MP News: दुश्मन को मारने से पहले 11 दिनों का रखा व्रत, पूरा होते ही कर दिया काम तमाम, फिर...

MP News: दिव्यांशु ने व्रत संपन्न होने के अगले दिन यानी 1 अगस्त को राहुल विश्वकर्मा और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर शिवम मिश्रा की हत्या करने का प्लान बनाया।

Update: 2024-08-06 13:12 GMT

MP News:  ( Social- Media - Photo) 

MP News: मध्यप्रदेश की छतरपुर से एक दहला देने वाला मामला सामने आया है। आरोपी के खुलासे से पुलिस भी हैरान रह गईं।पुलिस ने एक ऐसे हत्या कांड का खुलासा किया है जिसके मुख्य आरोपी ने युवक की हत्या करने के पहले श्रावण मास में 11 दिनों का व्रत रखा और व्रत पूरा होने के अगले दिन ही अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक की हत्या कर दी। यही नहीं किसी को इसकी भनक न लगे इसलिए हाथ-पैर बांधकर शव को नदी में फेंक दिया था और मृतक की बाइक को पास के कुएं में फेंककर आरोपी मौके से फरार हो गए थे।

वहीं, घटना के बाद जब युवक शिवम मिश्रा (26) का कही पता नहीं लगा तो परिजनों ने सिविल लाइन थाने में 1 अगस्त की रात करीब 9ः30 पर गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने शिवम मिश्रा की तलाश शुरू की और संबंधित व्यक्तियों से जब पूछताछ की तो मामले का ऐसा खुलासा हुआ कि जिसको सुनकर सब हैरान रह गए। पुलिस कप्तान अगम जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया कि एक महिला से बात करने पर दिव्यांशु पालिया और शिवम मिश्रा के बीच दुश्मनी शुरू हुई थी। जो इस कदर बढ़ गया कि दिव्यांशु पालिया ने शिवम मिश्रा को मौत के घाट उतारने की ठान ली।


दिव्यांशु ने सबसे पहले श्रावण मास में 11 दिनों का व्रत रखा और व्रत पूरा होने के अगले दिन यानी 1 अगस्त को साथी राहुल विश्वकर्मा और दो अन्य लोगों के साथ मिलकर शिवम मिश्रा की हत्या करने का प्लान बनाया।दरअसल, राहुल विश्वकर्मा की सीसीटीवी कैमरे की दुकान है और उसने सीसीटीवी कैमरा सुधारने के बहाने शिवम मिश्रा को अपनी दुकान पर बुलाया और दुकान पर ही सभी आरोपी साथियों ने मिलकर शिवम की पीट-पीटकर हत्या कर दी। यही नहीं वारदात की भनक किसी को भी न लगे इसको लेकर भी एक बड़ा प्लान किया।

डेड बॉडी के हाथ और पैर रस्सी से बांधे और फिर...

आरोपियों ने सबसे पहले शिवम की डेड बॉडी के हाथ और पैर रस्सी से बांधे और उसके बाद अपनी फोर व्हीलर गाड़ी में रखकर धसान नदी के किनारे ले गए और वहां पर शव को नदी में बहा दिया। उधर, मृतक की बाइक को पास में ही बने कुएं में फेक दिया गया ताकि किसी भी प्रकार का सबूत न मिल सके। लेकिन पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए मामले की जब बारीकी से जांच की तो घटना की परतें एक के बाद एक खुलना शुरू हो गईं और पुलिस को केवल 48 घंटे के भीतर ही सफलता मिल गई। पुलिस ने दो मुख्य आरोपी दिव्यांशु पालिया और राहुल विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दो अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए। पुलिस अभी उनकी भी जांच कर रही है। बहरहाल, पुलिस ने इन दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मामले का खुलासा किया।

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