Madhya Pradesh : कमलनाथ ही करेंगे कांग्रेस का बेड़ा पार, पार्टी नेताओं ने जताया पूर्व सीएम में भरोसा
MP Latest News : अगले साल होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव चुनाव के लिए बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह निर्णय लिया है कि चुनाव कमलनाथ की अगुवाई में लड़ा जाएगा।
MP Assembly Election : मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) की अगुवाई में ही चुनाव मैदान में उतरेगी। पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में सभी ने कमलनाथ के नेतृत्व में भरोसा जताया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी के कारण पार्टी नेताओं में मतभेद की बातें सामने आई थीं मगर सोमवार को हुई लंबी बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता कमलनाथ के नाम पर सहमत दिखे।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ को पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा माना जाता है और पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने ही पार्टी की अगुवाई की थी। चुनाव के बाद कमलनाथ ही मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की अगुवाई में विधायकों की बगावत के कारण भाजपा (BJP) ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी।
बैठक में असंतुष्ट नेता भी पहुंचे
कमलनाथ के घर पर हुई बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं में राज्य के वरिष्ठ नेता अरुण यादव और अजय सिंह भी शामिल थे। इन दोनों नेताओं के कमलनाथ से मतभेद की बात सामने आई थी और पिछले दिनों दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात में कमलनाथ की शिकायत भी की थी। उन्होंने कमलनाथ पर बातों को अनसुना करने का आरोप लगाया था मगर अब इन दोनों नेताओं ने भी कमलनाथ में भरोसा दिखाया है।
बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं में वरिष्ठ नेता और सांसद दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री गोविंद सिंह और जीतू पटवारी भी शामिल हैं। बैठक में हिस्सा लेने वाले पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बैठक में सभी नेताओं ने कमलनाथ की अगुवाई पर सहमति जताई। बैठक में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की एकजुटता पर जोर दिया गया और सभी ने मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया।
कमलनाथ का एकजुटता पर जोर
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बैठक में कमलनाथ ने कहा कि सभी नेताओं के पूरी ताकत लगाने पर भी चुनाव में जीत हासिल की जा सकती है। इसलिए पार्टी में गुटबाजी को पूरी तरह खत्म करके एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। बैठक के दौरान उन्होंने असंतुष्ट नेताओं की शिकायतें भी दूर करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि वे सभी मुद्दों पर खुले दिल से बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
बैठक के बाद राज्य के पूर्व मंत्री और विधायक गोविंद सिंह ने कहा कि पार्टी में मतभेद की खबरों में तनिक भी सच्चाई नहीं है। कमलनाथ की अगुवाई में पार्टी पूरी तरह एकजुट है और भाजपा को अपनी ताकत दिखाएगी। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं ने कमलनाथ को एकजुट होने का आश्वासन दिया है और पार्टी के सभी नेता उन्हें अगले चुनाव के बाद मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।
जनता से जुड़े मुद्दों पर लड़ेगी कांग्रेस
बैठक के बाद कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य की शिवराज सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और कांग्रेस सरकार की विफलताओं को उजागर करेगी। प्रदेश में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता जा रहा है और आर्थिक अराजकता का माहौल दिख रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है और हम कमलनाथ की अगुवाई में सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाएगा।
दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता दुर्गेश केशवानी में कहा कि शिवराज के राज में जनता को विभिन्न समस्याओं से निजात मिली है। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में राज्य के लोगों का आशीर्वाद एक बार फिर भाजपा को ही मिलेगा। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में भले ही कांग्रेस नेताओं ने कमलनाथ में भरोसा जताया हो, लेकिन जल्द ही असलियत सबके सामने आ जाएगी। पार्टी नेताओं की एकता ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है।