UP Lok Sabha Election: यूपी की 10 सीटों पर थमा चुनावी शोर, तीसरे चरण में इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
UP Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का चुनाव भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तीसरे चरण की 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने पिछले चुनाव में आठ सीटों पर जीत हासिल की थी।
UP Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में दो चरणों का मतदान पहले ही समाप्त हो चुका है और अब 7 मई को होने वाले तीसरे चरण के मतदान पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। मंगलवार को 12 राज्यों की 94 लोकसभा सीटों पर मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे जबकि उत्तर प्रदेश में 10 लोकसभा सीटों पर कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा। इन सभी सीटों पर आज शाम छह बजे चुनावी शोर थम गया है। पहले दो चरणों में देश में अभी तक 190 लोकसभा सीटों पर मतदान का काम पूरा हो चुका है।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के दौरान जिन प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है उनमें कई दिग्गज चेहरे शामिल हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव, रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव और भाजपा के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह के दमखम की तीसरे चरण में परीक्षा होगी। केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल और योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह व अनूप वाल्मीकि की किस्मत का फैसला भी तीसरे चरण में ही होना है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रदेश की दस लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
तीसरा चरण सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए अहम
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का चुनाव भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तीसरे चरण की 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने पिछले चुनाव में आठ सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने इस बार भी तीसरे चरण में अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरा जोर लगा रखा है। दूसरी ओर मुलायम कुनबे के दमखम की परीक्षा भी तीसरे चरण में ही होने वाली है। यही कारण है कि तीसरा चरण सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए काफी अहम माना जा रहा है।
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश में जिन सीटों पर मतदान होने वाला है,उनमें मैनपुरी, एटा, संभल, बरेली, हाथरस, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, आंवला, बदायूं और आगरा लोकसभा सीटें शामिल हैं। इन सीटों में से दो सीटों पर योगी सरकार के मंत्रियों, तीन सीटों पर सपा मुखिया के परिवार के तीन सदस्यों और चार सीटों पर भाजपा के मौजूदा सांसदों की अग्निपरीक्षा होनी है।
मुलायम कुनबे के कई दिग्गज चुनाव मैदान में
मुलायम कुनबे के पांच सदस्य इस बार लोकसभा चुनाव की जंग में मैदान में उतरे हैं और उनमें से तीन नेताओं की किस्मत का फैसला तीसरे चरण में ही होना होने वाला है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू और पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव इस बार मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरी हैं। उन्होंने इस सीट पर पिछला उपचुनाव जीता था। उन्हें योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह से कड़ी चुनौती मिल रही है।
बदायूं लोकसभा सीट से सपा के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव की किस्मत का फैसला होना है। आदित्य यादव पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं और अपने बेटे की जीत सुनिश्चित करने के लिए शिवपाल सिंह यादव ने इस बार बदायूं में ही डेरा डाल रखा है। उन्हें भाजपा के दुर्विजय शाक्य से कड़ी चुनौती मिल रही है।
सपा के कद्दावर नेता रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव इस बार फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव के लड़ने के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने इस सीट से 2014 में जीत हासिल की थी। भाजपा ने उनके खिलाफ इस बार टिकट बदलते हुए ठाकुर विश्वदीप सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा के कई बड़े चेहरों की होगी परीक्षा
भाजपा के कई दिग्गज नेताओं की अग्निपरीक्षा भी तीसरे चरण में ही होने वाली है। केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा में इस बार फिर अपनी सियासी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। योगी सरकार के मंत्री अनूप वाल्मीकि ने हाथरस में जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।
एटा लोकसभा सीट पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि इस सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह चुनाव मैदान में उतरे हैं।
बरेली लोकसभा सीट भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा ने इस बार कई बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट काटकर पूर्व राज्य मंत्री छत्रपाल गंगवार को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर उन्हें सपा की ओर से कड़ी चुनौती मिल रही है।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से सांसद राजकुमार चाहर एक बार फिर जीत हासिल करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। यहां कांग्रेस ने रामनाथ सिकरवार को मैदान में उतारकर उन्हें घेरने का प्रयास किया है। आंवला लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाले धर्मेंद्र कश्यप इस बार फिर यहां अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
प्रदेश में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
इन सभी लोकसभा क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पोलिंग बूथ के अंदर मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन व वायरलेस सेट ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। पीठासीन अधिकारियों को भी अपना फोन साइलेंट मोड पर रखना होगा। हालांकि जरूरत पड़ने पर वे पर्यवेक्षक, रिटर्निंग ऑफिसर या सेक्टर अधिकारियों से बातचीत कर सकेंगे।