MP: भोपाल के बालिका गृह में रह रहीं 26 लड़कियां गायब, शिवराज सिंह चौहान ने की त्वरित कार्रवाई की मांग

MP News: शुरूआती जांच में पता चला है कि बालिका गृह को अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था। इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-01-06 14:53 IST

Bhopal balika griha   (photo: social media )

MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां संचालित एक बालिका गृह से कई बच्चियां गायब हैं। खबरों में लड़कियों की संख्या 26 बतायी जा रही हैं। ये लड़कियां एमपी के अलावा अन्य राज्यों की भी थीं। मामला सामने आते ही पुलिस-प्रशासन पर हड़कंप मच गया है।  जांच में पता चला है कि बालिका गृह को अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था। इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार से इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेने का आग्रह किया है। 

जानकारी के मुताबिक, इस बालिका गृह में एमपी के रायसेन, छिंदवाड़ा सीहोर और रायसेन जिले के अलावा पड़ोसी राज्यों राजस्थान, गुजरात और झारखंड के बच्चे भी रह रहे थे। पुलिस ने बिना परमिशन के बालिका गृह चलाने के मामले में इसके संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने वीरा राणा को इस मामले को लेकर खत लिखा है और सात दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।

औचक दौरे से खुला सारा मामला

दरअसल, राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास का औचक दौरा किया था। यह एक ईसाई मिशनरी संस्था है। निरीक्षण के दौरान उन्होंन बालिक गृह का रजिस्टर चेक किया तो उसनें 68 बालिकाओं की एंट्री थी। जांच के दौरान केवल 41 लड़कियां ही मिलीं, शेष 26 लड़कियां लापता मिलीं। इस मामले को लेकर जब चिल्ड्रेन होम के संचालक अनिल मैथ्यू से पूछताछ की गई तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस दौरान यहां कई अन्य अनियमितताएं भी पाई गईं।

प्रियंक कानूनगो ने कल के निरीक्षण का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के तारासेवनिया में राज्य बाल आयोग अध्यक्ष व सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से एक मिशनरी द्वारा संचालित अवैध बाल गृह का निरीक्षण किया। जो बच्चे सड़कों से रेस्क्यू किए गए उनको बग़ैर सरकार को सूचना दिए, बिना लाइसेंस के चलाए जा रहे स्वयं के इस बाल गृह में गुपचुप ढंग से रखकर यहां उनसे ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी। 6 साल से 18 साल तक की 40 से ज़्यादा लड़कियों में अधिकांश हिंदू हैं। काफ़ी कठिनाई के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की है। दुर्भाग्य से मध्यप्रदेश के महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी ऐसी ही NGO’s से चाइल्ड हेल्पलाइन ठेके पर चलवाना चाहते हैं।

पूर्व सीएम शिवराज ने कार्रवाई की मांग की

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी यह मुद्दा उठाय़ा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।

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