'सपा मुखिया के तीन यारों में दो ऊपर..., चाहे जीजा लड़ें या दीदी UP में सब हारेंगे', बोले केशव
UP Lok Sabha Elections 2024: अमेठी और रायबेरली में कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा में देरी पर उन्होंने कहा कि दोनों सीटों पर चाहे दीदी लड़ें या फिर जीजा या फिर साला,यूपी में सभी की हार होगी। शनिवार को केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत की।
UP Lok Sabha Elections 2024: यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी सहित इंडिया अलायंस पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि, यूपी में सपा और कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में कोई पूछ तक नहीं रहा है। सपा अंतरकलह से जूझ रही है। पार्टी पूरी तरह से बिखर गई है,क्योंकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का भ्रष्ट्राचारियों से काफी पुराना नाता है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दल यूपी की सभी 80 सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मजबूत सरकार बनाने जा रहे हैं।
केशव बोले, सपा मुखिया हैं तीन यार
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को लखनऊ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान केशव प्रसाद ने विरोधियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी की सरकार ने सपा मुखिया के तीन यार थे। मोहम्मद आजम खान, मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद। इसमें दो यार भगवान को प्यारे हो गए हैं, जबकि एक यार अपने कर्मों की सजा जेल में कटा रहा है। यूपी में सपा और कांग्रेस की ऐसी हालत होगी है कि उन्हें कोई पूछ नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा ही नहीं, बल्कि उसके साथ यूपी की जनता भी लड़ रही है।
अखिलेश का टूट चुका मनोबल
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले समाजवादी पार्टी की जिस गाड़ी में झंडा लगा होता था, उसे गाड़ी में इतना बड़ा गुंडा होता था। आज ये गुंडे कहां हैं, ये बताने की जरूरत नहीं। चुनाव में अखिलेश यादव का मनोबल टूट चुका है। सपा पूरी तरह बिखर चुकी है। यह रामलला और अयोध्या विरोधी पार्टी है, इसने राम भक्तों पर गोली चलवाईं। सपा के पीडीए नारे पर केशव ने कहा कि सपा का पीडीएफ परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है और कुछ नहीं है।
राम भक्त अब सपा को सिखाएंगे सबक
यूपी डिप्टी सीएम ने कहा कि भाजपा के शासन में 500 साल कड़े संघर्ष के बाद प्रभु श्री राम अयोध्या में विराजमान हुए। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समाजवादी पार्टी विधायकों को रामलाल के दर्शन करने के लिए निमंत्रण दिया था, लेकिन राम के विरोधी अखिलेश यादव ने जाने से मना किया था। यह वजह रही कि सपा के सनातनी विधायकों ने विधान परिषद और राज्यसभा चुनाव में बगावत पार्टी को सबक सिखाया और सपा के खिलाफ वोट किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने रामलला के न्यौते को ठुकराया है। अब लोकसभा के चुनाव में रामभक्त उन्हें भी ठुकराएंगे।
दीदी-जीजा सब हारेंगे
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के साथ साथ यूपी में 8 सीटों पर उपचुनाव में भी भाजपा सारी सीटें जीतेगी। अमेठी और रायबेरली में कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा में देरी पर उन्होंने कहा कि दोनों सीटों पर चाहे दीदी लड़ें या फिर जीजा या फिर साला,यूपी में सभी की हार होगी। शिवपाल यादव पर उन्होंने कहा कि 2017 और 19 का जो घाव लगा है, वह जल्दी भरेगा नहीं।