BJP सांसद Sadhvi Pragya Thakur ने खोली बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की पोल, पढ़ें पूरी खबर
MP News Today: भाजपा सांसद के अनुसार भोपाल से सटे ग्रामीणों को खाने के लाले हैं और जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती है तो रिश्वत देने के लिए बेटियों को बेचते हैं।
MP News Today: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) ने केंद्र और राज्य सरकार को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है। सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान की पोल खोलते हुए आईना दिखाया है। उन्होंने कहा है कि भोपाल से सटे गांवों के लोग अपनी मासूम बेटियां बेचने को मजबूर हैं। भाजपा सांसद के अनुसार ग्रामीणों को खाने के लाले हैं और जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती है तो रिश्वत देने के लिए बेटियों को बेचते हैं।
सांसद प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है प्रज्ञा ठाकुर ने यह बयान 17 सितंबर का है। उसी दिन देशभर में प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिवस मनाया जा रहा था। स्वयं प्रधानमंत्री मोदी भी उस दिन मध्य प्रदेश में ही थे। प्रज्ञा ठाकुर शनिवार को व्यापारियों के संगठन 'भारतीय उद्योग व्यापार मंडल मध्य प्रदेश'के कार्यक्रम में शामिल हुईं थीं।
गोद लिए गांव के बच्चों के लिए सामग्री भेंट की गई
बता दें व्यापारी संगठन ने इस कार्यक्रम में सांसद ठाकुर द्वारा गोद लिए गांव के बच्चों के लिए सामग्री भेंट की थी। इस दौरान मंच से संगठन का आभार जताने के बाद सांसद ने उनकी पीड़ा बताई। उन्होंने कहा कि, 'उन गांवों में लोगों की इतनी बुरी हालत है कि वहां खाने पीने को भी कुछ नहीं है। मैंने जिन तीन गांवों को गोद लिया है, उनमें लगभग 250-300 बच्चे हैं।'
उन्होंने कहा कि, 'लोगों के पास न शिक्षा का साधन है, न ही उनके माता-पिता के पास कमाई का कोई जरिया है। वे लोग कच्ची शराब बनाने और बेचने का काम करते हैं। उन्हें कभी-कभी पुलिस पकड़कर ले जाती है। उनको छुड़वाने के लिए उन लोगों के पास पैसे नहीं होते हैं, तो वे अपनी मासूम बच्चियों को बेच देते हैं। फिर उससे वो अपने लोगों को छुड़वाते हैं।'
मासूम बेटियों के खरीददार कौन हैं
सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सांसद खुद उनकी सरकार के 18 साल के काम और उनके दावों की पोल खोल रही हैं। सरकार स्पष्ट करे कि मासूम बेटियों के खरीददार कौन हैं। जब राजधानी भोपाल की यह हालत है तो दूर दराज के इलाकों का क्या हाल होगा। प्रदेश की राजधानी में भूचाल आ गया है।
भोपाल से विपिन तिवारी की रिपोर्ट