर 51.25 प्रतिशत हुआ मतदान
सलेमपुर लोकसभा सीट पर कुल 51.25 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 55.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 9 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 17,76,982 मतदाताओं को करना था। यहां से भाजपा ने रविंदर कुशवाहा को तीसरी बार उतारा है। सपा की ओर रमाशंकर राजभर विद्यार्थी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वहीं बसपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरे भीम राजभर यहां की लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने के कोशिश की हैं। जिले में दोनों लोकसभा सीट देवरिया और सलेमपुर में कुल 1,575 मतदान केंद्र और 2,514 बूथ बनाए गए थे। क्रिटिकल श्रेणी में 209 मतदान केंद्र के 420 बूथ थे। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पैरा मिलिट्री के जवानों के साथ पुलिस के जवान भी तैनात थे। 1,322 बूथों की वेबकास्टिंग की गई।
बलिया लोकसभा सीट पर 51.84 प्रतिशत हुआ मतदान
बलिया लोकसभा सीट पर कुल 51.84 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 54.35 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 13 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 19,27,645 मतदाताओं को करना था। यहां भाजपा उम्मीदवार नीरज शेखर और सपा के सनातन पांडेय के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। बसपा उम्मीदवार लल्लन यादव भाजपा को ही नुकसान पहुंचा सकते है। लोकसभा क्षेत्र में 1397 मतदान केन्द्र और 2606 बूथ बनाए गए थे। बता दें कि मतदान के दौरान सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चकबहाउद्दीन गांव के प्राथमिक विद्यालय के बूथ संख्या-257 पर मतदान करने गए एक वृद्ध की मौत हो गई।
गाजीपुर लोकसभा सीट पर 55.21 प्रतिशत हुआ मतदान
गाजीपुर लोकसभा सीट पर कुल 55.21 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 58.88 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 29,27,678 मतदाताओं को करना था। यहां मौजूदा सांसद एवं सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी और भाजपा के पारस नाथ राय के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। बसपा उम्मीदवार उमेश कुमार सिंह भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोकसभा क्षेत्र में कुल 1108 मतदान केन्द्र और 2035 बूथ बनाए गए थे। पूरे जिले में 25 जोन और 253 सेक्टर बनाए गये थे। जिले में 887 पोलिंग बूथों को क्रिटिकल और 101 पोलिंग बूथों को वल्नरेबुल की श्रेणी में रखा गया था। मतदान को लेकर पैरामिलेट्री फोर्स, पीएसी, पुलिस और होमगार्ड्स के लगभग 16 हजार जवान तैनात किए गए थे।
चंदौली लोकसभा सीट पर 60.34 प्रतिशत हुआ मतदान
चंदौली लोकसभा सीट पर कुल 60.34 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 61.83 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 18,43,561 मतदाताओं को करना था। भाजपा ने वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय पर तीसरी बार भरोसा जताया है। उनका मुकाबला सपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह से है। बसपा की ओर से सत्येंद्र मौर्य चुनावी मैदान मं हैं। यहां कुल 981 मतदान केन्द्र और 1868 बूथ बनाए गए थे। शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने के लिए 1,005 मतदेय स्थलों की वेब कास्टिंग कराई गई। 139 सेक्टर और 23 जोनल मजिस्ट्रेट तैनात थे।
वाराणसी लोकसभा सीट पर 56.35 प्रतिशत हुआ मतदान
वाराणसी लोकसभा सीट पर कुल 56.35 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 57.13 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 7 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 19,97,577 मतदाताओं को करना था। यहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनावी रण में उतरे हैं। लेकिन उनको चुनौती देने के लिए कांग्रेस से अजय राय भी तीसरी बार चुनावी रण में हैं। वहीं बसपा ने अतहर जमाल लारी को उम्मीदवार बनाया है।
मिर्जापुर लोकसभा सीट पर 57.72 प्रतिशत हुआ मतदान
मिर्जापुर लोकसभा सीट पर कुल 57.72 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 60.11 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 18,97,805 मतदाताओं को करना था। यहां से एनडीए गठबंधन की ओर से लगातार 3 बार की सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल फिर से मैदान में हैं। इनका मुकाबला भदोही से सांसद और सपा उम्मीदवार रमेश बिंद से है। बसपा के मनीष त्रिपाठी पहली बार चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं PDM से अपना दल (कमेरावादी) के उम्मीदवार दौलत सिंह पटेल भी चुनाव मैदान में हैं। यहां 2,143 मतदान केन्द्र और 1,352 बूथ बनाए गए थे। सुरक्षा को लेकर स्थानीय पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात थी। संवेदन शील और अति संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए था। 55 बूथों पर वीडियोग्राफी एवं 1073 बूथ पर वेब कास्टिंग किया गया।
रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर 55.92 प्रतिशत हुआ मतदान
रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर कुल 55.92 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 में 57.37 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां कुल 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 17,54,175 मतदाताओं को करना था। यहां से एनडीए गठबंधन की ओर से रिंकी कोल को उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि सपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरे छोटेलाल खरवार के बीच मुख्य मुकाबला है। वहीं बसपा ने धनेश्वर गौतम को उम्मीदवार बनाया है, जो भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट की दो विधानसभा क्षेत्र ऐसी हैं, जहां पर सुबह 7.00 से शाम 4.00 बजे तक ही वोटिंग होगी। नक्सल क्षेत्र होने की वजह से प्रशासन ने ये फैसला लिया है। यहां 983 मतदान केंद्र और 1514 बूथ बनाए गए थे। चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराए जाने के लिए जिले में सीएपीएफ की 16 कम्पनी, पीएसी की एक कम्पनी और उत्तर प्रदेश पुलिस के 3,262 जवान एवं होमगार्ड के 2,329 जवान तैनात किए गए थे। इसके अलावा 16 थानों की पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया था।