Harda Blast Case: एमपी विधानसभा में मच गया हड़कंप ! गले में सुतली बम की माला डालकर पहुंचा कांग्रेस विधायक
Harda Blast Case: पार्टी के विधायकों की ओर गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना भी दिया गया। इस दौरान हरदा से कांग्रेस विधायक रामकिशोर दोगने अनोखे तरीके स विरोध जताते नजर आए।
Harda Blast Case. मध्य प्रदेश के हरदा स्थित पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने के बाद लगी भीषण आग ने जबरदस्त तबाही मचाई। आसपास का पूरा इलाका विस्फोट की गूंज से दहल उठा। घटनास्थल का खौफनाक मंजर घटना की भयावहता को बयां करता है। मामले पर सियासत भी गरम है। इस दुखद घटना को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ओर विपक्षी कांग्रेस के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। इस बीच स्थानीय कांग्रेस विधायक ने बीजेपी सरकार के प्रति अनोखे ढंग से अपना विरोध प्रकट किया।
विरोध ऐसा कि उनके विधानसभा पहुंचते ही हड़कंप मच गया। दरअसल, एमपी विधानसभा में इन दिनों बजट सत्र चल रहा है। आज सत्र का दूसरा दिन है। विपक्षी कांग्रेस गुरुवार को सदन में हरदा विस्फोट मामले को लेकर सरकार को घेरने पूरी तैयारी के साथ पहुंची। पार्टी के विधायकों की ओर गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना भी दिया गया। इस दौरान हरदा से कांग्रेस विधायक रामकिशोर दोगने अनोखे तरीके से विरोध जताते नजर आए।
सुतली बम की माला पहनकर पहुंचे विधायक
कांग्रेस विधायक रामकिशोर दोगने विधानसभा में सुतली बम की माला पहनकर पहुंचे। उनके इस असाधारण गेटअप को देखकर वहां मौजूद अन्य विधायक भी हैरान रह गए। दोगने ने इस दौरान बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पटाखा फैक्ट्री भाजपा नेता कमल पटेल के संरक्षण में चल रही थी। लोगों के जीवन तबाह हो गए, सरकार को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। उनकी मांग है कि कमल पटेल समेत अन्य दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई हो।
वहीं, पूर्व मंत्री कमल पटेल ने इस पट पलटवार करते हुए कहा कि आरोपी फैक्ट्री मालिक राजू और उसके भाई को कांग्रेस विधायक दोगने का संरक्षण प्राप्त है। बता दें कि नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में रामकिशोर दोगने कद्दावर भाजपा नेता और शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहे कमल पटेल को हराकर विधायक बने हैं।
कांग्रेस ने सरकार के कदम को नाकाफी बताया
हरदा विस्फोट मामले में सरकार की ओर से की गई कार्रवाईयों को विपक्षी कांग्रेस ने नाकाफी करार दिया है। कांग्रेस पार्टी ने हरदा कलेक्टर के हटाने पर मोहन यादव सरकार को घेरते हुए कहा, जिस कलेक्टर ने पटाखा फ़ैक्ट्री का लायसेंस निरस्त किया उसे हटा दिया, जिस तत्कालीन कमिश्नर मालसिंह ने पटाखा फ़ैक्ट्री फिर चालू कराई उस पर कोई कार्रवाई नहीं। आखिर सरकार मालसिंह को क्यों बचा रही है ? साथ ही पार्टी ने मृतकों को दी गई मुआवजे की राशि को भी अपर्याप्त बताया है।
अफसरों पर गिरी गाज
सीएम मोहन यादव ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा कर वापस भोपाल लोटते ही अधिकारियों पर ताबड़तोड़ एक्शन लेने शुरू कर दिए। हरदा के डीएम और एसपी को फौरन वहां से हटा दिया गया। वहीं, कारखाना निरीक्षक और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के सहायक संचालक नवीन कुमार बरवा को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया।
प्रभावितों को दिया गया मुआवजा
सीएम मोहन यादव ने कल घटनास्थल का दौरा करने के दौरान अस्पताल में इलाजरत घायलों से मुलाकात की और उन्हें मदद का पूरा आश्वासन दिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने घरों और मवेशियों को पहुंचे नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजने को कहा, ताकि उसके हिसाब से मुआवजे की राशि जारी की जा सके।
इसके अलावा उन्होंने हादसे में मारे गए 10 लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये की मुआवजा राशि का चेक सौंपा। पांच गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रूपये दिए। वहीं, अन्य घायलों को 25-25 हजार की सहायता राशि दी गई।