उमा भारती का वीडियो: तोड़ती दिखी शराब की दुकान, जल्द हटाने की दी चेतावनी
MP: एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायरब्रांड लीडर उमा भारती ने राजधानी भोपाल स्थित एक शराब की दुकान पर धावा बोल दिया।
Bhopal: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायरब्रांड लीडर उमा भारती ने राजधानी भोपाल स्थित एक शराब की दुकान पर धावा बोल दिया। रविवार को अचानक अपने समर्थकों के साथ भोपाल की एक वाइन शॉप पर पहुंची उमा ने वहां रखी शराब की बोतलों फोड़ डालीं। पूर्व सीएम रविवार शाम 4 बजे भोपाल के आजाद नगर पहुंची और वहां स्थित एक शराब दुकान के अंदर घुस पत्थर से बोतलें तोड़ दीं।
शराब ठेकेदार सहमे
राज्य में लंबे समय से शराबबंदी की मांग करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के अचानक एक शराब दुकान पहुंचने से भोपाल के पुलिस महकमे में खलबली पहुंच गई। बिना पुलिस को बताए वहां पहुंची उमा को देखकर शराब ठेकेदार भी सहम गया। उमा के वहां पहुंचते ही भारी संख्या में लोग वहां एकत्रित हो गए।
उमा भारती ने अपने इस कार्रवाई के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि ये मजदूरों की बस्ती है। नजदीक में ही एक स्कूल और मंदिर है। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो तो शराबी उनके तरफ मुंह करके पेशाब करने लगते हैं, ये महिलाओं का अपमान है। उमा के इस कार्रवाई से सहमे शराब ठेकेदार ने डर से इसकी सूचना पुलिस को भी नहीं दी।
उमा ने ठेकेदार को दी चेतावनी
फायरब्रांड लीडर उमा भारती ने आजाद नगर स्थित इस शराब दुकान के मालिक को तुरंत हटाने की चेतावनी दी है। पूर्व सीएम ने कहा कि मजदूरों की पूरी कमाई इन दुकानों में चली जाती है। यहां के महिलाओं ने इस दुकान के खिलाफ कई बार विरोध किए औऱ प्रदर्शऩ किया।
लेकिन फिर भी इसे नहीं हटाया गया। यह दुकान सरकारी नीति के खिलाफ है। प्रशासन ने हर बार बंद करने का भरोसा दिलाया, लेकिन कई साल हो गए यह नहीं हो पाया। अब यह दुकान अगले एक हफ्ते में बंद होना चाहए।
कांग्रेस ने लपका मुद्दा
बीजेपी के नेता द्वारा अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए जाने के बाद कांग्रेस ने भी इसे हाथों लपक लिया। एमपी कांग्रेस के कार्य़कारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूर्व सीएम उमा भारती की तारीफ करते हुए कहा कि उमा भारती ने उन्हें निःशब्द कर दिया है। पहली बार बीजेपी में कोई ऐसा नेता दिखा है जिसके कथनी औऱ करनी में अंतर नहीं है। कांग्रेस ने उमा भारती के शराबबंदी की मांग को जायज ठहराते हुए शिवराज सरकार से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लगाने की मांग की है।