Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान, ग्रामीण बोले 'रोड नहीं तो वोट नहीं'
Lok Sabha Election: ग्रामीणों ने कहा है की किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा और नहीं मतदान किया जाएगा।
Lok Sabha Election: चंदौली जनपद के चहनिया विकास खंड क्षेत्र के रमौली गांव के ग्रामीणों ने लोक सभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्रामवासी गांव में जाने वाले मार्ग पर "रोड नहीं तो वोट नहीं" का बैनर टांग के चुनाव का बहिष्कार का निर्णय लिए हैं। बता दें कि चंदौली जनपद के चहनिया विकास खंड क्षेत्र के रमौली गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
ग्रामीणों की माने तो लंबे समय से सड़क के निर्माण की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों ने इस तरह का निर्णय लिया है। ग्रामवासी एकजुट होकर गांव के बाहर बने गेट पर "रोड नहीं तो वोट नहीं" का बड़ा बैनर टांग कर प्रदर्शन भी किया है।
ग्रामीणों ने कहा है की किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा और नहीं मतदान किया जाएगा। जब हम लोगों की समस्याओं को अनसुना कर दिया गया है तो हम लोग भी मतदान नहीं करेंगे और ना ही चुनाव में भागीदारी करेंगे। ग्रामीणों ने यह भी बताया की लगभग 2 किलो मीटर खराब मार्ग बनाने के लिए सूची में पास भी हो गया था, उसके बाद भी इस सड़क का निर्माण नहीं हुआ और अधिसूचना जारी हो गई। सीसी रोड बनाने के लिए उसका बजट भी निर्धारित कर दिया गया था। उसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है।
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि रमौली गांव की सड़क के निर्माण के लिए हम लोग जन प्रतिनिधियों सहित जनपद के उच्च अधिकारियों तक इस संबंध में गुहार लगाई। लेकिन, केवल आश्वासन ही मिला और कोई ठोस का कार्यवाही नहीं हुई। जिससे हम लोगों को पीड़ित होकर इस तरह का कठोर निर्णय लेना पड़ा। इस संबंध में जिलाधिकारी चंदौली तथा उप जिलाधिकारी सकलडीहा को फोन मिलाया गया तो उनका फोन नहीं उठा। सकलडीहा तहसील के तहसीलदार राहुल सिंह ने बताया कि इस मामले की जानकारी नहीं थी आपके द्वारा मालूम हुआ है। इसकी तत्काल जानकारी ली जा रही है और उनकी समस्याओं को तत्काल निस्तारित किया जाएगा।