Rewa News: धर्म का चादर ओढ़कर भाजपा सरकार ने की मंदिर संस्थान के करोड़ों रुपयों की हेराफेरी - कविता पाण्डेय

Rewa News: रीवा राज्य के लक्ष्मण बाग संस्थान की बद्री धाम की करोड़ों रुपए की जमीन जो मठ मंदिर और धर्मशाला के लिए थी उसे धर्म की रक्षा का ठेका लेने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बेच कर मंदिर संस्थान की करोड़ों रुपए का हेराफेरी कर हिंदू आस्था की हत्या की है।

Update: 2022-11-19 14:58 GMT
मंदिर (सोशल मीडिया)

Rewa News: रीवा राज्य के लक्ष्मण बाग संस्थान की बद्री धाम की करोड़ों रुपए की जमीन जो मठ मंदिर और धर्मशाला के लिए थी उसे धर्म की रक्षा का ठेका लेने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बेच कर मंदिर संस्थान की करोड़ों रुपए का हेराफेरी कर हिंदू आस्था की हत्या की है। उक्त आरोप मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कविता पांडेय ने लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवान बद्री विशाल का श्रृंगारी अधिकार रीवा के लक्ष्मण बाग संस्थान को प्राप्त था तथा बद्री धाम मंदिर के सामने लक्ष्मण बाग संस्थान का धर्मशाला बना हुआ था।

जिसे पुनर्निर्माण कराने के बजाय उक्त उषा देवी धार्मिक स्थान को बेचने में भाजपा सरकार के नेताओं को जरा भी शर्म नहीं आई और मिले हुए पैसों से लक्ष्मण बाग संस्थान का संरक्षण संवर्धन करने के बजाय धार्मिक राशि को हड़पने षड्यंत्र शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के पास इतना भी पैसा नहीं है कि वह ऐतिहासिक लक्ष्मण बाग संस्थान के लिए सड़क बना सके।

उन्होंने कहा कि हिंदू होने का ढोंग करने वाले नौटंकीबाजो पाखंड छोड़ो और जरा भी शर्म हो तो मध्यप्रदेश के साथ ही रीवा वासियों से माफी मांगते हुए लक्ष्मण बाग संस्थान के बद्री धाम के पैसे से रीवा के लक्ष्मण बाग संस्थान और तमाम जो मंदिर जर्जर पड़े हैं उनका पुनर्निर्माण कर सुरक्षित करो ताकि आने वाले समय में लक्ष्मण बाग संस्थान के बारे में लोग जान सकें। उन्होंने कहा की पौराणिक कथाओं की मान्यता है कि सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लक्ष्मण बाग पहुंच जाए और देवों का दर्शन प्राप्त कर ले तो उन्हें चारो धाम के देवो का पुण्य प्राप्त हो जाता है।

धर्म की दुहाई के नाम पर राजनीति करने वाले कालनेमि जैसे नेताओं ने लक्ष्मण बाग को पैसा कमाने का प्रयोगशाला बना दिया है और लगातार उनकी कोशिश है कि एक एक ईंट व भूमि को बेचकर कैसे करोड़पति बना जाए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, सांसद रीवा, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम एवं विधायकों से अनुरोध करते कहा कि लक्ष्मण बाग संस्थान का एक भी पैसा सड़क बनाने वाली और बिजली के प्रबंधन में ना लगाएं।

उस पैसे का उपयोग लक्ष्मण बाग संस्थान के मठ मंदिरों का संरक्षण करें, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी हमारे संस्थान और मंदिर को समझ सके। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बात तो भगवान बद्री विशाल के दरवाजे में स्थित धर्मशाला को बेचना ही नहीं था। यदि सरकार का इतना ही दबाव था तो कुछ दूर पर जाकर एक रीवा लक्ष्मण बाग संस्थान के नाम पर मंदिर और धर्मशाला स्थापित करनी थी। ताकि रीवा के लोग वहां पर जाकर विश्राम करते भोजन करते प्रसाद पाते।

किंतु ऐसा किया नही ऊपर से उक्त राशि की बंदरबांट करने की कोशिश की जा रही है। मंदिर के पैसा कमीशन खोरी की भेंट चढ़ने जा रहा है यह बेहद निंदनीय और शर्मनाक कृत्य हैं ऐसा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सांसद और 8 विधायकों से इस्तीफे की मांग करती हूं और यदि आपके पास पैसा नहीं है तो रीवा की जनता का आहवान करे, सभी लोग मिलकर जन सहयोग से आस्था केंद्र लक्ष्मण बाग की सड़क बनायेगे।

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