Madhya Pradesh: कूनो लाए गए 8 में से 2 चीते बड़े बाड़े में छोड़े गए, 50 दिनों का क्वारंटाइन हुआ खत्म

Madhya Pradesh: शनिवार को क्वारंटाइन बाड़े से दो चीतों को निकालकर बड़े बाड़े में छोड़ा गया। 6 चीते अभी भी छोटे बाड़े में हैं, जिन्हें बाद में छोड़ा जाएगा।

Update:2022-11-06 14:15 IST

कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 में से 2 चीते बड़े बाड़े में छोड़े गए, 50 दिनों का क्वारंटाइन हुआ खत्म: Photo- Social Media

Madhya Pradesh: भारत के जंगलों को फिर से चीतों से आबाद करने के लिए सितंबर में अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे। इन चीतों को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में रखा गया है। ये सभी चीते पिछले 50 दिनों से क्वारंटाइन एरिया में रह रहे थे। अब इन्हें बड़े बाड़े में छोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। इसकी शुरूआत शनिवार से हो चुकी है।

शनिवार को क्वारंटाइन बाड़े से दो चीतों को निकालकर बड़े बाड़े में छोड़ा गया। 6 चीते अभी भी छोटे बाड़े में हैं, जिन्हें बाद में छोड़ा जाएगा। चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने से पहले टास्क फोर्स के सदस्यों और वन्यजीव विशेषज्ञों के बीच दिनभर मंथन का दौर चला। इसके बाद निर्णय लिया गया कि चीतों को अधिक दिनों तक छोटे बाड़े में रखना ठीक नहीं है। बैठक में अन्य चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से छोड़े जाने पर सहमति बनी।

दो नर चीते छोड़े गए

डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा (DFO Prakash Kumar Verma) ने बताया कि दो बड़े चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया है, जहां इनके शिकार के लिए हिरन, चीतल जैसे छोटे जानवर मौजूद हैं। इससे पहले टास्क फोर्स के सदस्यों और विशेषज्ञो ने पहले कूनो के बाड़ों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लेकर बैठक की। जानकारी के मुताबिक, बड़े बाड़े में छोड़े गए दोनों चीते 80 दिन बाद शिकार करना शुरू करेंगे। बता दें कि भारत लाने से पूर्व नामीबिया में भी इन चीतों को 1 माह के लिए क्वारंटाइन रखा गया था। इस तरह अब इन्हें 80 दिनों बाद बड़े बाड़े में शिकार का अवसर मिलेगा।

एमपी के वन मंत्री हुए नाराज

इधर, मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह अपने विभाग के अधिकारियों से नाराज हो गए। बताया जा रहा है कि वे इस बात से नाराज हैं कि उनसे बिना अनुमति लिए कैसे चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया। उन्होंने कहा कि अफसरों ने जल्दबाजी में मनमाने ढंग से यह फैसला लिया है, इससे चीतों की जान खतरे में पड़ सकती है। वहां, मौजूद खूंखार तेंदुओं से उन्हें खतरा है।

दरअसल नाराजगी की असल वजह ये है कि वन मंत्री आज यानी रविवार 6 नवंबर को दोनों चीतों को बड़े बाड़े में रिलीज करने वाले थे। लेकिन इससे पहले ही अधिकारियों ने शनिवार को आनन-फानन में चीतों को बाड़े में छोड़ दिया। इसी बात को लेकर वे बिफरे हुए हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को पिंजरा खोलकर चीता प्रोजेक्ट की शुरूआत की थी।  

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