Khargone Riots: दंगों के बाद लोगों के बीच बढ़ी वैमनस्यता, एक पक्ष ने दूसरे पक्ष का आर्थिक बहिष्कार करने का लिया संकल्प

Khargone Riots: मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के बाद हालात धीरे–धीरे सामान्य होते जा रहे हैं लेकिन लोगों के बीच बढ़ती वैमनस्यता स्पष्ट नजर आ रही है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-04-25 14:08 GMT

खरगोन दंगा: Photo - Social Media

Khargone Riots: शांति का टापू कहे जाने वाले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में खरगोन दंगों (Khargone Riots) के बाद लोगों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। रामनवमी (Ram Navami) के दौरान हुई हिंसा के बाद हालात धीरे–धीरे सामान्य होते जा रहे हैं लेकिन लोगों के बीच बढ़ती वैमनस्यता स्पष्ट नजर आ रही है। शहर में हुए दंगे का असर गांवों में भी देखा जा रहा है। जिले के कई गांवों में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता लोगों से दूसरे पक्ष का आर्थिक बहिष्कार (economic boycott) करने का सार्वजनिक संकल्प दिलवा रहे हैं। उन्हें गैर हिंदुओं की दुकान से किसी भी तरह का कोई सामान नहीं खरीदने की शपथ दिलवाई जा रही है।

यह है संकल्प

मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन जिले के उबदी, इच्छापुर और पिपरी गांव में हो चुका है। बिस्टान और केली में भी ऐसे कार्यक्रम की खबर है। इस दौरान हाट–बाजारों में भी आर्थिक बहिष्कार करने की बात कही जा रही है। हिंदू संगठन द्वारा दिलाए जा रहे संकल्प इस प्रकार है - आज से हम संकल्प लेते हैं कि विधर्मियों (गैर–हिंदूओं) की दुकानों से कपड़ा, चप्पल या अन्य कोई भी वस्तु नहीं खरीदेंगे, न ही उन्हें अपनी कोई भी वस्तु बेचेंगे। हे महाकाल, हमारे संकल्प को पूरा करने की उपयुक्त शक्ति और मनोवृत्ति प्रदान करें।

सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहे ऐसे वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए खरगोन एसपी रोहित केसवानी ने कहा कि इस प्रकार का वीडियो हमारे संज्ञान में भी आया है। वीडियो की जांच कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को रामनवमी पर हुए उपद्रव में शारीरीक, मानसिक, धार्मिक और आर्थिक क्षति ने लोगों के मन पर गहरा घाव छोड़ा है। जिसके बाद अब लोग गैर हिंदुओं के बहिष्कार का संकल्प ले रहे हैं।

हिंसा में शामिल उपद्रवियों पर कार्रवाई

उधर, खरगोन पुलिस ने रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा में शामिल आरोपियों पर कार्रवाई तेज कर दी है। अब तक 154 आरोपियों को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। 106 फरार आरोपियों पर 10 हजार का इनाम घोषित किया गया है। इस मामले में 60 से अधिक एफआईआर रजिस्टर की जा चुकी है। पुलिस ने आरोपियों की सूची तक सार्वजनिक कर दी है। बता दें कि इस मामले में शुरूआत में शिवराज सरकार द्वारा की गई बुलडोजर कार्रवाई पर काफी बवाल पैदा हुआ था। सरकार पर एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाने का आरोप है।

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