मुस्लिम बने हिंदू: रतलाम में 18 की हुई 'घर वापसी', मोहम्मद शाह अब 'राम सिंह'

मुस्लिम परिवार के मुखिया मोहम्मद शाह ने स्वामी आनंदगिरि (Swami Anand Giri) के पास जाकर धर्म परिवर्तन (Religion change) करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने इसकी मंजूरी दे दी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-06-10 14:13 GMT

Ghar Wapsi In Madhya Pradesh

Ratlam News : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इन दिनों जमकर 'घर वापसी' (Ghar Wapsi In MP) हो रही है। बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग ईसाई धर्म छोड़कर हिंदू धर्म (Hindu Religion) अपना रहे हैं। इसी तरह अच्छी-खासी संख्या में मुस्लिम भी घर वापसी कर सनातन धर्म अपना रहे हैं।

ताजा मामला देश की हृदयस्थली कही जाने वाली मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का है। जहां 18 लोगों ने इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म अपनाया। सभी को हिंदू धर्म के अनुसार नया नाम दिया गया। 'घर वापसी' से पहले सभी का शपथ-पत्र तैयार किया। जिसमें उन्होंने बिना किसी दबाव के धर्म-परिवर्तन की बात लिखी।

परिवार के मुखिया ने जताई थी इच्छा

जानकारी के मुताबिक, मुस्लिम परिवार के मुखिया मोहम्मद शाह ने स्वामी आनंदगिरि के पास जाकर धर्म परिवर्तन करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने इसकी मंजूरी दे दी। स्वामी जी ने भीमनाथ मंदिर के पास बने कुंड में पूरे परिवार को गोबर और गोमूत्र से स्नान कराया। जनेऊ धारण कर भगवा वस्त्र पहना कर जयश्री राम, जय महाकाल और सनातन धर्म के जयघोष के नारे भी लगवाए।

'घर वापसी' के बाद ये बोले 

'घर वापसी' करने वाले शाह ने बताया, कि 'बीते कुछ समय से गांव में रहने के बाद से ही हिंदू धर्म में रुचि बढ़ने लगी थी। गांव में महा शिवपुराण कथा के दौरान स्वामी जी से धर्म परिवर्तन की बात कही। अब परिवार और रिश्तेदारों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है।'

पूर्वज थे हिंदू

धर्म परिवर्तन कर मोहम्मद शाह से राम सिंह बने परिवार के मुखिया ने बताया कि दो-तीन पीढ़ी पहले उनके परिजन बोदी समाज के होकर पुंगी बजाने का काम करते थे। इसके बाद रोजगार की तलाश में जड़ी-बूटियां बेचने और ताबीज बनाने को लेकर इधर-उधर घूमने लगे। इसी दौरान वह इस्लाम धर्म के करीब आए और फिर धर्म परिवर्तन भी कर लिया।

मंदसौर में हुई थी घर वापसी

इससे पहले, एमपी के ही मंदसौर जिले में घर वापसी हुई थी। गुलाम मोइनुद्दीन शेख के पुत्र शेख जफर शेख ने हिन्दू धर्म अपनाया था। उन्होंने मंदसौर की प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में धर्म परिवर्तन किया था। उनकी पत्नी पहले से ही हिंदू धर्म से ताल्लुक रखती है। धर्म परिवर्तन के बाद शेख अब चेतन सिंह राजपूत के नाम से जाने जाते हैं। उनका दावा है कि उनके पूर्वज भी राजपूत हुआ करते थे।

250 आदिवासियों ने की घर वापसी

मध्य प्रदेश में मुस्लिम ही नहीं आदिवासी समुदाय के लोग भी अपना धर्म बदल रहे हैं। आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में 250 आदिवासियों ने ईसाई धर्म छोड़कर सनातन धर्म को अपनाया। घर वापसी करने वाले आदिवासियों का कहना है कि बीते सालों में किसी कारण से ईसाई बन गए थे, मगर अब घर वापसी करना सुखद अनुभूति है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में अच्छी-खासी जनजातीय आबादी रहती है। इनके बीच ईसाई मिशनरियों का प्रभाव काफी बढ़ा है। बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोगों ने ईसाई धर्म अपनाया भी है। संघ परिवार लगातार इस पर चिंता प्रकट करता रहा है। हिंदू संगठनों का आरोप है, कि ईसाई मिशनरी के लोग गरीब आदिवासी को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं। 

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